Message Schedule List : 9701
S. No. | Message | Language | Created By | Date | Time | Status | Action |
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2861 | ಆತ್ಮೀಯ ಬೆಳಗಾವಿ ಜಿಲ್ಲೆಯ ರೈತ ಮಿತ್ರರೇ , ಮಾರ್ಚ್ 9 ರಿಂದ 15 ನೇ ತಾರೀಖಿನ ವರೆಗೆ ಬೆಳಗಾವಿ ಜಿಲ್ಲೆಯ ಗೋಕಾಕ್ ಮತ್ತು ಅಥಣಿ ತಾಲ್ಲೂಕಿನ ಸುತ್ತಮುತ್ತಲಿನ ಪ್ರದೇಶಗಳಲ್ಲಿ ಹಗಲಿನ ತಾಪಮಾನವು ಗರಿಷ್ಠ 37 ರಿಂದ 38 ಡಿಗ್ರಿ ಸೆಂಟಿಗ್ರೇಡ್ ವರೆಗೆ ಮತ್ತು ರಾತ್ರಿಯ ಕನಿಷ್ಠ ತಾಪಮಾನವು 20 ರಿಂದ 23 ಡಿಗ್ರಿ ಸೆಂಟಿಗ್ರೇಡ್ ಆಸುಪಾಸಿನಲ್ಲಿ ಇರುವ ಸಾಧ್ಯತೆ ಇದೆ.ಈ ವಾರದಲ್ಲಿ ಪೂರ್ವ ಮತ್ತು ಪಶ್ಚಿಮ ದಿಕ್ಕಿನಿಂದ 03 ರಿಂದ 16 ಕಿಮೀ ಪ್ರತೀ ಗಂಟೆಯ ವೇಗದಲ್ಲಿ ಗಾಳಿ ಬೀಸುತ್ತದೆ. ಈ ವಾರದಲ್ಲಿ ಕೆಲವೊಮ್ಮೆ ಆಕಾಶವು ಭಾಗಶಃ ಮೋಡ ಕವಿದ ವಾತಾವರಣವಿರಲಿದ್ದು ಮಳೆಯಾಗುವ ಸಾಧ್ಯತೆ ಇಲ್ಲ. ಈ ವಾರ ಗಾಳಿಯಲ್ಲಿ ತೇವಾಂಶವು ಶೇಕಡಾ 13 ರಿಂದ 46 ವರೆಗೆ ಇರಲಿದೆ. ಈ ಸಮಯ ಕಬ್ಬು ನಾಟಿ ಮಾಡಲು ಅನುಕೂಲಕರವಾಗಿರುವುದರಿಂದ ಹೊಲಗಳಲ್ಲಿ ಕಬ್ಬು ಮಾಡಲು ಇಚ್ಛಿಸುವ ರೈತರು ತಮ್ಮ ಜಮೀನಿನ ಮಣ್ಣನ್ನು ಪರೀಕ್ಷೆಗೆ ಒಳಪಡಿಸಿ ಅದಕ್ಕೆ ತಕ್ಕಂತೆ ಗೊಬ್ಬರವನ್ನು ಹಾಕಿ ಗದ್ದೆಯನ್ನು ಸಿದ್ಧಪಡಿಸಿಕೊಳ್ಳಿ. ಗದ್ದೆಯನ್ನು ಸಿದ್ಧಪಡಿಸುವಾಗ, ಪ್ರತಿ ಎಕರೆಗೆ 25 ಕ್ವಿಂಟಾಲ್ ಹಸುವಿನ ಸಗಣಿ ಅಥವಾ ಎರೆಹುಳು ಗೊಬ್ಬರವನ್ನು ಮಿಶ್ರಣ ಮಾಡಿ ಹೊಲವನ್ನು ಸಮತಟ್ಟು ಮಾಡಿ ಸಿದ್ಧಪಡಿಸಿದ ಗದ್ದೆಯಲ್ಲಿ ಒಂದು ಅಥವಾ ಎರಡು ಕಣ್ಣುಗಳಿಂದ ಕಬ್ಬಿನ ಆರೋಗ್ಯಕರ ಬೀಜಗಳನ್ನು ಬೀಜೊಪಚಾರ ಮಾಡಿದ ನಂತರ ಬಿತ್ತಬೇಕು. ಹೊಲಗಳಲ್ಲಿ 6 ಇಂಚು ಆಳದ ತೋಡುಗಳನ್ನು ಮಾಡಿ ನಾಟಿ ಮಾಡಿ . ನಾಟಿ ಮಾಡುವಾಗ ಬೀಜದಿಂದ ಬಿಜಕ್ಕೆ 1 ರಿಂದ 2 ಅಡಿ ಅಂತರವನ್ನು ಹಾಗೂ ಸಾಲಿನಿಂದ ಸಾಲಿಗೆ 4 ರಿಂದ 5 ಅಡಿ ಅಂತರವನ್ನು ಇಟ್ಟುಕೊಳ್ಳಿ. ನಾಟಿಯ ಸಮಯದಲ್ಲಿ, 225 ಕೆಜಿ ಸಿಂಗಲ್ ಸೂಪರ್ ಫಾಸ್ಫೇಟ್ ಅನ್ನು 25 ಕೆಜಿ ಯೂರಿಯಾ, 85 ಕೆಜಿ ಪೊಟ್ಯಾಷ್ ಮತ್ತು 25 ಕೆಜಿ ಸೂಕ್ಷ್ಮ ಪೋಷಕಾಂಶಗಳೊಂದಿಗೆ ಭೂಮಿಗೆ ಹಾಕಬೇಕು. ಕಬ್ಬಿನ ಗದ್ದೆಯಲ್ಲಿ ಧೈಂಚದ ಬೆಳೆಯನ್ನು ಅಂತರ ಬೆಳೆಯಾಗಿ ಬೆಳೆಯ ಬಹುದು. ಈ ಸಮಯದಲ್ಲಿ ಹೊಸದಾಗಿ ಬಿತ್ತಿದ ಕಬ್ಬಿನ ಗದ್ದೆಗಳಿಗೆ ನೀರು ಹಾಯಿಸಬೇಕು. ಕಬ್ಬು ಮೊಳಕೆಯೊಡೆಯಲು ಆರಂಭಿಸಿದಾಗ 50 ಕೆಜಿ ಯೂರಿಯಾ, 225 ಕೆಜಿ ಎಸ್ಎಸ್ಪಿ, 50 ಕೆಜಿ ಪೊಟ್ಯಾಷ್, 6-10 ಕೆಜಿ ಜಿಂಕ್, 6-10 ಕೆಜಿ ಕಬ್ಬಿಣಾಂಶವನ್ನು ಪ್ರತಿ ಎಕರೆಗೆ ಗಿಡಗಳ ಸಾಲಿನಲ್ಲಿ ಹಾಕಬೇಕು. ಕಬ್ಬಿನ ಪಕ್ವತೆಗೆ ಈ ಋತುವು ಅನುಕೂಲಕರವಾಗಿದೆ, ಆದ್ದರಿಂದ, ಕಬ್ಬಿನ ಗದ್ದೆಗಳಲ್ಲಿ ತೇವಾಂಶವನ್ನು ಕಾಪಾಡಿಕೊಳ್ಳಿ. ಕಬ್ಬು