Message Schedule List : 9705
S. No. | Message | Language | Created By | Date | Time | Status | Action |
---|---|---|---|---|---|---|---|
4041 | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन, इंडस टावर, जेआर agro एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, ग्राम Mahawan जिला Ayodhya ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 23 December - 29 December के दौरान दिन में 24 और रात में 11 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। गेहूँ का अधिक उत्पादन हेतु 6 सिचाई अनुसंशित है पहली सिंचाई 20 से 21 दिन बाद मुख्य जड़ बनते समय , दूसरी सिंचाई 40 से 45 दिन बाद कल्ले निकलते समय , तीसरी सिंचाई 60 से 65 दिन बाद तने में गाँठ पडते समय, चौथी सिंचाई 80 से 85 दिन बाद फूल आने की अवस्था में, पांचवी सिंचाई 100 से 105 दिन बाद दानो में दूध बनते समय एवं छटवी सिचाई 120 से 125 दिन बाद दाना सख्त होते समय करना चाहिऐ I पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध होने पर सभी अवस्थाओं मे सिंचाई करनी चाहिये I यदि पानी दो सिंचाइयों के लिये ही उपलब्ध होने पर पहली सिंचाई 20 से 21 दिन बाद मुख्य जड़ बनते समय दूसरी सिंचाई 80 से 85 दिन बाद फूल आने की अवस्था मे I यदि पानी तीन सिंचाइयों के लिये ही उपलब्ध होने पर पहली सिंचाई 20 से 21 दिन बाद मुख्य जड़ बनते समय, दूसरी सिंचाई 60 से 65 दिन बाद तने में गाँठ पडते समय एवं तीसरी सिंचाई 100 से १05दिन बाद दानो में दूध बनते समय कर अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते है स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 76690 47747) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Hindi | Uttar Pradesh | 22-12-2023 | 13:20:00 | SCHEDULED |
|
4042 | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन, इंडस टावर एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, ग्राम Bankat जिला Varanasi ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 23 December - 29 December के दौरान दिन में 24 और रात में 12 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। गेहूँ का अधिक