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7971 VIF 1 Text Message 15 June 2022 शेतकर्‍यांना पुन्हा एकदा सुचविण्यात येते की 80 ते 100 मिमी पाऊस झाल्यानंतरच पेरणी करावी. आज आपण कापूस पिकाच्या खत नियोजना बद्द्ल माहिती घेऊ. खत नियोजन करताना शक्यतो माती परिक्षणाच्या अहवाला नुसार करावे . कापूस पिकासाठी साधारण खत मात्रा खालीलप्रमाणे आहेत. संकरित कापसासाठी प्रति हेक्टरी १०० किलो नत्र, ५० किलो स्फुरद व ५० किलो पालाश, तर सुधारित वाणांसाठी शेणखत शेवटच्या कुळवाच्या पाळी अगोदर द्यावे किंवा खते कमी असल्यास लागवडीच्या वेळी प्रत्येक फुलीवर छोटा खड्डा घेऊन त्यात ओंजळभर शेणखत टाकावे व मातीत चांगले मिसळावे. वीस टक्के नत्र व संपूर्ण स्फुरद व पालाश पेरणीच्या वेळी द्यावे व उरलेले नत्र समान दोन हप्त्यांत पेरणीनंतर ३० व ६० दिवसांनी द्यावे. बीटी वाणासाठी शिफारशीत खतमात्रेपेक्षा २५ टक्के रासायनिक खतमात्रा जास्त घ्याव्यात. नत्र, स्फुरद व पालाश या प्रमुख घटकांव्यतिरिक्त कापूस पिकास मॅग्नेशियम, गंधक, लोह, जस्त, मॅगनीज आणि बोरॉन या सूक्ष्म अन्नद्रव्यांची सुध्दा गरज असते. ही अन्नद्रव्ये विद्राव्य खतांमध्ये उपलब्ध असतात. सूक्ष्म अन्नद्रव्यांमुळे बोंडाची पूर्णपणे वाढ होऊन बोंडे लवकर फुटतात. द्रवरुप खते संचाद्वारे देण्यासाठी व्हेंचुरी किंवा खत टाकी इंजेक्टर पंप या साधनांचा वापर करावा. सॉलिडरीडॅड स्मार्ट अॅग्री प्रोग्राममध्ये आपले शंकासमाधान करण्यास कृपया संपर्क साधावा. मोबा. क्र. 9158261922. Maharashtra MH 14-06-2022 Disable
7972 Advisory Soy - Seed Treatment सोयाबीन में कीटों व रोगों से बचाव के लिए कवकनाशक से बीज को उपचारित करने के बाद कीटनाशक से उपचार करना चहिये I कवकनाशक पेनफ्लूफेन + ट्राईफ्लोक्सीस्ट्रोबिन 38 ऍफ़ एस @ 1 मि ली /किलोग्राम बीज से अथवा थाईरम (२ ग्राम) + कार्बेन्डाजिम (1 ग्राम) / किलोग्राम बीज अथवा ट्राईकोडर्मा विरिडी @ 8-10 ग्राम /किलोग्राम बीज से उपचारित करें I बीज अच्छी तरह सूख जाने के बाद कीटनाशक थायमिथोक्सम ३० एफ. एस. @ 10 मि.ली.प्रति किलो बीज से बीजोपचार करें I न्यूनतम 100 मिलीमीटर वर्षा होने पर ही सोयाबीन की बुवाई करें I सोलिडरिडाड, स्मार्ट एग्री कार्यक्रम सम्पर्क: मो. न. 8251071818 Rajasthan Rajasthan User 13-06-2022 Disable
7973 Advisory Soy - Seed Treatment सोयाबीन में कीटों व रोगों से बचाव के लिए कवकनाशक से बीज को उपचारित करने के बाद कीटनाशक से उपचार करना चहिये I कवकनाशक पेनफ्लूफेन + ट्राईफ्लोक्सीस्ट्रोबिन 38 ऍफ़ एस @ 1 मि ली /किलोग्राम बीज से अथवा थाईरम (२ ग्राम) + कार्बेन्डाजिम (1 ग्राम) / किलोग्राम बीज अथवा ट्राईकोडर्मा विरिडी @ 8-10 ग्राम /किलोग्राम बीज से उपचारित करें I बीज अच्छी तरह सूख जाने के बाद कीटनाशक थायमिथोक्सम ३० एफ. एस. @ 10 मि.ली.प्रति किलो बीज से बीजोपचार करें I न्यूनतम 100 मिलीमीटर वर्षा होने पर ही सोयाबीन की बुवाई करें I सोलिडरिडाड, स्मार्ट एग्री कार्यक्रम सम्पर्क: मो. न. 8251071818 Madhya Pradesh MP 13-06-2022 Disable
