Message List: 9362
S.No | Message Title | Message | State | Created By | Creation Date | Status | Action |
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791 | 4th week of September 2024 Harpalpur | प्रिय किसान साथियों, 21 सितम्बर से 27 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के हरपालपुर क्षेत्र के दिन तथा रात के तापमान में बढ़ोत्तरी होगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 36 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI सप्ताह के दौरान पश्चिम तथा पश्चिम उत्तर दिशा से 3 से 11 किलोमीटर की गति से हवायें चलेंगी | इस सप्ताह के दौरान वर्षा की संभावना 60 से 70% तक है जिसकी वजह से वायुमंडल में आर्द्रता 50 से 84% तक रहेगी | गत सप्ताह में हुयी भारी वर्षा की वजह से गन्ने के खेतो में पर्याप्त नमी मौजूद रहेगी ऐसी अवस्था में हवा का एक हल्का झोका गन्ने को गिरा सकता है गन्ने को गिरने से बचाने के लिए कैंची नुमा बंधाई अवश्य करें|सप्ताह के अंत में मौसम गन्ना बुवाई के लिए अनुकूल रहेगा, अतः जो किसान भाई गन्ना की बुवाई करना चाहते है कर सकते है| खेत की तैयारी की लिए 25 टन / एकड़ की दर से सड़ी गली गोबर की खाद खेत मिलाये, गन्ने की बुवाई 3.5 से 4 की दूरी पर करें गन्ना बीज की उम्र 9 माह से अधिक न हो गन्ना बीज का टुकड़ा 2 आंख से अधिक न हो बीज उपचार के लिए thiophinal mithyle का उपयोग करें, भूमि उपचार के लिए chloropyriphose 10 का उपयोग करें| बुवाई के समय 25 kg यूरिया +75kg डीएपी +50kg पोटास+ 25kg माइक्रो न्यूट्रीएंट का प्रयोग करें, गन्ने के टुकड़ो की हल्की मिट्टी से ढँक कर हल्की सिंचाई अवस्य करें गन्ने के लाइनों में सहफसल अवश्य लें| बीज निरोग तथा कीट रहित होना चाहिए| इस सप्ताह का मौसम रूट बोरर, तथा रेड रॉट के लिए अनुकूल है, अतः अपने खेतो का निरीक्षण रोजना करते रहे । रूट बोरर, इस कीट का प्रकोप दिखने लगा है तथा प्रभावित गन्ने में 3-4 गन्ने उखड कर उसके जड़ वाले हिस्से को फाड़कर देंखे यदि प्रकोप है तो लाइट ट्रैप/फेरोमेन ट्रैप लगाये अधिक प्रकोप पाए जाने पर Quinalphose 2 ली. / एकड़ की दर से 250-300 ली. पानी में घोलकर गन्ने के तनों के पास उपयोग करें.|गन्ने की पत्ती को निकाल देने से इस कीट का प्रकोप कम होता हैं, खरपतवार कम निकलते हैं तथा पत्ती बाद में सड्गल कर गन्ने की पैदावार बढ़ाने में मददगार होती हैं, गन्ने की सूखी पत्ती को अवश्य निकाले, और गन्ने के नालियों में पत्तियां बिछाये | गन्ने की खेती में खासकर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4-6 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 1-2 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिलाकर नमी में खेतो में डालें वर्षा के दिनों में बिजली के खम्बो से दूर रहे नदी नालो को पार करते समय सावधानी रखे| स्मार्ट एग्री कार्यक्रम की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Uttar Pradesh | Uttar Pradesh | 19-09-2024 | Enable |
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792 | 4th week of September 2024 Hariyawa | प्रिय किसान साथियों, 21 सितम्बर से 27 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के हरियावा क्षेत्र के दिन तथा रात के तापमान में बढ़ोत्तरी होगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 36 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI सप्ताह के दौरान पश्चिम तथा पश्चिम उत्तर दिशा से 3 से 11 किलोमीटर की गति से हवायें चलेंगी | इस सप्ताह के दौरान वर्षा की संभावना 60 से 70% तक है जिसकी वजह से वायुमंडल में आर्द्रता 50 से 84% तक रहेगी | गत सप्ताह में हुयी भारी वर्षा की वजह से गन्ने के खेतो में पर्याप्त नमी मौजूद रहेगी ऐसी अवस्था में हवा का एक हल्का झोका गन्ने को गिरा सकता है गन्ने को गिरने से बचाने के लिए कैंची नुमा बंधाई अवश्य करें|सप्ताह के अंत में मौसम गन्ना बुवाई के लिए अनुकूल रहेगा, अतः जो किसान भाई गन्ना की बुवाई करना चाहते है कर सकते है| खेत की तैयारी की लिए 25 टन / एकड़ की दर से सड़ी गली गोबर