उत्पादन हेतु 6 सिचाई अनुसंशित है पहली सिंचाई 20 से 21 दिन बाद मुख्य जड़ बनते समय , दूसरी सिंचाई 40 से 45 दिन बाद कल्ले निकलते समय , तीसरी सिंचाई 60 से 65 दिन बाद तने में गाँठ पडते समय, चौथी सिंचाई 80 से 85 दिन बाद फूल आने की अवस्था में, पांचवी सिंचाई 100 से 105 दिन बाद दानो में दूध बनते समय एवं छटवी सिचाई 120 से 125 दिन बाद दाना सख्त होते समय करना चाहिऐ I पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध होने पर सभी अवस्थाओं मे सिंचाई करनी चाहिये I यदि पानी दो सिंचाइयों के लिये ही उपलब्ध होने पर पहली सिंचाई 20 से 21 दिन बाद मुख्य जड़ बनते समय दूसरी सिंचाई 80 से 85 दिन बाद फूल आने की अवस्था मे I यदि पानी तीन सिंचाइयों के लिये ही उपलब्ध होने पर पहली सिंचाई 20 से 21 दिन बाद मुख्य जड़ बनते समय, दूसरी सिंचाई 60 से 65 दिन बाद तने में गाँठ पडते समय एवं तीसरी सिंचाई 100 से १05दिन बाद दानो में दूध बनते समय कर अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते है स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 76690 47747) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Hindi | Uttar Pradesh | 22-12-2023 | 13:12:00 | SCHEDULED |
|
4043 | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन, इंडस टावर एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, ग्राम Muruee Pindra जिला Varanasi ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 23 December - 29 December के दौरान दिन में 24 और रात में 11 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। गेहूँ का अधिक उत्पादन हेतु 6 सिचाई अनुसंशित है पहली सिंचाई 20 से 21 दिन बाद मुख्य जड़ बनते समय , दूसरी सिंचाई 40 से 45 दिन बाद कल्ले निकलते समय , तीसरी सिंचाई 60 से 65 दिन बाद तने में गाँठ पडते समय, चौथी सिंचाई 80 से 85 दिन बाद फूल आने की अवस्था में, पांचवी सिंचाई 100 से 105 दिन बाद दानो में दूध बनते समय एवं छटवी सिचाई 120 से 125 दिन बाद दाना सख्त होते समय करना चाहिऐ I पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध होने पर सभी अवस्थाओं मे सिंचाई करनी चाहिये I यदि पानी दो सिंचाइयों