Message Schedule List : 9701
S. No. | Message | Language | Created By | Date | Time | Status | Action |
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3321 | ಆತ್ಮೀಯ ಬೆಳಗಾವಿ ಜಿಲ್ಲೆಯ ರೈತ ಮಿತ್ರರೇ , ಫೆಬ್ರುವರಿ 03 ರಿಂದ 09ನೇ ತಾರೀಖಿನ ವರೆಗೆ ಬೆಳಗಾವಿ ಜಿಲ್ಲೆಯ ಗೋಕಾಕ್ ಮತ್ತು ಅಥಣಿ ತಾಲ್ಲೂಕಿನ ಸುತ್ತಮುತ್ತಲಿನ ಪ್ರದೇಶಗಳಲ್ಲಿ ಹಗಲಿನ ತಾಪಮಾನವು ಗರಿಷ್ಠ 33 ರಿಂದ 35 ಡಿಗ್ರಿ ಸೆಂಟಿಗ್ರೇಡ್ ವರೆಗೆ ಮತ್ತು ರಾತ್ರಿಯ ಕನಿಷ್ಠ ತಾಪಮಾನವು 18 ರಿಂದ 20 ಡಿಗ್ರಿ ಸೆಂಟಿಗ್ರೇಡ್ ಆಸುಪಾಸಿನಲ್ಲಿ ಇರುವ ಸಾಧ್ಯತೆ ಇದೆ.ಈ ವಾರದಲ್ಲಿ ಉತ್ತರ ಮತ್ತು ಪಶ್ಚಿಮ ದಿಕ್ಕಿನಿಂದ 02 ರಿಂದ 16 ಕಿಮೀ ಪ್ರತೀ ಗಂಟೆಯ ವೇಗದಲ್ಲಿ ಗಾಳಿ ಬೀಸುತ್ತದೆ. ಈ ವಾರದಲ್ಲಿ ಕೆಲವೊಮ್ಮೆ ಆಕಾಶವು ಭಾಗಶಃ ಮೋಡ ಕವಿದ ವಾತಾವರಣವಿರಲಿದ್ದು ಮಳೆಯಾಗುವ ಸಾಧ್ಯತೆ ಇಲ್ಲ. ಮೋಡದಿ0ದಾಗಿ ಈ ವಾರ ಗಾಳಿಯಲ್ಲಿ ತೇವಾಂಶವು ಶೇಕಡಾ 22 ರಿಂದ 65 ವರೆಗೆ ಇರಲಿದೆ. ಈ ಸಮಯ ಕಬ್ಬು ನಾಟಿ ಮಾಡಲು ಅನುಕೂಲಕರವಾಗಿರುವುದರಿಂದ ಹೊಲಗಳಲ್ಲಿ ಕಬ್ಬು ಮಾಡಲು ಇಚ್ಛಿಸುವ ರೈತರು ತಮ್ಮ ಜಮೀನಿನ ಮಣ್ಣನ್ನು ಪರೀಕ್ಷೆಗೆ ಒಳಪಡಿಸಿ ಅದಕ್ಕೆ ತಕ್ಕಂತೆ ಗೊಬ್ಬರವನ್ನು ಹಾಕಿ ಗದ್ದೆಯನ್ನು ಸಿದ್ಧಪಡಿಸಿಕೊಳ್ಳಿ. ಗದ್ದೆಯನ್ನು ಸಿದ್ಧಪಡಿಸುವಾಗ, ಪ್ರತಿ ಎಕರೆಗೆ 25 ಕ್ವಿಂಟಾಲ್ ಹಸುವಿನ ಸಗಣಿ ಅಥವಾ ಎರೆಹುಳು ಗೊಬ್ಬರವನ್ನು ಮಿಶ್ರಣ ಮಾಡಿ ಹೊಲವನ್ನು ಸಮತಟ್ಟು ಮಾಡಿ ಸಿದ್ಧಪಡಿಸಿದ ಗದ್ದೆಯಲ್ಲಿ ಒಂದು ಅಥವಾ ಎರಡು ಕಣ್ಣುಗಳಿಂದ ಕಬ್ಬಿನ ಆರೋಗ್ಯಕರ ಬೀಜಗಳನ್ನು ಬೀಜೊಪಚಾರ ಮಾಡಿದ ನಂತರ ಬಿತ್ತಬೇಕು. ಹೊಲಗಳಲ್ಲಿ 6 ಇಂಚು ಆಳದ ತೋಡುಗಳನ್ನು ಮಾಡಿ ನಾಟಿ ಮಾಡಿ . ನಾಟಿ ಮಾಡುವಾಗ ಬೀಜದಿಂದ ಬಿಜಕ್ಕೆ 1 ರಿಂದ 2 ಅಡಿ ಅಂತರವನ್ನು ಹಾಗೂ ಸಾಲಿನಿಂದ ಸಾಲಿಗೆ 4 ರಿಂದ 5 ಅಡಿ ಅಂತರವನ್ನು ಇಟ್ಟುಕೊಳ್ಳಿ. ನಾಟಿಯ ಸಮಯದಲ್ಲಿ, 225 ಕೆಜಿ ಸಿಂಗಲ್ ಸೂಪರ್ ಫಾಸ್ಫೇಟ್ ಅನ್ನು 25 ಕೆಜಿ ಯೂರಿಯಾ, 85 ಕೆಜಿ ಪೊಟ್ಯಾಷ್ ಮತ್ತು 25 ಕೆಜಿ ಸೂಕ್ಷ್ಮ ಪೋಷಕಾಂಶಗಳೊಂದಿಗೆ ಭೂಮಿಗೆ ಹಾಕಬೇಕು. ಕಬ್ಬಿನ ಗದ್ದೆಯಲ್ಲಿ ಧೈಂಚದ ಬೆಳೆಯನ್ನು ಅಂತರ ಬೆಳೆಯಾಗಿ ಬೆಳೆಯ ಬಹುದು. ಈ ಸಮಯದಲ್ಲಿ ಹೊಸದಾಗಿ ಬಿತ್ತಿದ ಕಬ್ಬಿನ ಗದ್ದೆಗಳಿಗೆ ನೀರು ಹಾಯಿಸಬೇಕು. ಕಬ್ಬಿನ ಪಕ್ವತೆಗೆ ಈ ಋತುವು ಅನುಕೂಲಕರವಾಗಿದೆ, ಆದ್ದರಿಂದ, ಕಬ್ಬಿನ ಗದ್ದೆಗಳಲ್ಲಿ ತೇವಾಂಶವನ್ನು ಕಾಪಾಡಿಕೊಳ್ಳಿ. ಕಬ್ಬು ಕಟಾವು ಮಾಡುತ್ತಿರುವ ಗದ್ದೆಗಳಲ್ಲಿ ರೈತರು ನೆಲದ ಸಮೀಪ ಕಬ್ಬು ಕಡಿಯುವಂತೆ ಸೂಚಿಸಲಾಗಿದೆ ಇದರಿಂದ ನಾವು ಉತ್ತಮ ರತುನ್ ಬೆಳೆ ಪಡೆಯಬಹುದು. ಕಬ್ಬಿನ ಕಟಾವು ನಂತರ ಕಬ್ಬಿನ ತರಗೆಲೆಗಳನ್ನು ಹೊಲದಲ್ಲಿಯೇ ಹರಡಿ ಕೊಳೆಯಲು ಬಿಡಿ, ಇದರಿಂದ ನಿಮ್ಮ ಹೊಲದಲ್ಲಿಯೇ ಉತ್ತಮವಾದ ಸಾವಯವ ಗೊಬ್ಬರ ತಯಾರಾಗುತ್ತದೆ. ಇದಕ್ಕಾಗಿ ವೇಸ್ಟ ಡಿ-ಕಂಪೊಸರ್ ಅನ್ನು ಕೂಡ ಬಳಕೆ ಮಾಡಬಹುದು. ಕಬ್ಬು ಕಟಾವು ಮಾಡಿದ ಒಂದು ತಿಂಗಳೊಳಗೆ ಈ ಹೊಲಗಳಲ್ಲಿ ಪ್ರತಿ ಎಕರೆಗೆ 85 ಕೆಜಿ ಯೂರಿಯಾ, 225 ಕೆಜಿ ಸಿಂಗಲ್ ಸೂಪರ್ ಫಾಸ್ಫೇಟ್, 50 ಕೆಜಿ ಪೊಟ್ಯಾಷ್ ಜೊತೆಗೆ 25 ಕೆಜಿ ಸೂಕ್ಷ್ಮ ಪೋಷಕಾಂಶಗಳನ್ನು ಬೆರೆಸಿ ಹೊಲಗಳಲ್ಲಿ ಹಾಕುವುದರಿಂದ ರತುನ್ ಬೆಳೆಗೆ ಉತ್ತಮ ಪೋಷಕಾಂಶ ದೊರೆಯುತ್ತದೆ ಮತ್ತು ಗಿಡಗಳು ಬೇಗ ಬೆಳೆಯುತ್ತವೆ ಹಾಗೂ ಈ ಬೆಳೆಯಲ್ಲಿ ಅಂತರವನ್ನು ಭರ್ತಿ ಮಾಡಬೇಕು. ರತುನ್ ಬೆಳೆ ಹಾಕಿ ಎರಡು ತಿಂಗಳಿಗಿಂತ ಹೆಚ್ಚು ಆಗಿದ್ದರೆ, 75 ಕೆಜಿ ಯೂರಿಯಾವನ್ನು ಬೇರುಗಳ ಸಮೀಪದಲ್ಲಿ ಹಾಕಬೇಕು. ಸ್ಮಾಟ್ ಅಗ್ರಿ ಕಾರ್ಯಕ್ರಮದ ಹೆಚ್ಚಿನ ಮಾಹಿತಿಗಾಗಿ ಮೊಬೈಲ್ ನಂ 9205021814 ಗೆ ಕರೆ ಮಾಡಿ ಮತ್ತು ಈ ಸಂದೇಶವನ್ನು ಮತ್ತೆ ಪುನಃ ಕೇಳಲು 7065-00-5054 ನ್ನು ಸಂಪರ್ಕಿಸಿ | Kannada | Karnataka | 02-02-2024 | 10:00:00 | SCHEDULED |
