Message Schedule List : 9701
S. No. | Message | Language | Created By | Date | Time | Status | Action |
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3241 | प्रिय किसान साथियों, 10 फरवरी से 16 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान लखीमपुर जिले के बावन क्षेत्र के तापमान में हल्की बढ़ोत्तरी होगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 21 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 14 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान उत्तर दक्षिण दिशा से 2 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलेगीI इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे किन्तु वर्षा की कोई सम्भावना नहीं है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 42 से 78 प्रतिशत तक रहेगी| गन्ने की 0238 प्रजाति में लाल सडन रोग की पहचान के लिए निम्नलिखित बातो का ध्यान रखेI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I बसंतकालीन गन्ने की बुवाई के लिए खेत की अंतिम जुताई के साथ 25 टन प्रति एकड़ की दर से गोबर की खाद को खेत में मिला दे| लाल सडन से प्रभावित खेत का गन्ना बीज के रूप में न बोये और बुवाई से पहले प्रति एकड़ की दर से 4 किलो ट्राईकोडर्मा को 100 किलो गोबर की सड़ी खाद में मिलाकर आखिरी जुताई के साथ खेत में मिला दे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | पहले से तैयार की गई गन्ने की नर्सरी से गैप फिलिग करके पानी लगाये | मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले और जैविक खाद का प्रयोग करेंI गन्ने के साथ बोई गई सहफसल यदि पक गई है तो उसकी कटाई व भंडारण की उचित व्यवस्था अवश्य कर ले| ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 09-02-2024 | 08:02:00 | SCHEDULED |
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3242 | प्रिय किसान साथियों, 10 फरवरी से 16 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान शाहजहांपुर जिले के मिर्जापुर क्षेत्र के तापमान में हल्की बढ़ोत्तरी होगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 21 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 14 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान उत्तर दक्षिण दिशा से 2 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलेगीI इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे किन्तु वर्षा की कोई सम्भावना नहीं है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 42 से 78 प्रतिशत तक रहेगी| गन्ने की 0238 प्रजाति में लाल सडन रोग की पहचान के लिए निम्नलिखित बातो का ध्यान रखेI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I बसंतकालीन गन्ने की बुवाई के लिए खेत की अंतिम जुताई के साथ 25 टन प्रति एकड़ की दर से गोबर की खाद को खेत में मिला दे| लाल सडन से प्रभावित खेत का गन्ना बीज के रूप में न बोये और बुवाई से पहले प्रति एकड़ की दर से 4 किलो ट्राईकोडर्मा को 100 किलो गोबर की सड़ी खाद में मिलाकर आखिरी जुताई के साथ खेत में मिला दे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | पहले से तैयार की गई गन्ने की नर्सरी से गैप फिलिग करके पानी लगाये | मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले और जैविक खाद का प्रयोग करेंI गन्ने के साथ बोई गई सहफसल यदि पक गई है तो उसकी कटाई व भंडारण की उचित व्यवस्था अवश्य कर ले| ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 09-02-2024 | 08:01:00 | SCHEDULED |
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3243 | प्रिय किसान साथियों, 10 फरवरी से 16 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान शाहजहांपुर जिले के बावल खेडा क्षेत्र के तापमान में हल्की बढ़ोत्तरी होगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 21 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 14 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान उत्तर दक्षिण दिशा से 2 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलेगीI इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे किन्तु वर्षा की कोई सम्भावना नहीं है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 42 से 78 प्रतिशत तक रहेगी| गन्ने की 0238 प्रजाति में लाल सडन रोग की पहचान के लिए निम्नलिखित बातो का ध्यान रखेI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I बसंतकालीन गन्ने की बुवाई के लिए खेत की अंतिम जुताई के साथ 25 टन प्रति एकड़ की दर से गोबर की खाद को खेत में मिला दे| लाल सडन से प्रभावित खेत का गन्ना बीज के रूप में न बोये और बुवाई से पहले प्रति एकड़ की दर से 4 किलो ट्राईकोडर्मा को 100 किलो गोबर की सड़ी खाद में मिलाकर आखिरी जुताई के साथ खेत में मिला दे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | पहले से तैयार की गई गन्ने की नर्सरी से गैप फिलिग करके पानी लगाये | मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले और जैविक खाद का प्रयोग करेंI गन्ने के साथ बोई गई सहफसल यदि पक गई है तो उसकी कटाई व भंडारण की उचित व्यवस्था अवश्य कर ले| ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 09-02-2024 | 08:01:00 | SCHEDULED |