के लिये ही उपलब्ध होने पर पहली सिंचाई 20 से 21 दिन बाद मुख्य जड़ बनते समय दूसरी सिंचाई 80 से 85 दिन बाद फूल आने की अवस्था मे I यदि पानी तीन सिंचाइयों के लिये ही उपलब्ध होने पर पहली सिंचाई 20 से 21 दिन बाद मुख्य जड़ बनते समय, दूसरी सिंचाई 60 से 65 दिन बाद तने में गाँठ पडते समय एवं तीसरी सिंचाई 100 से १05दिन बाद दानो में दूध बनते समय कर अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते है स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 76690 47747) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Hindi | Uttar Pradesh | 22-12-2023 | 13:11:00 | SCHEDULED |
|
4044 | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन, इंडस टावर एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, ग्राम Kalipur जिला Varanasi ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 23 December - 29 December के दौरान दिन में 24 और रात में 11 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। गेहूँ का अधिक उत्पादन हेतु 6 सिचाई अनुसंशित है पहली सिंचाई 20 से 21 दिन बाद मुख्य जड़ बनते समय , दूसरी सिंचाई 40 से 45 दिन बाद कल्ले निकलते समय , तीसरी सिंचाई 60 से 65 दिन बाद तने में गाँठ पडते समय, चौथी सिंचाई 80 से 85 दिन बाद फूल आने की अवस्था में, पांचवी सिंचाई 100 से 105 दिन बाद दानो में दूध बनते समय एवं छटवी सिचाई 120 से 125 दिन बाद दाना सख्त होते समय करना चाहिऐ I पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध होने पर सभी अवस्थाओं मे सिंचाई करनी चाहिये I यदि पानी दो सिंचाइयों के लिये ही उपलब्ध होने पर पहली सिंचाई 20 से 21 दिन बाद मुख्य जड़ बनते समय दूसरी सिंचाई 80 से 85 दिन बाद फूल आने की अवस्था मे I यदि पानी तीन सिंचाइयों के लिये ही उपलब्ध होने पर पहली सिंचाई 20 से 21 दिन बाद मुख्य जड़ बनते समय, दूसरी सिंचाई 60 से 65 दिन बाद तने में गाँठ पडते समय एवं तीसरी सिंचाई 100 से १05दिन बाद दानो में दूध बनते समय कर अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते है स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 76690 47747) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Hindi | Uttar Pradesh | 22-12-2023 | 13:11:00 | SCHEDULED |