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3322 | प्रिय किसान साथियों, 3 फरवरी से 9 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के बरखनी क्षेत्र के तापमान में कोई बदलाव नहीं आएगा | सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 19 से 23 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 13 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान पश्चिमोत्तर दिशा से शीतलहर चलेगी I इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा वर्षा की संभावना 50 से 65 प्रतिशत है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 56 से 86 प्रतिशत तक रहेगी| गन्ने की 0238 प्रजाति में लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I बसंतकालीन गन्ने की बुवाई के लिए लाल सडन से प्रभावित खेत का गन्ना बीज के रूप में न बोये और बुवाई से पहले प्रति एकर की दर से 4 किलो ट्राईकोडर्मा को 100 किलो गोबर की सड़ी खाद में मिलाकर आखिरी जुताई के साथ खेत में मिला दे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | पेड़ी गन्ने में फुटाव के लिए 20 मिली ईथरल को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर जड़ो के पास डाले | पहले से तैयार की गई गन्ने की नर्सरी से गैप फिलिग करके पानी लगाये | बुवाई करने से पहले गन्ने की दो आँख के टुकडो वाले बीज को हेक्सास्टॉप से शोधित करेI इस सप्ताह के दौरान पाला पड़ेगा तथा शीतलहर भी चलेगी ऐसे में किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले और जैविक खाद का प्रयोग करेंI खड़े गन्ने को ठंड के प्रभाव से बचाने के लिए किसान भाई खेतो में उचित नमी अवश्य बनाये रखे | आलू तथा सरसों की फसल को पाले से बचाने के लिए हल्की सिचाई अवश्य करे | आलू की फसल को लेट ब्लाइट से बचाने के लिए 500 ग्राम एंट्राकोल 75 को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 02-02-2024 | 08:15:00 | SCHEDULED |
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3323 | प्रिय किसान साथियों, 3 फरवरी से 9 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के बिलग्राम क्षेत्र के तापमान में कोई बदलाव नहीं आएगा | सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 19 से 23 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 13 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान पश्चिमोत्तर दिशा से शीतलहर चलेगी I इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा वर्षा की संभावना 50 से 65 प्रतिशत है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 56 से 86 प्रतिशत तक रहेगी| गन्ने की 0238 प्रजाति में लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I बसंतकालीन गन्ने की बुवाई के लिए लाल सडन से प्रभावित खेत का गन्ना बीज के रूप में न बोये और बुवाई से पहले प्रति एकर की दर से 4 किलो ट्राईकोडर्मा को 100 किलो गोबर की सड़ी खाद में मिलाकर आखिरी जुताई के साथ खेत में मिला दे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | पेड़ी गन्ने में फुटाव के लिए 20 मिली ईथरल को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर जड़ो के पास डाले | पहले से तैयार की गई गन्ने की नर्सरी से गैप फिलिग करके पानी लगाये | बुवाई करने से पहले गन्ने की दो आँख के टुकडो वाले बीज को हेक्सास्टॉप से शोधित करेI इस सप्ताह के दौरान पाला पड़ेगा तथा शीतलहर भी चलेगी ऐसे में किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले और जैविक खाद का प्रयोग करेंI खड़े गन्ने को ठंड के प्रभाव से बचाने के लिए किसान भाई खेतो में उचित नमी अवश्य बनाये रखे | आलू तथा सरसों की फसल को पाले से बचाने के लिए हल्की सिचाई अवश्य करे | आलू की फसल को लेट ब्लाइट से बचाने के लिए 500 ग्राम एंट्राकोल 75 को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 02-02-2024 | 08:15:00 | SCHEDULED |