7974 June 3rd week Advisory प्रिय किसान साथियों, आगामी १३ से १९ जून के दौरान हरदोई और लखीमपुर जिलों में तापमान में हल्की कमी आयेगी और २८ डिग्री से ४२ डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहेगाI सुबह के समय वायुमंडल में आर्द्रता या उमस अधिक रहेगीI पूरे सप्ताह धूप रहेगी, बादल भी दिखेंगे, लेकिन वर्षा नहीं होगीI ऐसी परिस्थितियों में फसलों में कीट और रोग बहुत तेजी से लगते हैI किसान साथी अपने खेतों में गन्ने की बुवारी और पैडी फसलों में १५० मिली कोराजेन को 400 लीटर पानी में घोल कर खेतों में अवश्य छिड़क देंI इससे टॉप बोरर, शूट बोरर और पिंक बोरर जैसे कीटों को ९० दिनों तक फसल से दूर रखा जा सकता हैI ध्यान रहे कि दवा का छिडकाव सुबह १० बजे से पहले या शाम को ५ बजे के बाद करेंI जिन किसान साथियों ने अभी तक खाद की अंतिम मात्रा नहीं डाली है उनसे अनुरोध है कि इस सप्ताह तक गन्ने की बुवारी और पैडी फसलों में ५० किलो यूरिया के साथ २५ किलो पोटाश प्रति एकड़ की दर से खुड़ों में अवश्य डाल कर मिट्टी चढ़ाएं और आवश्यकता के अनुसार सिंचाई करेंI खेत का नियमित निरीक्षण करें और खर पतवार को नियंत्रित करते रहेंI कीटों के नियंत्रण के लिए येल्लो स्टिकी कार्ड का उपयोग करेंI किसान साथियों से अनुरोध है लाल सडन रोग का विशेष ध्यान रखेंI रोग से ग्रसित गन्नो को जड़ से उखाड़ लें और खेत से बाहर जमीन के नीचे ३-४ फीट गड्ढा खोद कर दबा देंI उखाड़े गए स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर डाल कर मिट्टी से ढक देI ध्यान रखें कि सिंचाई के दौरान इस खेत का पानी दूसरे खेतों में न जायेI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI Uttar Pradesh Uttar Pradesh 10-06-2022 Disable
7975 June 9th 2022 বতৰৰ বতৰা আৰু আমাৰ পৰামৰ্শ VI Smart Agri Project ৰ প্ৰিয় ট্ৰিনিটি ক্ষুদ্ৰ চাহ খেতিয়ক । স্মাৰ্ট কৃষি পৰামৰ্শলৈ স্বাগতম। আমাৰ বতৰ বিজ্ঞান কেন্দ্ৰৰ পৰা পোৱা বতৰৰ আগলি বতৰা অনুযায়ী অহা সপ্তাহত সংশ্লিষ্ট অঞ্চলবোৰত পাতলৰ পৰা মধ্যমীয়া বৰষুণ হোৱাৰ সম্ভাৱনাৰ সৈতে বতৰ ডাৱৰীয়া হৈ থাকিব। সৰ্বাধিক তাপমাত্ৰা প্ৰায় ২৬°চে.ৰ পৰা ৩১ °চে. আৰু নিম্নতম তাপমাত্ৰা প্ৰায় ২৩°চে.ৰ পৰা ২৬° চে. হৈ থাকিব। ৰাতিপুৱা আৰু আবেলিৰ আপেক্ষিক আৰ্দ্ৰতা ক্ৰমান্বয়ে প্ৰায় ৯৮% আৰু ৭০% হব। বতাহে গড়ে প্ৰতি ঘণ্টাত প্ৰায় ৫-১০ কিলোমিটাৰ বেগত প্ৰবাহিত হব। চাহ খেতিত ব্লেক ৰট আৰু ৰেড ৰাষ্ট আদি ৰোগৰ বাবে প্ৰতিৰোধমূলক ব্যৱস্থা লব। প্লাকিং কৰাৰ পিছত সংক্ৰমিত স্থানত স্পট স্প্ৰে কৰা উচিত। হেলোপেল্টিছ, এফিড বা থ্ৰিপ্চৰ দ্বাৰা সংক্ৰমিত এলেকাবোৰত ব্লেক প্লাকিং কৰিব লাগে। কীট আৰু ৰোগ নিয়ন্ত্ৰণৰ বাবে প্ৰয়োগ কৰিব লগা সকলো ৰাসায়নিক পদাৰ্থ নিম্নতম ৬-৭ দিনৰ ব্যৱধান ৰাখি স্প্ৰে কৰিব লাগিব যাতে পিছত কোনো এম.