ಕಟಾವು ಮಾಡುತ್ತಿರುವ ಗದ್ದೆಗಳಲ್ಲಿ ರೈತರು ನೆಲದ ಸಮೀಪ ಕಬ್ಬು ಕಡಿಯುವಂತೆ ಸೂಚಿಸಲಾಗಿದೆ ಇದರಿಂದ ನಾವು ಉತ್ತಮ ರತುನ್ ಬೆಳೆ ಪಡೆಯಬಹುದು. ಕಬ್ಬಿನ ಕಟಾವು ನಂತರ ಕಬ್ಬಿನ ತರಗೆಲೆಗಳನ್ನು ಹೊಲದಲ್ಲಿಯೇ ಹರಡಿ ಕೊಳೆಯಲು ಬಿಡಿ, ಇದರಿಂದ ನಿಮ್ಮ ಹೊಲದಲ್ಲಿಯೇ ಉತ್ತಮವಾದ ಸಾವಯವ ಗೊಬ್ಬರ ತಯಾರಾಗುತ್ತದೆ. ಇದಕ್ಕಾಗಿ ವೇಸ್ಟ ಡಿ-ಕಂಪೊಸರ್ ಅನ್ನು ಕೂಡ ಬಳಕೆ ಮಾಡಬಹುದು. ಕಬ್ಬು ಕಟಾವು ಮಾಡಿದ ಒಂದು ತಿಂಗಳೊಳಗೆ ಈ ಹೊಲಗಳಲ್ಲಿ ಪ್ರತಿ ಎಕರೆಗೆ 85 ಕೆಜಿ ಯೂರಿಯಾ, 225 ಕೆಜಿ ಸಿಂಗಲ್ ಸೂಪರ್ ಫಾಸ್ಫೇಟ್, 50 ಕೆಜಿ ಪೊಟ್ಯಾಷ್ ಜೊತೆಗೆ 25 ಕೆಜಿ ಸೂಕ್ಷ್ಮ ಪೋಷಕಾಂಶಗಳನ್ನು ಬೆರೆಸಿ ಹೊಲಗಳಲ್ಲಿ ಹಾಕುವುದರಿಂದ ರತುನ್ ಬೆಳೆಗೆ ಉತ್ತಮ ಪೋಷಕಾಂಶ ದೊರೆಯುತ್ತದೆ ಮತ್ತು ಗಿಡಗಳು ಬೇಗ ಬೆಳೆಯುತ್ತವೆ ಹಾಗೂ ಈ ಬೆಳೆಯಲ್ಲಿ ಅಂತರವನ್ನು ಭರ್ತಿ ಮಾಡಬೇಕು. ರತುನ್ ಬೆಳೆ ಹಾಕಿ ಎರಡು ತಿಂಗಳಿಗಿಂತ ಹೆಚ್ಚು ಆಗಿದ್ದರೆ, 75 ಕೆಜಿ ಯೂರಿಯಾವನ್ನು ಬೇರುಗಳ ಸಮೀಪದಲ್ಲಿ ಹಾಕಬೇಕು. ಈ ಋತುವಿನಲ್ಲಿ ಚಿಗುರು ಕೊರಕ ರೋಗ ಕಾಡುವ ಸಂಭವವಿದ್ದು ಬಾಧಿತ ಕಬ್ಬಿನ ಗಿಡಗಳನ್ನು ಕಿತ್ತು ಹೊಲದ ಹೊರಗೆ ತೆಗೆದುಕೊಂಡು ಹೋಗಿ ನಾಶಮಾಡಿ, ರೋಗದ ಬಾಧೆ ತೀವ್ರವಾದಲ್ಲಿ ಹತೊಟಿಗೆ ತರಲು ಎಕರೆಗೆ 150 ಮಿಲಿ ಕೊರಜೆನ್ ಅನ್ನು 400 ಲೀಟರ್ ನೀರಿಗೆ ಬೆರೆಸಿ ಬೇರುಗಳ ಬಳಿ ಹಾಕಬೇಕು. ಸ್ಮಾಟ್ ಅಗ್ರಿ ಕಾರ್ಯಕ್ರಮದ ಹೆಚ್ಚಿನ ಮಾಹಿತಿಗಾಗಿ ಮೊಬೈಲ್ ನಂ 9205021814 ಗೆ ಕರೆ ಮಾಡಿ ಮತ್ತು ಈ ಸಂದೇಶವನ್ನು ಮತ್ತೆ ಪುನಃ ಕೇಳಲು 7065-00-5054 ನ್ನು ಸಂಪರ್ಕಿಸಿ | Kannada | Karnataka | 08-03-2024 | 10:00:00 | SCHEDULED |
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2862 | ନମସ୍କାର ଗଜପତି ଜିଲ୍ଲା ଗୁମ୍ମlର ସମସ୍ତ ଚାଷୀ ମାନଙ୍କୁ ସଲିଡାରିଡlଡ ତରଫରୁ ଭୋଡlଫୋନ ଆଇଡିଆ ଓ ଇଣ୍ଡସ ଟାୱାର ସହଯୋଗ ରେ ଚାଲୁଥିବା ଆଧୁନିକ କୃଷି କାର୍ଯ୍ୟକ୍ରମ କୁ ସ୍ଵାଗତ କରାଯାଉଛି। ଚିନା ବାଦାମ ଫସଲର ଫୁଲ ପର୍ଯ୍ୟାୟରେ ହେକ୍ଟର ପିଛା 50 ଖୁଣ୍ଟ ହାରରେ ଟି ଆକୃତିର ବାଡି ଲଗାଯିବା ଉଚିତ, ଯାହା ଦ୍ୱାରା ପକ୍ଷୀମାନେ ତାହା ଉପରେ ବସି କୀଟପତଙ୍ଗ ଖାଇ ପାରିବେ। ଏହା ସହିତ, କ୍ଷେତରେ ସମାନ ଦୂରତାରେ ହେକ୍ଟର ପ୍ରତି 10-12 ଟି ଫେରୋମୋନ୍ ଟ୍ରାପ୍ ଲଗାଇବା ଉଚିତ, ଯାହା କୀଟପତଙ୍ଗକୁ ଫାଶରେ ପକାଇ କୀଟନାଶକକୁ ହ୍ରାସ କରିଥାଏ। ଧଳା ମାଛି ପାଇଁ ଇମିଡାକ୍ଲୋପିଡ୍ କୁ ହେକ୍ଟର ପିଛା 500 ଲିଟର ପାଣିରେ ଲିଟର ପିଛା 0.5 ମିଲି ଏକ ସମାଧାନ ପ୍ରସ୍ତୁତ କରନ୍ତୁ ଏବଂ ବ୍ୟବହାର କରନ୍ତୁ | ଅଧିକ ସୂଚନା ପାଇଁ ଆମ ଟୋଲ ଫ୍ରି ନମ୍ବର ୭୦୬୫୦୦୫୦୫୪ ରେ ମିସ କଲ୍ କରନ୍ତୁ। ଧନ୍ୟବାଦ୍ | Odia | Orissa | 07-03-2024 | 15:55:00 | SCHEDULED |