|
4045 | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन, इंडस टावर एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, ग्राम Sahenshapur जिला Varanasi ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 23 December - 29 December के दौरान दिन में 24 और रात में 12 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। गेहूँ का अधिक उत्पादन हेतु 6 सिचाई अनुसंशित है पहली सिंचाई 20 से 21 दिन बाद मुख्य जड़ बनते समय , दूसरी सिंचाई 40 से 45 दिन बाद कल्ले निकलते समय , तीसरी सिंचाई 60 से 65 दिन बाद तने में गाँठ पडते समय, चौथी सिंचाई 80 से 85 दिन बाद फूल आने की अवस्था में, पांचवी सिंचाई 100 से 105 दिन बाद दानो में दूध बनते समय एवं छटवी सिचाई 120 से 125 दिन बाद दाना सख्त होते समय करना चाहिऐ I पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध होने पर सभी अवस्थाओं मे सिंचाई करनी चाहिये I यदि पानी दो सिंचाइयों के लिये ही उपलब्ध होने पर पहली सिंचाई 20 से 21 दिन बाद मुख्य जड़ बनते समय दूसरी सिंचाई 80 से 85 दिन बाद फूल आने की अवस्था मे I यदि पानी तीन सिंचाइयों के लिये ही उपलब्ध होने पर पहली सिंचाई 20 से 21 दिन बाद मुख्य जड़ बनते समय, दूसरी सिंचाई 60 से 65 दिन बाद तने में गाँठ पडते समय एवं तीसरी सिंचाई 100 से १05दिन बाद दानो में दूध बनते समय कर अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते है स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 76690 47747) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Hindi | Uttar Pradesh | 22-12-2023 | 13:10:00 | SCHEDULED |
|
4046 | ಆತ್ಮೀಯ ಮಂಡ್ಯ ಜಿಲ್ಲೆಯ ರೈತ ಮಿತ್ರರೇ , ಡಿಸೆಂಬರ್ 23 ರಿಂದ 29 ನೇ ತಾರೀಖಿನವರೆಗೆ ಮಂಡ್ಯ ಜಿಲ್ಲೆಯ ಮದ್ದೂರು ತಾಲೂಕಿನ ಸುತ್ತಮುತ್ತಲಿನ ಪ್ರದೇಶಗಳಲ್ಲಿ ದಿನದ ಗರಿಷ್ಠ ತಾಪಮಾನವು 28 ರಿಂದ 30 ಡಿಗ್ರಿ ಸೆಂಟಿಗ್ರೇಡ್ ವರೆಗೆ ಮತ್ತು ರಾತ್ರಿಯ ಕನಿಷ್ಠ ತಾಪಮಾನವು 14 ರಿಂದ 18 ಡಿಗ್ರಿ ಸೆಂಟಿಗ್ರೇಡ್ ಆಸುಪಾಸಿನಲ್ಲಿ ಇರುವ ಸಾಧ್ಯತೆ ಇದೆ. ಈ ವಾರದಲ್ಲಿ ಈಶಾನ್ಯ ಹಾಗೂ ದಕ್ಷಿಣ ದಿಕ್ಕಿನಿಂದ 03 ರಿಂದ 15 ಕಿಮೀ ಪ್ರತೀ ಗಂಟೆಯ ವೇಗದಲ್ಲಿ ಗಾಳಿ ಬೀಸುತ್ತದೆ ಈ ವಾರದಲ್ಲಿ ಮೋಡ ಕವಿದ ವಾತಾವರಣವಿರಲಿದ್ದು ಮಳೆಯಾಗುವ ಸಾಧ್ಯತೆ ಇಲ್ಲ. ಮೋಡದಿ0ದಾಗಿ ಈ ವಾರ ಗಾಳಿಯಲ್ಲಿ ತೇವಾಂಶವು ಶೇಕಡಾ 38 ರಿಂದ 90 ವರೆಗೆ ಇರಲಿದೆ. ಈ ಸಮಯ ಕಬ್ಬು ನಾಟಿ ಮಾಡಲು ಅನುಕೂಲಕರವಾಗಿರುವುದರಿಂದ ಹೊಲಗಳಲ್ಲಿ ಕಬ್ಬು ನಾಟಿ ಮಾಡಲು ಇಚ್ಛಿಸುವ ರೈತರು ತಮ್ಮ ಜಮೀನಿನ ಮಣ್ಣನ್ನು ಪರೀಕ್ಷೆಗೆ ಒಳಪಡಿಸಿ ಅದಕ್ಕೆ ತಕ್ಕಂತೆ ಗೊಬ್ಬರವನ್ನು ಹಾಕಿ ಗದ್ದೆಯನ್ನು ಸಿದ್ಧಪಡಿಸಿಕೊಳ್ಳಿ. ಗದ್ದೆಯನ್ನು ಸಿದ್ಧಪಡಿಸುವಾಗ, ಪ್ರತಿ ಎಕರೆಗೆ 25 ಕ್ವಿಂಟಾಲ್ ಹಸುವಿನ ಸಗಣಿ ಅಥವಾ ಎರೆಹುಳು ಗೊಬ್ಬರವನ್ನು ಮಿಶ್ರಣ ಮಾಡಿ ಹೊಲವನ್ನು ಸಮತಟ್ಟು ಮಾಡಿ ಸಿದ್ಧಪಡಿಸಿದ ಗದ್ದೆಯಲ್ಲಿ ಒಂದು ಅಥವಾ ಎರಡು ಕಣ್ಣುಗಳಿಂದ ಕಬ್ಬಿನ ಆರೋಗ್ಯಕರ ಬೀಜಗಳನ್ನು ಬೀಜೊಪಚಾರ ಮಾಡಿದ ನಂತರ ಬಿತ್ತಬೇಕು. ಹೊಲಗಳಲ್ಲಿ 6 ಇಂಚು ಆಳದ ತೋಡುಗಳನ್ನು ಮಾಡಿ ನಾಟಿ ಮಾಡಿ . ನಾಟಿ ಮಾಡುವಾಗ ಬೀಜದಿಂದ ಬಿಜಕ್ಕೆ 1 ರಿಂದ 2 ಅಡಿ ಅಂತರವನ್ನು ಹಾಗೂ ಸಾಲಿನಿಂದ ಸಾಲಿಗೆ 4 ರಿಂದ 5 ಅಡಿ ಅಂತರವನ್ನು ಇಟ್ಟುಕೊಳ್ಳಿ. ನಾಟಿಯ ಸಮಯದಲ್ಲಿ, 250 ಕೆಜಿ ಸಿಂಗಲ್ ಸೂಪರ್ ಫಾಸ್ಫೇಟ್ ಅನ್ನು 25 ಕೆಜಿ ಯೂರಿಯಾ, 85 ಕೆಜಿ ಪೊಟ್ಯಾಷ್ ಮತ್ತು 25 ಕೆಜಿ ಸೂಕ್ಷ್ಮ ಪೋಷಕಾಂಶಗಳೊಂದಿಗೆ ಭೂಮಿಗೆ ಹಾಕಬೇಕು. ಕಬ್ಬು ಕಟಾವು ಮಾಡುತ್ತಿರುವ ಗದ್ದೆಗಳಲ್ಲಿ ರೈತರು ನೆಲದ ಸಮೀಪ ಕಬ್ಬು ಕಡಿಯುವಂತೆ ಸೂಚಿಸಲಾಗಿದೆ ಇದರಿಂದ ನಾವು ಉತ್ತಮ ರತುನ್ ಬೆಳೆ ಪಡೆಯಬಹುದು. ಕಬ್ಬಿನ ಕಟಾವು ನಂತರ ಕಬ್ಬಿನ ತರಗೆಲೆಗಳನ್ನು ಹೊಲದಲ್ಲಿಯೇ ಹರಡಿ ಕೊಳೆಯಲು ಬಿಡಿ, ಇದರಿಂದ ನಿಮ್ಮ ಹೊಲದಲ್ಲಿಯೇ ಉತ್ತಮವಾದ ಸಾವಯವ ಗೊಬ್ಬರ ತಯಾರಾಗುತ್ತದೆ. ಇದಕ್ಕಾಗಿ ವೇಸ್ಟ ಡಿ-ಕಂಪೊಸರ್ ಅನ್ನು ಕೂಡ ಬಳಕೆ ಮಾಡಬಹುದು. ಕಬ್ಬು ಕಟಾವು ಮಾಡಿದ 15 ದಿನದೊಳಗೆ ಈ ಹೊಲಗಳಲ್ಲಿ ಪ್ರತಿ ಎಕರೆಗೆ 75 ಕೆಜಿ ಯೂರಿಯಾ, 225 ಕೆಜಿ ಸಿಂಗಲ್ ಸೂಪರ್ ಫಾಸ್ಫೇಟ್, 85 ಕೆಜಿ ಪೊಟ್ಯಾಷ್ ಜೊತೆಗೆ 25 ಕೆಜಿ ಸೂಕ್ಷ್ಮ ಪೋಷಕಾಂಶಗಳನ್ನು ಬೆರೆಸಿ ಹೊಲಗಳಲ್ಲಿ ಹಾಕುವುದರಿಂದ ರತುನ್ ಬೆಳೆಗೆ ಉತ್ತಮ ಪೋಷಕಾಂಶ ದೊರೆಯುತ್ತದೆ ಹಾಗೂ ಗಿಡಗಳು ಬೇಗ ಬೆಳೆಯುತ್ತವೆ. ರತುನ್ ಬೆಳೆಯಲ್ಲಿ, ನರ್ಸರಿಯಿಂದ ಸಿದ್ಧಪಡಿಸಿದ ಕಬ್ಬಿನ ಗಿಡಗಳಿಂದ ಅಂತರವನ್ನು ತುಂಬಬೇಕು. ನೀರು ಹಾಯಿಸುವ ಮೊದಲು ಮಣ್ಣಿನ ತೇವಾಂಶ ಸೂಚಕವನ್ನು ಬಳಸಲು ಮರೆಯದಿರಿ. ರತುನ್ ಬೆಳೆ ಹಾಕಿ ಎರಡು ತಿಂಗಳಿಗಿಂತ ಹೆಚ್ಚು ಆಗಿದ್ದರೆ, 75 ಕೆಜಿ ಯೂರಿಯಾವನ್ನು ಬೇರುಗಳ ಸಮೀಪದಲ್ಲಿ ಹಾಕಬೇಕು. ಕಬ್ಬಿನ ಪಕ್ವತೆಗೆ ಈ ಋತುವು ಅನುಕೂಲಕರವಾಗಿದೆ, ಆದ್ದರಿಂದ, ಕಬ್ಬಿನ ಗದ್ದೆಗಳಲ್ಲಿ ತೇವಾಂಶವನ್ನು ಕಾಪಾಡಿಕೊಳ್ಳಿ. ಸ್ಮಾಟ್ ಅಗ್ರಿ ಕಾರ್ಯಕ್ರಮದ ಹೆಚ್ಚಿನ ಮಾಹಿತಿಗಾಗಿ ಮೊಬೈಲ್ ನಂ 9205021814 ಗೆ ಕರೆ ಮಾಡಿ ಮತ್ತು ಈ ಸಂದೇಶವನ್ನು ಮತ್ತೆ ಪುನಃ ಕೇಳಲು 706 5-00-5054 ನ್ನು ಸಂಪರ್ಕಿಸಿ | Kannada | Karnataka | 22-12-2023 | 10:00:00 | SCHEDULED |