আৰ.এল. (MRL) সমস্যা নাহে। পাচলি বাগিচাৰ পৰা অতিৰিক্ত পানী উলিয়াই অনাৰ বাবে প্ৰয়োজনীয় ব্যৱস্থা লব।গ্ৰীষ্মকালীন লাউৰ (Summer Bottle gourd) অনুমোদিত প্ৰকাৰৰ বীজ যেনে Pusa Summer, Prolific Long, Pusa Meghdoot সংগ্ৰহ কৰক । অত্যাধিক বতৰৰ পৰিস্থিতিৰ পৰা সুৰক্ষিত কৰাৰ বাবে Shade Netৰ তলত পুলি ৰোপণ কৰিব ।উচ্চ আৰ্দ্ৰতাৰ সৈতে নিৰন্তৰ বৰষুণৰ ফলত জলকীয়াত ফল পচন ( Fruit rot) ৰোগৰ লক্ষণ দেখা যাব পাৰে। নিয়ন্ত্ৰণৰ বাবে, কেপ্টান 50 WP @ ২ গ্ৰাম/লিটাৰ পানীত স্প্ৰে কৰিব লাগিব।যিহেতু অহা কেইদিনমানত বৰষুণ হোৱাৰ সম্ভাৱনা আছে, সেয়ে, বৰষুণ মুক্ত বতৰত দৰৱ ছটিয়াব I বৰষুণৰ তীব্ৰতা অতি বেছি হলে স্প্ৰে নকৰিব । ধন্যবাদ। Assam Assam 08-06-2022 Disable
7976 VIF Telangana Text Advisory 8 June 2022 జైనాద్ మండల రైతు సోదరులకు సూచన :: సోయబీన్ విత్తనం ధరలు అధికముగా ఉన్నందు వలన, విత్తన వృధా మరియు ఖర్చు తగ్గించు కోవడానికి రైతులు తప్పనిసరిగా విత్తన మొలక శాతాన్ని నిర్దారించుకోవాలి. వంద సొయా విత్తనాలలో కనీసం 75 విత్తనాలు మొలుస్తేనే ఆ విత్తనాన్ని వాడాలి. తగిన వర్షాలు కురిస్తేనే అనగా కనీసం 80mm వర్షం అనగా, రెండు పెద్ద వర్షాలు పడితేనే విత్తనాన్ని విత్తుకోవాలి. ఇట్లు సాలిడేరిడాడ్ ఆసియా Telangana Telangana 08-06-2022 Disable
7977 Advisory_general_06_June_2022 सोयाबीन की बुवाई BBF (ब्रॉड बेड एवं फरो) अथवा FIRB (फरो इरीगेटेड रेज्ड बेड) विधि से की जाए I इससे अत्यधिक वर्षा के समय अतिरिक्त जल की निकासी सुलभ होगी एवं कम वर्षा या तान की स्थिति में संरक्षित जल से पौधों को नमी मिलती रहेगी I सोयाबीन बीज अंकुरण परीक्षण कर ही बीज बोआई करे I यदि बीज में न्यूनतम 70 प्रतिशत अंकुरण मिलता है तो आपका बीज बुवाई के लिए उपयुक्त है I न्यूनतम 100 मिलीमीटर वर्षा होने पर ही सोयाबीन की बुवाई करें I सोलिडरिडाड, स्मार्ट एग्री कार्यक्रम सम्पर्क: मो. न. 8251071818 Rajasthan Rajasthan User 07-06-2022 Disable
7978 VIF 2 Text Advisory 8 June 2022 कापूस पिकाबरोबरीने घेतले जाणारे पीक म्हणजे सोयाबीन. हे द्विदल प्रकारातील पिक आहे. जमीनीत नत्र स्थिरिकरण करण्यास उपयोगी आहे. अल्प खर्चात तयार होणारी जिवाणूसंवर्धकाची बिज प्रक्रीया केल्याने पिके सशक्त राहतात. तसेच उत्पादनात वाढ होण्यास मदत होते. सोयाबिन बिजप्रक्रीयेमध्ये जिवाणू खते आणि ट्रायकोडर्मा यांचा वापर कसा करावा याची माहिती जाणून घेऊ. हवेतील नत्र शोषण करून पिकास उपलब्ध करून देणारे रायझोबियम 2.50 ग्रॅम आणि स्फुरद विरघळविणारे पीएसबी जिवाणू संवर्धक दहा मिली प्रती किलो बियाण्यास प्रक्रीयेकरीता वापरावे ही बिज प्रक्रीया करतांना एक लीटर पाण्यात शंभर ग्रॅम गुळ मिसळून ते बियाण्यांवर शिंपडावे. त्यावर ट्रायकोडर्मा आणि स्फुरद विरघळविणारे जिवाणूंचे मिश्रण टाकून बियाण्यास हळूवारपणे चोळावे. जोरात घासू नये. अन्यथा बियाण्याचे नाजूक टरफल निघून बियाण्यास इजा पोहचेल. हे बियाणे सावलीत सुकत ठेवावे. ही बिजप्रक्रीया पेरणीचे दिवशीच किमान दोन ते तिन तास आधी करावी व पेरणी करावी. बियाण्यांचे घातक बुरशीपासून संरक्षण होते. तसेच पोषक अन्नद्रव्य उपलब्ध झाल्यामुळे रोपे सशक्त राहतात. उत्पादन वाढण्यास मदत होते. सॉलिडरीडॅड स्मार्ट अॅग्री प्रोग्राममध्ये आपले शंकासमाधान करण्यास कृपया संपर्क साधावा. मोबा. क्र. 9158261922. Maharashtra MH 07-06-2022 Disable
7979 VIF 1 Text Advisory 8 June 2022 कापूस पिकाबरोबरीने घेतले जाणारे पीक म्हणजे सोयाबीन. हे द्विदल प्रकारातील पिक आहे. जमीनीत नत्र स्थिरिकरण करण्यास उपयोगी आहे. अल्प खर्चात तयार होणारी जिवाणूसंवर्धकाची बिज प्रक्रीया केल्याने पिके सशक्त राहतात. तसेच उत्पादनात वाढ होण्यास मदत होते. सोयाबिन बिजप्रक्रीयेमध्ये जिवाणू खते आणि ट्रायकोडर्मा यांचा वापर कसा करावा याची माहिती जाणून घेऊ. हवेतील नत्र शोषण करून पिकास उपलब्ध करून देणारे रायझोबियम 2.50 ग्रॅम आणि स्फुरद विरघळविणारे पीएसबी जिवाणू संवर्धक दहा मिली प्रती किलो बियाण्यास प्रक्रीयेकरीता वापरावे ही बिज प्रक्रीया करतांना एक लीटर पाण्यात शंभर ग्रॅम गुळ मिसळून ते बियाण्यांवर शिंपडावे. त्यावर ट्रायकोडर्मा आणि स्फुरद विरघळविणारे जिवाणूंचे मिश्रण टाकून बियाण्यास हळूवारपणे चोळावे. जोरात घासू नये. अन्यथा बियाण्याचे नाजूक टरफल निघून बियाण्यास इजा पोहचेल. हे बियाणे सावलीत सुकत ठेवावे. ही बिजप्रक्रीया पेरणीचे दिवशीच किमान दोन ते तिन तास आधी करावी व पेरणी करावी. बियाण्यांचे घातक बुरशीपासून संरक्षण होते. तसेच पोषक अन्नद्रव्य उपलब्ध झाल्यामुळे रोपे सशक्त राहतात. उत्पादन वाढण्यास मदत होते. सॉलिडरीडॅड स्मार्ट अॅग्री प्रोग्राममध्ये आपले शंकासमाधान करण्यास कृपया संपर्क साधावा. मोबा. क्र. 9158261922. Maharashtra MH 07-06-2022 Disable
7980 Advisory_General_June_06_2022 सोयाबीन की बुवाई BBF (ब्रॉड बेड एवं फरो) अथवा FIRB (फरो इरीगेटेड रेज्ड बेड) विधि से की जाए I इससे अत्यधिक वर्षा के समय अतिरिक्त जल की निकासी सुलभ होगी एवं कम वर्षा या तान की स्थिति में संरक्षित जल से पौधों को नमी मिलती रहेगी I सोयाबीन बीज अंकुरण परीक्षण कर ही बीज बोआई करे I यदि बीज में न्यूनतम 70 प्रतिशत अंकुरण मिलता है तो आपका बीज बुवाई के लिए उपयुक्त है I न्यूनतम 100 मिलीमीटर वर्षा होने पर ही सोयाबीन की बुवाई करें I सोलिडरिडाड, स्मार्ट एग्री कार्यक्रम सम्पर्क: मो. न. 8251071818 Madhya Pradesh MP 07-06-2022 Disable