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2863 | ନମସ୍କାର ଗଜପତି ଜିଲ୍ଲା ଗୁମ୍ମlର ସମସ୍ତ ଚାଷୀ ମାନଙ୍କୁ ସଲିଡାରିଡlଡ ତରଫରୁ ଭୋଡlଫୋନ ଆଇଡିଆ ଓ ଇଣ୍ଡସ ଟାୱାର ସହଯୋଗ ରେ ଚାଲୁଥିବା ଆଧୁନିକ କୃଷି କାର୍ଯ୍ୟକ୍ରମ କୁ ସ୍ଵାଗତ କରାଯାଉଛି। ଚିନା ବାଦାମ ଫସଲର ଫୁଲ ପର୍ଯ୍ୟାୟରେ ହେକ୍ଟର ପିଛା 50 ଖୁଣ୍ଟ ହାରରେ ଟି ଆକୃତିର ବାଡି ଲଗାଯିବା ଉଚିତ, ଯାହା ଦ୍ୱାରା ପକ୍ଷୀମାନେ ତାହା ଉପରେ ବସି କୀଟପତଙ୍ଗ ଖାଇ ପାରିବେ। ଏହା ସହିତ, କ୍ଷେତରେ ସମାନ ଦୂରତାରେ ହେକ୍ଟର ପ୍ରତି 10-12 ଟି ଫେରୋମୋନ୍ ଟ୍ରାପ୍ ଲଗାଇବା ଉଚିତ, ଯାହା କୀଟପତଙ୍ଗକୁ ଫାଶରେ ପକାଇ କୀଟନାଶକକୁ ହ୍ରାସ କରିଥାଏ। ଧଳା ମାଛି ପାଇଁ ଇମିଡାକ୍ଲୋପିଡ୍ କୁ ହେକ୍ଟର ପିଛା 500 ଲିଟର ପାଣିରେ ଲିଟର ପିଛା 0.5 ମିଲି ଏକ ସମାଧାନ ପ୍ରସ୍ତୁତ କରନ୍ତୁ ଏବଂ ବ୍ୟବହାର କରନ୍ତୁ | ଅଧିକ ସୂଚନା ପାଇଁ ଆମ ଟୋଲ ଫ୍ରି ନମ୍ବର ୭୦୬୫୦୦୫୦୫୪ ରେ ମିସ କଲ୍ କରନ୍ତୁ। ଧନ୍ୟବାଦ୍ | Odia | Orissa | 07-03-2024 | 15:55:00 | CANCELLED ! |
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2864 | ନମସ୍କାର ଗଜପତି ଜିଲ୍ଲା ଗୁମ୍ମlର ସମସ୍ତ ଚାଷୀ ମାନଙ୍କୁ ସଲିଡାରିଡlଡ ତରଫରୁ ଭୋଡlଫୋନ ଆଇଡିଆ ଓ ଇଣ୍ଡସ ଟାୱାର ସହଯୋଗ ରେ ଚାଲୁଥିବା ଆଧୁନିକ କୃଷି କାର୍ଯ୍ୟକ୍ରମ କୁ ସ୍ଵାଗତ କରାଯାଉଛି। ଚିନା ବାଦାମ ଫସଲର ଫୁଲ ପର୍ଯ୍ୟାୟରେ ହେକ୍ଟର ପିଛା 50 ଖୁଣ୍ଟ ହାରରେ ଟି ଆକୃତିର ବାଡି ଲଗାଯିବା ଉଚିତ, ଯାହା ଦ୍ୱାରା ପକ୍ଷୀମାନେ ତାହା ଉପରେ ବସି କୀଟପତଙ୍ଗ ଖାଇ ପାରିବେ। ଏହା ସହିତ, କ୍ଷେତରେ ସମାନ ଦୂରତାରେ ହେକ୍ଟର ପ୍ରତି 10-12 ଟି ଫେରୋମୋନ୍ ଟ୍ରାପ୍ ଲଗାଇବା ଉଚିତ, ଯାହା କୀଟପତଙ୍ଗକୁ ଫାଶରେ ପକାଇ କୀଟନାଶକକୁ ହ୍ରାସ କରିଥାଏ। ଧଳା ମାଛି ପାଇଁ ଇମିଡାକ୍ଲୋପିଡ୍ କୁ ହେକ୍ଟର ପିଛା 500 ଲିଟର ପାଣିରେ ଲିଟର ପିଛା 0.5 ମିଲି ଏକ ସମାଧାନ ପ୍ରସ୍ତୁତ କରନ୍ତୁ ଏବଂ ବ୍ୟବହାର କରନ୍ତୁ | ଅଧିକ ସୂଚନା ପାଇଁ ଆମ ଟୋଲ ଫ୍ରି ନମ୍ବର ୭୦୬୫୦୦୫୦୫୪ ରେ ମିସ କଲ୍ କରନ୍ତୁ। ଧନ୍ୟବାଦ୍ | Odia | Orissa | 07-03-2024 | 15:55:00 | SCHEDULED |