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3244 | प्रिय किसान साथियों, 10 फरवरी से 16 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान शाहजहांपुर जिले के मदनपुर क्षेत्र के तापमान में हल्की बढ़ोत्तरी होगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 21 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 14 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान उत्तर दक्षिण दिशा से 2 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलेगीI इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे किन्तु वर्षा की कोई सम्भावना नहीं है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 42 से 78 प्रतिशत तक रहेगी| गन्ने की 0238 प्रजाति में लाल सडन रोग की पहचान के लिए निम्नलिखित बातो का ध्यान रखेI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I बसंतकालीन गन्ने की बुवाई के लिए खेत की अंतिम जुताई के साथ 25 टन प्रति एकड़ की दर से गोबर की खाद को खेत में मिला दे| लाल सडन से प्रभावित खेत का गन्ना बीज के रूप में न बोये और बुवाई से पहले प्रति एकड़ की दर से 4 किलो ट्राईकोडर्मा को 100 किलो गोबर की सड़ी खाद में मिलाकर आखिरी जुताई के साथ खेत में मिला दे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | पहले से तैयार की गई गन्ने की नर्सरी से गैप फिलिग करके पानी लगाये | मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले और जैविक खाद का प्रयोग करेंI गन्ने के साथ बोई गई सहफसल यदि पक गई है तो उसकी कटाई व भंडारण की उचित व्यवस्था अवश्य कर ले| ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 09-02-2024 | 08:00:00 | SCHEDULED |
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3245 | प्रिय किसान साथियों, 10 फरवरी से 16 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान शाहजहांपुर जिले के पुवाया क्षेत्र के तापमान में हल्की बढ़ोत्तरी होगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 21 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 14 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान उत्तर दक्षिण दिशा से 2 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलेगीI इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे किन्तु वर्षा की कोई सम्भावना नहीं है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 42 से 78 प्रतिशत तक रहेगी| गन्ने की 0238 प्रजाति में लाल सडन रोग की पहचान के लिए निम्नलिखित बातो का ध्यान रखेI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I बसंतकालीन गन्ने की बुवाई के लिए खेत की अंतिम जुताई के साथ 25 टन प्रति एकड़ की दर से गोबर की खाद को खेत में मिला दे| लाल सडन से प्रभावित खेत का गन्ना बीज के रूप में न बोये और बुवाई से पहले प्रति एकड़ की दर से 4 किलो ट्राईकोडर्मा को 100 किलो गोबर की सड़ी खाद में मिलाकर आखिरी जुताई के साथ खेत में मिला दे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | पहले से तैयार की गई गन्ने की नर्सरी से गैप फिलिग करके पानी लगाये | मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले और जैविक खाद का प्रयोग करेंI गन्ने के साथ बोई गई सहफसल यदि पक गई है तो उसकी कटाई व भंडारण की उचित व्यवस्था अवश्य कर ले| ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 09-02-2024 | 08:00:00 | SCHEDULED |
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3246 | प्रिय किसान साथियों, 10 फरवरी से 16 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान शाहजहांपुर जिले के अल्लागंज क्षेत्र के तापमान में हल्की बढ़ोत्तरी होगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 21 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 14 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान उत्तर दक्षिण दिशा से 2 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलेगीI इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे किन्तु वर्षा की कोई सम्भावना नहीं है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 42 से 78 प्रतिशत तक रहेगी| गन्ने की 0238 प्रजाति में लाल सडन रोग की पहचान के लिए निम्नलिखित बातो का ध्यान रखेI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I बसंतकालीन गन्ने की बुवाई के लिए खेत की अंतिम जुताई के साथ 25 टन प्रति एकड़ की दर से गोबर की खाद को खेत में मिला दे| लाल सडन से प्रभावित खेत का गन्ना बीज के रूप में न बोये और बुवाई से पहले प्रति एकड़ की दर से 4 किलो ट्राईकोडर्मा को 100 किलो गोबर की सड़ी खाद में मिलाकर आखिरी जुताई के साथ खेत में मिला दे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | पहले से तैयार की गई गन्ने की नर्सरी से गैप फिलिग करके पानी लगाये | मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले और जैविक खाद का प्रयोग करेंI गन्ने के साथ बोई गई सहफसल यदि पक गई है तो उसकी कटाई व भंडारण की उचित व्यवस्था अवश्य कर ले| ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 09-02-2024 | 08:00:00 | SCHEDULED |