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3324 | प्रिय किसान साथियों, 3 फरवरी से 9 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के टोडरपुर क्षेत्र के तापमान में कोई बदलाव नहीं आएगा | सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 19 से 23 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 13 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान पश्चिमोत्तर दिशा से शीतलहर चलेगी I इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा वर्षा की संभावना 50 से 65 प्रतिशत है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 56 से 86 प्रतिशत तक रहेगी| गन्ने की 0238 प्रजाति में लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I बसंतकालीन गन्ने की बुवाई के लिए लाल सडन से प्रभावित खेत का गन्ना बीज के रूप में न बोये और बुवाई से पहले प्रति एकर की दर से 4 किलो ट्राईकोडर्मा को 100 किलो गोबर की सड़ी खाद में मिलाकर आखिरी जुताई के साथ खेत में मिला दे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | पेड़ी गन्ने में फुटाव के लिए 20 मिली ईथरल को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर जड़ो के पास डाले | पहले से तैयार की गई गन्ने की नर्सरी से गैप फिलिग करके पानी लगाये | बुवाई करने से पहले गन्ने की दो आँख के टुकडो वाले बीज को हेक्सास्टॉप से शोधित करेI इस सप्ताह के दौरान पाला पड़ेगा तथा शीतलहर भी चलेगी ऐसे में किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले और जैविक खाद का प्रयोग करेंI खड़े गन्ने को ठंड के प्रभाव से बचाने के लिए किसान भाई खेतो में उचित नमी अवश्य बनाये रखे | आलू तथा सरसों की फसल को पाले से बचाने के लिए हल्की सिचाई अवश्य करे | आलू की फसल को लेट ब्लाइट से बचाने के लिए 500 ग्राम एंट्राकोल 75 को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 02-02-2024 | 08:14:00 | SCHEDULED |
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3325 | प्रिय किसान साथियों, 3 फरवरी से 9 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के हरियावा क्षेत्र के तापमान में कोई बदलाव नहीं आएगा | सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 19 से 23 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 13 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान पश्चिमोत्तर दिशा से शीतलहर चलेगी I इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा वर्षा की संभावना 50 से 65 प्रतिशत है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 56 से 86 प्रतिशत तक रहेगी| गन्ने की 0238 प्रजाति में लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I बसंतकालीन गन्ने की बुवाई के लिए लाल सडन से प्रभावित खेत का गन्ना बीज के रूप में न बोये और बुवाई से पहले प्रति एकर की दर से 4 किलो ट्राईकोडर्मा को 100 किलो गोबर की सड़ी खाद में मिलाकर आखिरी जुताई के साथ खेत में मिला दे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | पेड़ी गन्ने में फुटाव के लिए 20 मिली ईथरल को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर जड़ो के पास डाले | पहले से तैयार की गई गन्ने की नर्सरी से गैप फिलिग करके पानी लगाये | बुवाई करने से पहले गन्ने की दो आँख के टुकडो वाले बीज को हेक्सास्टॉप से शोधित करेI इस सप्ताह के दौरान पाला पड़ेगा तथा शीतलहर भी चलेगी ऐसे में किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले और जैविक खाद का प्रयोग करेंI खड़े गन्ने को ठंड के प्रभाव से बचाने के लिए किसान भाई खेतो में उचित नमी अवश्य बनाये रखे | आलू तथा सरसों की फसल को पाले से बचाने के लिए हल्की सिचाई अवश्य करे | आलू की फसल को लेट ब्लाइट से बचाने के लिए 500 ग्राम एंट्राकोल 75 को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 02-02-2024 | 08:13:00 | SCHEDULED |