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2865 | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन, इंडस टावर एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, ग्राम Nagoniya जिला Jhalawar ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 5 March - 11 March के दौरान दिन में 28 और रात में 15 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। तिल की खेती अच्छी जल निकासी वाली पर्याप्त नमी वाली रेतीली दोमट भूमि तिल की खेती के लिए सबसे उपयुक्त है। तिल की बुवाई मे बीज की मात्रा छिडकाव विधि से 5 किग्रा/हे. एवं सीड ड्रिल से बुवाई मे 2.5-3 किग्रा/हेक्टेयर की बीज के आवश्यकता होती है किसान साथियों अधिक उपज प्राप्त करने के लिए लाइन से लाइनके बीच उचित दूरी रखकर सीड ड्रिल से बुआई करे| किसान साथियों से अनुरोध हे कि गेंहू कटाई के बाद बची हुई पराली (फसल अवशेष ) को नहीं जलाये। इसे जलाने से खेत में उपस्थित जीवाणु मर जाते है खेत की उत्तपादन शक्ति घट जाती है बाजार में उपलब्ध फसल अपघटक (बायो-डीकंपोजर) का उपयोग करने से पराली (फसल अवशेष ) को खाद में परवर्तित हो जाएगी एवं मृदा के उर्बरता बढ़ेगी एवं फसल का उत्तपादन बढ़ेगा I स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065005054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Hindi | Rajasthan User | 07-03-2024 | 12:08:00 | SCHEDULED |
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2866 | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन, इंडस टावर एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, ग्राम Anwalikalan जिला Jhalawar ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 5 March - 11 March के दौरान दिन में 28 और रात में 15 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। तिल की खेती अच्छी जल निकासी वाली पर्याप्त नमी वाली रेतीली दोमट भूमि तिल की खेती के लिए सबसे उपयुक्त है। तिल की बुवाई मे बीज की मात्रा छिडकाव विधि से 5 किग्रा/हे. एवं सीड ड्रिल से बुवाई मे 2.5-3 किग्रा/हेक्टेयर की बीज के आवश्यकता होती है किसान साथियों अधिक उपज प्राप्त करने के लिए लाइन से लाइनके बीच उचित दूरी रखकर सीड ड्रिल से बुआई करे| किसान साथियों से अनुरोध हे कि गेंहू कटाई के बाद बची हुई पराली (फसल अवशेष ) को नहीं