की खाद खेत मिलाये, गन्ने की बुवाई 3.5 से 4 की दूरी पर करें गन्ना बीज की उम्र 9 माह से अधिक न हो गन्ना बीज का टुकड़ा 2 आंख से अधिक न हो बीज उपचार के लिए thiophinal mithyle का उपयोग करें, भूमि उपचार के लिए chloropyriphose 10 का उपयोग करें| बुवाई के समय 25 kg यूरिया +75kg डीएपी +50kg पोटास+ 25kg माइक्रो न्यूट्रीएंट का प्रयोग करें, गन्ने के टुकड़ो की हल्की मिट्टी से ढँक कर हल्की सिंचाई अवस्य करें गन्ने के लाइनों में सहफसल अवश्य लें| बीज निरोग तथा कीट रहित होना चाहिए| इस सप्ताह का मौसम रूट बोरर, तथा रेड रॉट के लिए अनुकूल है, अतः अपने खेतो का निरीक्षण रोजना करते रहे । रूट बोरर, इस कीट का प्रकोप दिखने लगा है तथा प्रभावित गन्ने में 3-4 गन्ने उखड कर उसके जड़ वाले हिस्से को फाड़कर देंखे यदि प्रकोप है तो लाइट ट्रैप/फेरोमेन ट्रैप लगाये अधिक प्रकोप पाए जाने पर Quinalphose 2 ली. / एकड़ की दर से 250-300 ली. पानी में घोलकर गन्ने के तनों के पास उपयोग करें.|गन्ने की पत्ती को निकाल देने से इस कीट का प्रकोप कम होता हैं, खरपतवार कम निकलते हैं तथा पत्ती बाद में सड्गल कर गन्ने की पैदावार बढ़ाने में मददगार होती हैं, गन्ने की सूखी पत्ती को अवश्य निकाले, और गन्ने के नालियों में पत्तियां बिछाये | गन्ने की खेती में खासकर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4-6 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 1-2 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिलाकर नमी में खेतो में डालें वर्षा के दिनों में बिजली के खम्बो से दूर रहे नदी नालो को पार करते समय सावधानी रखे| स्मार्ट एग्री कार्यक्रम की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Uttar Pradesh | Uttar Pradesh | 19-09-2024 | Enable |
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793 | 4th week of September 2024 Todarpur | प्रिय किसान साथियों, 21 सितम्बर से 27 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के टोडरपुर क्षेत्र के दिन तथा रात के तापमान में बढ़ोत्तरी होगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 36 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI सप्ताह के दौरान पश्चिम तथा पश्चिम उत्तर दिशा से 3 से 11 किलोमीटर की गति से हवायें चलेंगी | इस सप्ताह के दौरान वर्षा की संभावना 60 से 70% तक है जिसकी वजह से वायुमंडल में आर्द्रता 50 से 84% तक रहेगी | गत सप्ताह में हुयी भारी वर्षा की वजह से गन्ने के खेतो में पर्याप्त नमी मौजूद रहेगी ऐसी अवस्था में हवा का एक हल्का झोका गन्ने को गिरा सकता है गन्ने को गिरने से बचाने के लिए कैंची नुमा बंधाई अवश्य करें|सप्ताह के अंत में मौसम गन्ना बुवाई के लिए अनुकूल रहेगा, अतः जो किसान भाई गन्ना की बुवाई करना चाहते है कर सकते है| खेत की तैयारी की लिए 25 टन / एकड़ की दर से सड़ी गली गोबर की खाद खेत मिलाये, गन्ने की बुवाई 3.5 से 4 की दूरी पर करें गन्ना बीज की उम्र 9 माह से अधिक न हो गन्ना बीज का टुकड़ा 2 आंख से अधिक न हो बीज उपचार के लिए thiophinal mithyle का उपयोग करें, भूमि उपचार के लिए chloropyriphose 10 का उपयोग करें| बुवाई के समय 25 kg यूरिया +75kg डीएपी +50kg पोटास+ 25kg माइक्रो न्यूट्रीएंट का प्रयोग करें, गन्ने के टुकड़ो की हल्की मिट्टी से ढँक कर हल्की सिंचाई अवस्य करें गन्ने के लाइनों में सहफसल अवश्य लें| बीज निरोग तथा कीट रहित होना चाहिए| इस सप्ताह का मौसम रूट बोरर, तथा रेड रॉट के लिए अनुकूल है, अतः अपने खेतो का निरीक्षण रोजना करते रहे । रूट बोरर, इस कीट का प्रकोप दिखने लगा है तथा प्रभावित गन्ने में 3-4 गन्ने उखड कर उसके जड़ वाले हिस्से को फाड़कर देंखे यदि प्रकोप है तो लाइट ट्रैप/फेरोमेन ट्रैप लगाये अधिक प्रकोप पाए जाने पर Quinalphose 2 ली. / एकड़ की दर से 250-300 ली. पानी में घोलकर गन्ने के तनों के पास उपयोग करें.|गन्ने की पत्ती को निकाल देने से इस कीट का प्रकोप कम होता हैं, खरपतवार कम निकलते हैं तथा पत्ती बाद में सड्गल कर गन्ने की पैदावार बढ़ाने में मददगार होती हैं, गन्ने की सूखी पत्ती को अवश्य निकाले, और गन्ने के नालियों में पत्तियां बिछाये | गन्ने की खेती में खासकर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4-6 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 1-2 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिलाकर नमी में खेतो में डालें वर्षा के दिनों में बिजली के खम्बो से दूर रहे नदी नालो को पार करते समय सावधानी रखे| स्मार्ट एग्री कार्यक्रम की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Uttar Pradesh | Uttar Pradesh | 19-09-2024 | Enable |