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3247 | प्रिय किसान साथियों, 10 फरवरी से 16 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान शाहजहांपुर जिले के जलालाबाद क्षेत्र के तापमान में हल्की बढ़ोत्तरी होगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 21 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 14 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान उत्तर दक्षिण दिशा से 2 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलेगीI इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे किन्तु वर्षा की कोई सम्भावना नहीं है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 42 से 78 प्रतिशत तक रहेगी| गन्ने की 0238 प्रजाति में लाल सडन रोग की पहचान के लिए निम्नलिखित बातो का ध्यान रखेI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I बसंतकालीन गन्ने की बुवाई के लिए खेत की अंतिम जुताई के साथ 25 टन प्रति एकड़ की दर से गोबर की खाद को खेत में मिला दे| लाल सडन से प्रभावित खेत का गन्ना बीज के रूप में न बोये और बुवाई से पहले प्रति एकड़ की दर से 4 किलो ट्राईकोडर्मा को 100 किलो गोबर की सड़ी खाद में मिलाकर आखिरी जुताई के साथ खेत में मिला दे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | पहले से तैयार की गई गन्ने की नर्सरी से गैप फिलिग करके पानी लगाये | मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले और जैविक खाद का प्रयोग करेंI गन्ने के साथ बोई गई सहफसल यदि पक गई है तो उसकी कटाई व भंडारण की उचित व्यवस्था अवश्य कर ले| ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 09-02-2024 | 08:00:00 | SCHEDULED |
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3248 | प्रिय किसान साथियों, 10 फरवरी से 16 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान शाहजहांपुर जिले के मोहोली क्षेत्र के तापमान में हल्की बढ़ोत्तरी होगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 21 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 14 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान उत्तर दक्षिण दिशा से 2 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलेगीI इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे किन्तु वर्षा की कोई सम्भावना नहीं है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 42 से 78 प्रतिशत तक रहेगी| गन्ने की 0238 प्रजाति में लाल सडन रोग की पहचान के लिए निम्नलिखित बातो का ध्यान रखेI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I बसंतकालीन गन्ने की बुवाई के लिए खेत की अंतिम जुताई के साथ 25 टन प्रति एकड़ की दर से गोबर की खाद को खेत में मिला दे| लाल सडन से प्रभावित खेत का गन्ना बीज के रूप में न बोये और बुवाई से पहले प्रति एकड़ की दर से 4 किलो ट्राईकोडर्मा को 100 किलो गोबर की सड़ी खाद में मिलाकर आखिरी जुताई के साथ खेत में मिला दे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | पहले से तैयार की गई गन्ने की नर्सरी से गैप फिलिग करके पानी लगाये | मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले और जैविक खाद का प्रयोग करेंI गन्ने के साथ बोई गई सहफसल यदि पक गई है तो उसकी कटाई व भंडारण की उचित व्यवस्था अवश्य कर ले| ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 09-02-2024 | 08:00:00 | SCHEDULED |
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3249 | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन, इंडस टावर एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, ग्राम Jamli जिला Jhabua ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह के दौरान दिन में 26 और रात में 14 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। गेहूं की बलीयो मे दुध बनने की क्रांतिक अवस्था में सिंचाई अवश्य करें I गेहूं में यूरिया की अंतिम सिंचाई अवस्था पर टॉप-ड्रेसिंग द्वारा 20 से 25 किलो प्रति एकड़ के हिसाब से स्प्रे करें I चने की फसल में 90% खेत में टहेनिया नजर आए और फलिया हरे रंग की जगह सुनहरे पीले रंग की दिखने लगे तो चना कटाई के लिए तैयार है यदि सरसों की फसल में सुनहरे पीले रंग की 75% फलियाँ हैं तो यह फसल की कटाई का उचित समय है फसल की कटाई सुबह के समय करें I क्योंकि रात के दौरान जमा हुई नमी फलियों को फटने से रोकती है I कटाई के समय बीजों की नमी 25% होना चाहिए I कटे हुए पौधों के छोटे-छोटे ढेर बनाकर पंक्तियों में लगाएं और उन्हें 4 से 5 दिन धूप में सूखने दें I ताकि बीज में नमी का प्रतिशत 12 से 13 रहे स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 70650 05054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 76690 47747) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Hindi | MP | 08-02-2024 | 16:05:00 | SCHEDULED |
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3250 | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन, इंडस टावर एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, ग्राम Badveli जिला Dhar ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह के दौरान दिन में 27 और रात में 15 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। गेहूं की बलीयो मे दुध बनने की क्रांतिक अवस्था में सिंचाई अवश्य करें I गेहूं में यूरिया की अंतिम सिंचाई अवस्था पर टॉप-ड्रेसिंग द्वारा 20 से 25 किलो प्रति एकड़ के हिसाब से स्प्रे करें I चने की फसल में 90% खेत में टहेनिया नजर आए और फलिया हरे रंग की जगह सुनहरे पीले रंग की दिखने लगे तो चना कटाई के लिए तैयार है यदि सरसों की फसल में सुनहरे पीले रंग की 75% फलियाँ हैं तो यह फसल की कटाई का उचित समय है फसल की कटाई सुबह के समय करें I क्योंकि रात के दौरान जमा हुई नमी फलियों को फटने से रोकती है I कटाई के समय बीजों की नमी 25% होना चाहिए I कटे हुए पौधों के छोटे-छोटे ढेर बनाकर पंक्तियों में लगाएं और उन्हें 4 से 5 दिन धूप में सूखने दें I ताकि बीज में नमी का प्रतिशत 12 से 13 रहे स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 70650 05054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 76690 47747) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Hindi | MP | 08-02-2024 | 15:30:00 | SCHEDULED |
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