जलाये। इसे जलाने से खेत में उपस्थित जीवाणु मर जाते है खेत की उत्तपादन शक्ति घट जाती है बाजार में उपलब्ध फसल अपघटक (बायो-डीकंपोजर) का उपयोग करने से पराली (फसल अवशेष ) को खाद में परवर्तित हो जाएगी एवं मृदा के उर्बरता बढ़ेगी एवं फसल का उत्तपादन बढ़ेगा I स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065005054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Hindi | Rajasthan User | 07-03-2024 | 12:05:00 | SCHEDULED |
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2867 | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन, इंडस टावर एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, ग्राम Bagher जिला Jhalawar ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 5 March - 11 March के दौरान दिन में 28 और रात में 15 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। तिल की खेती अच्छी जल निकासी वाली पर्याप्त नमी वाली रेतीली दोमट भूमि तिल की खेती के लिए सबसे उपयुक्त है। तिल की बुवाई मे बीज की मात्रा छिडकाव विधि से 5 किग्रा/हे. एवं सीड ड्रिल से बुवाई मे 2.5-3 किग्रा/हेक्टेयर की बीज के आवश्यकता होती है किसान साथियों अधिक उपज प्राप्त करने के लिए लाइन से लाइनके बीच उचित दूरी रखकर सीड ड्रिल से बुआई करे| किसान साथियों से अनुरोध हे कि गेंहू कटाई के बाद बची हुई पराली (फसल अवशेष ) को नहीं जलाये। इसे जलाने से खेत में उपस्थित जीवाणु मर जाते है खेत की उत्तपादन शक्ति घट जाती है बाजार में उपलब्ध फसल अपघटक (बायो-डीकंपोजर) का उपयोग करने से पराली (फसल अवशेष ) को खाद में परवर्तित हो जाएगी एवं मृदा के उर्बरता बढ़ेगी एवं फसल का उत्तपादन बढ़ेगा I स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065005054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Hindi | Rajasthan User | 07-03-2024 | 12:04:00 | SCHEDULED |