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794 | 4th week of September 2024 Bilgram | प्रिय किसान साथियों, 21 सितम्बर से 27 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के बिलग्राम क्षेत्र के दिन तथा रात के तापमान में बढ़ोत्तरी होगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 36 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI सप्ताह के दौरान पश्चिम तथा पश्चिम उत्तर दिशा से 3 से 11 किलोमीटर की गति से हवायें चलेंगी | इस सप्ताह के दौरान वर्षा की संभावना 60 से 70% तक है जिसकी वजह से वायुमंडल में आर्द्रता 50 से 84% तक रहेगी | गत सप्ताह में हुयी भारी वर्षा की वजह से गन्ने के खेतो में पर्याप्त नमी मौजूद रहेगी ऐसी अवस्था में हवा का एक हल्का झोका गन्ने को गिरा सकता है गन्ने को गिरने से बचाने के लिए कैंची नुमा बंधाई अवश्य करें|सप्ताह के अंत में मौसम गन्ना बुवाई के लिए अनुकूल रहेगा, अतः जो किसान भाई गन्ना की बुवाई करना चाहते है कर सकते है| खेत की तैयारी की लिए 25 टन / एकड़ की दर से सड़ी गली गोबर की खाद खेत मिलाये, गन्ने की बुवाई 3.5 से 4 की दूरी पर करें गन्ना बीज की उम्र 9 माह से अधिक न हो गन्ना बीज का टुकड़ा 2 आंख से अधिक न हो बीज उपचार के लिए thiophinal mithyle का उपयोग करें, भूमि उपचार के लिए chloropyriphose 10 का उपयोग करें| बुवाई के समय 25 kg यूरिया +75kg डीएपी +50kg पोटास+ 25kg माइक्रो न्यूट्रीएंट का प्रयोग करें, गन्ने के टुकड़ो की हल्की मिट्टी से ढँक कर हल्की सिंचाई अवस्य करें गन्ने के लाइनों में सहफसल अवश्य लें| बीज निरोग तथा कीट रहित होना चाहिए| इस सप्ताह का मौसम रूट बोरर, तथा रेड रॉट के लिए अनुकूल है, अतः अपने खेतो का निरीक्षण रोजना करते रहे । रूट बोरर, इस कीट का प्रकोप दिखने लगा है तथा प्रभावित गन्ने में 3-4 गन्ने उखड कर उसके जड़ वाले हिस्से को फाड़कर देंखे यदि प्रकोप है तो लाइट ट्रैप/फेरोमेन ट्रैप लगाये अधिक प्रकोप पाए जाने पर Quinalphose 2 ली. / एकड़ की दर से 250-300 ली. पानी में घोलकर गन्ने के तनों के पास उपयोग करें.|गन्ने की पत्ती को निकाल देने से इस कीट का प्रकोप कम होता हैं, खरपतवार कम निकलते हैं तथा पत्ती बाद में सड्गल कर गन्ने की पैदावार बढ़ाने में मददगार होती हैं, गन्ने की सूखी पत्ती को अवश्य निकाले, और गन्ने के नालियों में पत्तियां बिछाये | गन्ने की खेती में खासकर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4-6 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 1-2 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिलाकर नमी में खेतो में डालें वर्षा के दिनों में बिजली के खम्बो से दूर रहे नदी नालो को पार करते समय सावधानी रखे| स्मार्ट एग्री कार्यक्रम की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Uttar Pradesh | Uttar Pradesh | 19-09-2024 | Enable |
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795 | 4th week of September 2024 Bharkhani | प्रिय किसान साथियों, 21 सितम्बर से 27 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के भरखनी क्षेत्र के दिन तथा रात के तापमान में बढ़ोत्तरी होगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 36 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI सप्ताह के दौरान पश्चिम तथा पश्चिम उत्तर दिशा से 3 से 11 किलोमीटर की गति से हवायें चलेंगी | इस सप्ताह के दौरान वर्षा की संभावना 60 से 70% तक है जिसकी वजह से वायुमंडल में आर्द्रता 50 से 84% तक