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3326 | प्रिय किसान साथियों, 3 फरवरी से 9 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के हरपालपुर के तापमान में कोई बदलाव नहीं आएगा | सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 19 से 23 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 13 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान पश्चिमोत्तर दिशा से शीतलहर चलेगी I इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा वर्षा की संभावना 50 से 65 प्रतिशत है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 56 से 86 प्रतिशत तक रहेगी| गन्ने की 0238 प्रजाति में लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I बसंतकालीन गन्ने की बुवाई के लिए लाल सडन से प्रभावित खेत का गन्ना बीज के रूप में न बोये और बुवाई से पहले प्रति एकर की दर से 4 किलो ट्राईकोडर्मा को 100 किलो गोबर की सड़ी खाद में मिलाकर आखिरी जुताई के साथ खेत में मिला दे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | पेड़ी गन्ने में फुटाव के लिए 20 मिली ईथरल को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर जड़ो के पास डाले | पहले से तैयार की गई गन्ने की नर्सरी से गैप फिलिग करके पानी लगाये | बुवाई करने से पहले गन्ने की दो आँख के टुकडो वाले बीज को हेक्सास्टॉप से शोधित करेI इस सप्ताह के दौरान पाला पड़ेगा तथा शीतलहर भी चलेगी ऐसे में किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले और जैविक खाद का प्रयोग करेंI खड़े गन्ने को ठंड के प्रभाव से बचाने के लिए किसान भाई खेतो में उचित नमी अवश्य बनाये रखे | आलू तथा सरसों की फसल को पाले से बचाने के लिए हल्की सिचाई अवश्य करे | आलू की फसल को लेट ब्लाइट से बचाने के लिए 500 ग्राम एंट्राकोल 75 को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 02-02-2024 | 08:12:00 | SCHEDULED |
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3327 | प्रिय किसान साथियों, 3 फरवरी से 9 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के पिहानी क्षेत्र के तापमान में कोई बदलाव नहीं आएगा | सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 19 से 23 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 13 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान पश्चिमोत्तर दिशा से शीतलहर चलेगी I इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा वर्षा की संभावना 50 से 65 प्रतिशत है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 56 से 86 प्रतिशत तक रहेगी| गन्ने की 0238 प्रजाति में लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I बसंतकालीन गन्ने की बुवाई के लिए लाल सडन से प्रभावित खेत का गन्ना बीज के रूप में न बोये और बुवाई से पहले प्रति एकर की दर से 4 किलो ट्राईकोडर्मा को 100 किलो गोबर की सड़ी खाद में मिलाकर आखिरी जुताई