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2868 | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन, इंडस टावर एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, ग्राम Khumariya जिला Bundi ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 5 March - 11 March के दौरान दिन में 28 और रात में 15 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। तिल की खेती अच्छी जल निकासी वाली पर्याप्त नमी वाली रेतीली दोमट भूमि तिल की खेती के लिए सबसे उपयुक्त है। तिल की बुवाई मे बीज की मात्रा छिडकाव विधि से 5 किग्रा/हे. एवं सीड ड्रिल से बुवाई मे 2.5-3 किग्रा/हेक्टेयर की बीज के आवश्यकता होती है किसान साथियों अधिक उपज प्राप्त करने के लिए लाइन से लाइनके बीच उचित दूरी रखकर सीड ड्रिल से बुआई करे| किसान साथियों से अनुरोध हे कि गेंहू कटाई के बाद बची हुई पराली (फसल अवशेष ) को नहीं जलाये। इसे जलाने से खेत में उपस्थित जीवाणु मर जाते है खेत की उत्तपादन शक्ति घट जाती है बाजार में उपलब्ध फसल अपघटक (बायो-डीकंपोजर) का उपयोग करने से पराली (फसल अवशेष ) को खाद में परवर्तित हो जाएगी एवं मृदा के उर्बरता बढ़ेगी एवं फसल का उत्तपादन बढ़ेगा I स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065005054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Hindi | Rajasthan User | 07-03-2024 | 12:01:00 | SCHEDULED |
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2869 | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन, इंडस टावर एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, ग्राम Badanayagoan जिला Bundi ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 5 March - 11 March के दौरान दिन में 28 और रात में 15 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। तिल की खेती अच्छी जल निकासी वाली पर्याप्त नमी वाली रेतीली दोमट भूमि तिल की खेती के लिए सबसे उपयुक्त है। तिल की बुवाई मे बीज की मात्रा छिडकाव विधि से 5 किग्रा/हे. एवं सीड ड्रिल से बुवाई मे 2.5-3 किग्रा/हेक्टेयर की बीज के आवश्यकता होती है किसान साथियों अधिक उपज प्राप्त करने के लिए लाइन से लाइनके बीच उचित दूरी रखकर सीड ड्रिल से बुआई