रहेगी | गत सप्ताह में हुयी भारी वर्षा की वजह से गन्ने के खेतो में पर्याप्त नमी मौजूद रहेगी ऐसी अवस्था में हवा का एक हल्का झोका गन्ने को गिरा सकता है गन्ने को गिरने से बचाने के लिए कैंची नुमा बंधाई अवश्य करें|सप्ताह के अंत में मौसम गन्ना बुवाई के लिए अनुकूल रहेगा, अतः जो किसान भाई गन्ना की बुवाई करना चाहते है कर सकते है| खेत की तैयारी की लिए 25 टन / एकड़ की दर से सड़ी गली गोबर की खाद खेत मिलाये, गन्ने की बुवाई 3.5 से 4 की दूरी पर करें गन्ना बीज की उम्र 9 माह से अधिक न हो गन्ना बीज का टुकड़ा 2 आंख से अधिक न हो बीज उपचार के लिए thiophinal mithyle का उपयोग करें, भूमि उपचार के लिए chloropyriphose 10 का उपयोग करें| बुवाई के समय 25 kg यूरिया +75kg डीएपी +50kg पोटास+ 25kg माइक्रो न्यूट्रीएंट का प्रयोग करें, गन्ने के टुकड़ो की हल्की मिट्टी से ढँक कर हल्की सिंचाई अवस्य करें गन्ने के लाइनों में सहफसल अवश्य लें| बीज निरोग तथा कीट रहित होना चाहिए| इस सप्ताह का मौसम रूट बोरर, तथा रेड रॉट के लिए अनुकूल है, अतः अपने खेतो का निरीक्षण रोजना करते रहे । रूट बोरर, इस कीट का प्रकोप दिखने लगा है तथा प्रभावित गन्ने में 3-4 गन्ने उखड कर उसके जड़ वाले हिस्से को फाड़कर देंखे यदि प्रकोप है तो लाइट ट्रैप/फेरोमेन ट्रैप लगाये अधिक प्रकोप पाए जाने पर Quinalphose 2 ली. / एकड़ की दर से 250-300 ली. पानी में घोलकर गन्ने के तनों के पास उपयोग करें.|गन्ने की पत्ती को निकाल देने से इस कीट का प्रकोप कम होता हैं, खरपतवार कम निकलते हैं तथा पत्ती बाद में सड्गल कर गन्ने की पैदावार बढ़ाने में मददगार होती हैं, गन्ने की सूखी पत्ती को अवश्य निकाले, और गन्ने के नालियों में पत्तियां बिछाये | गन्ने की खेती में खासकर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4-6 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 1-2 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिलाकर नमी में खेतो में डालें वर्षा के दिनों में बिजली के खम्बो से दूर रहे नदी नालो को पार करते समय सावधानी रखे| स्मार्ट एग्री कार्यक्रम की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Uttar Pradesh | Uttar Pradesh | 19-09-2024 | Enable |
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796 | सोयाबीन पर सलाह Jhalawar | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Jhalawar ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 17 September से 23 September के दौरान दिन में 30 और रात में 24 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। खेत में मक्का ,बाजरा, मूंग ,उड़द ,तिल एवं सोयाबीन फसलों के कटने से खेत खाली हो गया हो या अधिक वर्षा के फसल ख़राब होने के कारण खेत खाली हो गया हो तो सरसों की बुवाई के लिए सितंबर का प्रथम एवं द्वितीय पखवाड़ा उपयुक्त है I सरसों की फसल के लिए 25 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान की आवश्यकता होती है। सरसों की खेती से अच्छी उपज के लिये रेतीली दोमट एवं हल्की दोमट मृदा अधिक उपयुक्त होती है है। भूमि क्षारीय एवं लवणीय नहीं होनी चाहिये। किसान साथियों ध्यान रहे कि खेत में जल निकासी का उचित प्रबंधन होना चाहिए। स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065005054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Rajasthan | Rajasthan User | 17-09-2024 | Enable |
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797 | सोयाबीन पर सलाह Bundi | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Bundi ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 17 September से 23 September के दौरान दिन में 31 और रात में 25 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। खेत में मक्का ,बाजरा, मूंग ,उड़द ,तिल एवं सोयाबीन फसलों के कटने से खेत खाली हो गया हो या अधिक वर्षा के फसल ख़राब होने के कारण खेत खाली हो गया हो तो सरसों की बुवाई के लिए सितंबर का प्रथम एवं द्वितीय पखवाड़ा उपयुक्त है I सरसों की फसल के लिए 25 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान की आवश्यकता होती है। सरसों की खेती से अच्छी उपज के लिये रेतीली दोमट एवं हल्की दोमट मृदा अधिक उपयुक्त होती है है। भूमि क्षारीय एवं लवणीय नहीं होनी चाहिये। किसान साथियों ध्यान रहे कि खेत में जल निकासी का उचित प्रबंधन होना चाहिए। स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065005054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Rajasthan | Rajasthan User | 17-09-2024 | Enable |