के साथ खेत में मिला दे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | पेड़ी गन्ने में फुटाव के लिए 20 मिली ईथरल को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर जड़ो के पास डाले | पहले से तैयार की गई गन्ने की नर्सरी से गैप फिलिग करके पानी लगाये | बुवाई करने से पहले गन्ने की दो आँख के टुकडो वाले बीज को हेक्सास्टॉप से शोधित करेI इस सप्ताह के दौरान पाला पड़ेगा तथा शीतलहर भी चलेगी ऐसे में किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले और जैविक खाद का प्रयोग करेंI खड़े गन्ने को ठंड के प्रभाव से बचाने के लिए किसान भाई खेतो में उचित नमी अवश्य बनाये रखे | आलू तथा सरसों की फसल को पाले से बचाने के लिए हल्की सिचाई अवश्य करे | आलू की फसल को लेट ब्लाइट से बचाने के लिए 500 ग्राम एंट्राकोल 75 को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 02-02-2024 | 08:11:00 | SCHEDULED |
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3328 | प्रिय किसान साथियों, 3 फरवरी से 9 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के सांडी क्षेत्र के तापमान में कोई बदलाव नहीं आएगा | सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 19 से 23 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 13 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान पश्चिमोत्तर दिशा से शीतलहर चलेगी I इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा वर्षा की संभावना 50 से 65 प्रतिशत है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 56 से 86 प्रतिशत तक रहेगी| गन्ने की 0238 प्रजाति में लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I बसंतकालीन गन्ने की बुवाई के लिए लाल सडन से प्रभावित खेत का गन्ना बीज के रूप में न बोये और बुवाई से पहले प्रति एकर की दर से 4 किलो ट्राईकोडर्मा को 100 किलो गोबर की सड़ी खाद में मिलाकर आखिरी जुताई के साथ खेत में मिला दे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | पेड़ी गन्ने में फुटाव के लिए 20 मिली ईथरल को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर जड़ो के पास डाले | पहले से तैयार की गई गन्ने की नर्सरी से गैप फिलिग करके पानी लगाये | बुवाई करने से पहले गन्ने की दो आँख के टुकडो वाले बीज को हेक्सास्टॉप से शोधित करेI इस सप्ताह के दौरान पाला पड़ेगा तथा शीतलहर भी चलेगी ऐसे में किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले और जैविक खाद का प्रयोग करेंI खड़े गन्ने को ठंड के प्रभाव से बचाने के लिए किसान भाई खेतो में उचित नमी अवश्य बनाये रखे | आलू तथा सरसों की फसल को पाले से बचाने के लिए हल्की सिचाई अवश्य करे | आलू की फसल को लेट ब्लाइट से बचाने के लिए 500 ग्राम एंट्राकोल 75 को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 02-02-2024 | 08:10:00 | SCHEDULED |
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3329 | प्रिय किसान साथियों, 3 फरवरी से 9 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के शाहाबाद क्षेत्र के तापमान में कोई बदलाव नहीं आएगा | सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 19 से 23 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 13 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान पश्चिमोत्तर दिशा से शीतलहर चलेगी I इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा वर्षा की संभावना 50 से 65 प्रतिशत है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 56 से 86 प्रतिशत तक रहेगी| गन्ने की 0238 प्रजाति में लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I बसंतकालीन गन्ने की बुवाई के लिए लाल सडन से प्रभावित खेत का गन्ना बीज के रूप में न बोये और बुवाई से पहले प्रति एकर की दर से 4 किलो ट्राईकोडर्मा को 100 किलो गोबर की सड़ी खाद में मिलाकर आखिरी जुताई के साथ खेत में मिला दे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | पेड़ी गन्ने में फुटाव के लिए 20 मिली ईथरल को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर जड़ो के पास डाले | पहले से तैयार की गई गन्ने की नर्सरी से गैप फिलिग करके पानी लगाये | बुवाई करने से पहले गन्ने की दो आँख के टुकडो वाले बीज को हेक्सास्टॉप से शोधित करेI इस सप्ताह के दौरान पाला पड़ेगा तथा शीतलहर भी चलेगी ऐसे में किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले और जैविक खाद का प्रयोग करेंI खड़े गन्ने को ठंड के प्रभाव से बचाने के लिए किसान भाई खेतो में उचित नमी अवश्य बनाये रखे | आलू तथा सरसों की फसल को पाले से बचाने के लिए हल्की सिचाई अवश्य करे | आलू की फसल को लेट ब्लाइट से बचाने के लिए 500 ग्राम एंट्राकोल 75 को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 02-02-2024 | 08:10:00 | SCHEDULED |
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3330 | प्रिय किसान साथियों, 3 फरवरी से 9 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के सुरसा क्षेत्र के तापमान में कोई बदलाव नहीं आएगा | सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 19 से 23 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 13 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान पश्चिमोत्तर दिशा से शीतलहर चलेगी I इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा वर्षा की संभावना 50 से 65 प्रतिशत है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 56 से 86 प्रतिशत तक रहेगी| गन्ने की 0238 प्रजाति में लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I बसंतकालीन गन्ने की बुवाई के लिए लाल सडन से प्रभावित खेत का गन्ना बीज के रूप में न बोये और बुवाई से पहले प्रति एकर की दर से 4 किलो ट्राईकोडर्मा को 100 किलो गोबर की सड़ी खाद में मिलाकर आखिरी जुताई के साथ खेत में मिला दे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | पेड़ी गन्ने में फुटाव के लिए 20 मिली ईथरल को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर जड़ो के पास डाले | पहले से तैयार की गई गन्ने की नर्सरी से गैप फिलिग करके पानी लगाये | बुवाई करने से पहले गन्ने की दो आँख के टुकडो वाले बीज को हेक्सास्टॉप से शोधित करेI इस सप्ताह के दौरान पाला पड़ेगा तथा शीतलहर भी चलेगी ऐसे में किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले और जैविक खाद का प्रयोग करेंI खड़े गन्ने को ठंड के प्रभाव से बचाने के लिए किसान भाई खेतो में उचित नमी अवश्य बनाये रखे | आलू तथा सरसों की फसल को पाले से बचाने के लिए हल्की सिचाई अवश्य करे | आलू की फसल को लेट ब्लाइट से बचाने के लिए 500 ग्राम एंट्राकोल 75 को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 02-02-2024 | 08:09:00 | SCHEDULED |
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