करे| किसान साथियों से अनुरोध हे कि गेंहू कटाई के बाद बची हुई पराली (फसल अवशेष ) को नहीं जलाये। इसे जलाने से खेत में उपस्थित जीवाणु मर जाते है खेत की उत्तपादन शक्ति घट जाती है बाजार में उपलब्ध फसल अपघटक (बायो-डीकंपोजर) का उपयोग करने से पराली (फसल अवशेष ) को खाद में परवर्तित हो जाएगी एवं मृदा के उर्बरता बढ़ेगी एवं फसल का उत्तपादन बढ़ेगा I स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065005054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Hindi | Rajasthan User | 07-03-2024 | 12:00:00 | SCHEDULED |
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2870 | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन, इंडस टावर एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, ग्राम Ramgarh जिला Baran ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 5 March - 11 March के दौरान दिन में 28 और रात में 15 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। तिल की खेती अच्छी जल निकासी वाली पर्याप्त नमी वाली रेतीली दोमट भूमि तिल की खेती के लिए सबसे उपयुक्त है। तिल की बुवाई मे बीज की मात्रा छिडकाव विधि से 5 किग्रा/हे. एवं सीड ड्रिल से बुवाई मे 2.5-3 किग्रा/हेक्टेयर की बीज के आवश्यकता होती है किसान साथियों अधिक उपज प्राप्त करने के लिए लाइन से लाइनके बीच उचित दूरी रखकर सीड ड्रिल से बुआई करे| किसान साथियों से अनुरोध हे कि गेंहू कटाई के बाद बची हुई पराली (फसल अवशेष ) को नहीं जलाये। इसे जलाने से खेत में उपस्थित जीवाणु मर जाते है खेत की उत्तपादन शक्ति घट जाती है बाजार में उपलब्ध फसल अपघटक (बायो-डीकंपोजर) का उपयोग करने से पराली (फसल अवशेष ) को खाद में परवर्तित हो जाएगी एवं मृदा के उर्बरता बढ़ेगी एवं फसल का उत्तपादन बढ़ेगा I स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065005054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Hindi | Rajasthan User | 07-03-2024 | 11:59:00 | SCHEDULED |
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