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798 | सोयाबीन पर सलाह Baran | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Baran ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 17 September से 23 September के दौरान दिन में 32 और रात में 26 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। खेत में मक्का ,बाजरा, मूंग ,उड़द ,तिल एवं सोयाबीन फसलों के कटने से खेत खाली हो गया हो या अधिक वर्षा के फसल ख़राब होने के कारण खेत खाली हो गया हो तो सरसों की बुवाई के लिए सितंबर का प्रथम एवं द्वितीय पखवाड़ा उपयुक्त है I सरसों की फसल के लिए 25 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान की आवश्यकता होती है। सरसों की खेती से अच्छी उपज के लिये रेतीली दोमट एवं हल्की दोमट मृदा अधिक उपयुक्त होती है है। भूमि क्षारीय एवं लवणीय नहीं होनी चाहिये। किसान साथियों ध्यान रहे कि खेत में जल निकासी का उचित प्रबंधन होना चाहिए। स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065005054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Rajasthan | Rajasthan User | 17-09-2024 | Enable |
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799 | सोयाबीन पर सलाह Kota | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Kota ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 17 September से 23 September के दौरान दिन में 32 और रात में 24 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। खेत में मक्का ,बाजरा, मूंग ,उड़द ,तिल एवं सोयाबीन फसलों के कटने से खेत खाली हो गया हो या अधिक वर्षा के फसल ख़राब होने के कारण खेत खाली हो गया हो तो सरसों की बुवाई के लिए सितंबर का प्रथम एवं द्वितीय पखवाड़ा उपयुक्त है I सरसों की फसल के लिए 25 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान की आवश्यकता होती है। सरसों की खेती से अच्छी उपज के लिये रेतीली दोमट एवं हल्की दोमट मृदा अधिक उपयुक्त होती है है। भूमि क्षारीय एवं लवणीय नहीं होनी चाहिये। किसान साथियों ध्यान रहे कि खेत में जल निकासी का उचित प्रबंधन होना चाहिए। स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065005054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Rajasthan | Rajasthan User | 17-09-2024 | Enable |
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800 | सोयाबीन पर सलाह Tonk | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Tonk ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 17 September से 23 September के दौरान दिन में 32 और रात में 24 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। खेत में मक्का ,बाजरा, मूंग ,उड़द ,तिल एवं सोयाबीन फसलों के कटने से खेत खाली हो गया हो या अधिक वर्षा के फसल ख़राब होने के कारण खेत खाली हो गया हो तो सरसों की बुवाई के लिए सितंबर का प्रथम एवं द्वितीय पखवाड़ा उपयुक्त है I सरसों की फसल के लिए 25 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान की आवश्यकता होती है। सरसों की खेती से अच्छी उपज के लिये रेतीली दोमट एवं हल्की दोमट मृदा अधिक उपयुक्त होती है है। भूमि क्षारीय एवं लवणीय नहीं होनी चाहिये। किसान साथियों ध्यान रहे कि खेत में जल निकासी का उचित प्रबंधन होना चाहिए। स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065005054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Rajasthan | Rajasthan User | 17-09-2024 | Enable |
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