|
4047 | ಆತ್ಮೀಯ ಬೆಳಗಾವಿ ಜಿಲ್ಲೆಯ ರೈತ ಮಿತ್ರರೇ , ಡಿಸೆಂಬರ್ 23 ರಿಂದ 29 ನೇ ತಾರೀಖಿನ ವರೆಗೆ ಬೆಳಗಾವಿ ಜಿಲ್ಲೆಯ ಗೋಕಾಕ್ ಮತ್ತು ಅಥಣಿ ತಾಲ್ಲೂಕಿನ ಸುತ್ತಮುತ್ತಲಿನ ಪ್ರದೇಶಗಳಲ್ಲಿ ಹಗಲಿನ ತಾಪಮಾನವು ಗರಿಷ್ಠ 29 ರಿಂದ 31 ಡಿಗ್ರಿ ಸೆಂಟಿಗ್ರೇಡ್ ವರೆಗೆ ಮತ್ತು ರಾತ್ರಿಯ ಕನಿಷ್ಠ ತಾಪಮಾನವು 16 ರಿಂದ 18 ಡಿಗ್ರಿ ಸೆಂಟಿಗ್ರೇಡ್ ಆಸುಪಾಸಿನಲ್ಲಿ ಇರುವ ಸಾಧ್ಯತೆ ಇದೆ.ಈ ವಾರದಲ್ಲಿ ಈಶಾನ್ಯ ಹಾಗೂ ದಕ್ಷಿಣ ದಿಕ್ಕಿನಿಂದ 02 ರಿಂದ 14 ಕಿಮೀ ಪ್ರತೀ ಗಂಟೆಯ ವೇಗದಲ್ಲಿ ಗಾಳಿ ಬೀಸುತ್ತದೆ. . ಈ ವಾರದಲ್ಲಿ ಮೋಡ ಕವಿದ ವಾತಾವರಣವಿರಲಿದ್ದು ಮಳೆಯಾಗುವ ಸಾಧ್ಯತೆ ಇಲ್ಲ. ಮೋಡದಿ0ದಾಗಿ ಈ ವಾರ ಗಾಳಿಯಲ್ಲಿ ತೇವಾಂಶವು ಶೇಕಡಾ 26 ರಿಂದ 72 ವರೆಗೆ ಇರಲಿದೆ. ಈ ಸಮಯ ಕಬ್ಬು ನಾಟಿ ಮಾಡಲು ಅನುಕೂಲಕರವಾಗಿರುವುದರಿಂದ ಹೊಲಗಳಲ್ಲಿ ಕಬ್ಬು ನಾಟಿ ಮಾಡಲು ಇಚ್ಛಿಸುವ ರೈತರು ತಮ್ಮ ಜಮೀನಿನ ಮಣ್ಣನ್ನು ಪರೀಕ್ಷೆಗೆ ಒಳಪಡಿಸಿ ಅದಕ್ಕೆ ತಕ್ಕಂತೆ ಗೊಬ್ಬರವನ್ನು ಹಾಕಿ ಗದ್ದೆಯನ್ನು ಸಿದ್ಧಪಡಿಸಿಕೊಳ್ಳಿ. ಗದ್ದೆಯನ್ನು ಸಿದ್ಧಪಡಿಸುವಾಗ, ಪ್ರತಿ ಎಕರೆಗೆ 25 ಕ್ವಿಂಟಾಲ್ ಹಸುವಿನ ಸಗಣಿ ಅಥವಾ ಎರೆಹುಳು ಗೊಬ್ಬರವನ್ನು ಮಿಶ್ರಣ ಮಾಡಿ ಹೊಲವನ್ನು ಸಮತಟ್ಟು ಮಾಡಿ ಸಿದ್ಧಪಡಿಸಿದ ಗದ್ದೆಯಲ್ಲಿ ಒಂದು ಅಥವಾ ಎರಡು ಕಣ್ಣುಗಳಿಂದ ಕಬ್ಬಿನ ಆರೋಗ್ಯಕರ ಬೀಜಗಳನ್ನು ಬೀಜೊಪಚಾರ ಮಾಡಿದ ನಂತರ ಬಿತ್ತಬೇಕು. ಹೊಲಗಳಲ್ಲಿ 6 ಇಂಚು ಆಳದ ತೋಡುಗಳನ್ನು ಮಾಡಿ ನಾಟಿ ಮಾಡಿ . ನಾಟಿ ಮಾಡುವಾಗ ಬೀಜದಿಂದ ಬಿಜಕ್ಕೆ 1 ರಿಂದ 2 ಅಡಿ ಅಂತರವನ್ನು ಹಾಗೂ ಸಾಲಿನಿಂದ ಸಾಲಿಗೆ 4 ರಿಂದ 5 ಅಡಿ ಅಂತರವನ್ನು ಇಟ್ಟುಕೊಳ್ಳಿ. ನಾಟಿಯ ಸಮಯದಲ್ಲಿ, 225 ಕೆಜಿ ಸಿಂಗಲ್ ಸೂಪರ್ ಫಾಸ್ಫೇಟ್ ಅನ್ನು 25 ಕೆಜಿ ಯೂರಿಯಾ, 85 ಕೆಜಿ ಪೊಟ್ಯಾಷ್ ಮತ್ತು 25 ಕೆಜಿ ಸೂಕ್ಷ್ಮ ಪೋಷಕಾಂಶಗಳೊಂದಿಗೆ ಭೂಮಿಗೆ ಹಾಕಬೇಕು. ಕಬ್ಬಿನ ಗದ್ದೆಯಲ್ಲಿ ಧೈಂಚದ ಬೆಳೆಯನ್ನು ಅಂತರ ಬೆಳೆಯಾಗಿ ಬೆಳೆಯ ಬಹುದು. ಈ ಸಮಯದಲ್ಲಿ ಹೊಸದಾಗಿ ಬಿತ್ತಿದ ಕಬ್ಬಿನ ಗದ್ದೆಗಳಿಗೆ ನೀರು ಹಾಯಿಸಬೇಕು. ಕಬ್ಬಿನ ಪಕ್ವತೆಗೆ ಈ ಋತುವು ಅನುಕೂಲಕರವಾಗಿದೆ, ಆದ್ದರಿಂದ, ಕಬ್ಬಿನ ಗದ್ದೆಗಳಲ್ಲಿ ತೇವಾಂಶವನ್ನು ಕಾಪಾಡಿಕೊಳ್ಳಿ. ಕಬ್ಬು ಕಟಾವು ಮಾಡುತ್ತಿರುವ ಗದ್ದೆಗಳಲ್ಲಿ ರೈತರು ನೆಲದ ಸಮೀಪ ಕಬ್ಬು ಕಡಿಯುವಂತೆ ಸೂಚಿಸಲಾಗಿದೆ ಇದರಿಂದ ನಾವು ಉತ್ತಮ ರತುನ್ ಬೆಳೆ ಪಡೆಯಬಹುದು. ಕಬ್ಬಿನ ಕಟಾವು ನಂತರ ಕಬ್ಬಿನ ತರಗೆಲೆಗಳನ್ನು ಹೊಲದಲ್ಲಿಯೇ ಹರಡಿ ಕೊಳೆಯಲು ಬಿಡಿ, ಇದರಿಂದ ನಿಮ್ಮ ಹೊಲದಲ್ಲಿಯೇ ಉತ್ತಮವಾದ ಸಾವಯವ ಗೊಬ್ಬರ ತಯಾರಾಗುತ್ತದೆ. ಇದಕ್ಕಾಗಿ ವೇಸ್ಟ ಡಿ-ಕಂಪೊಸರ್ ಅನ್ನು ಕೂಡ ಬಳಕೆ ಮಾಡಬಹುದು. ಕಬ್ಬು ಕಟಾವು ಮಾಡಿದ ಒಂದು ತಿಂಗಳೊಳಗೆ ಈ ಹೊಲಗಳಲ್ಲಿ ಪ್ರತಿ ಎಕರೆಗೆ 85 ಕೆಜಿ ಯೂರಿಯಾ, 225 ಕೆಜಿ ಸಿಂಗಲ್ ಸೂಪರ್ ಫಾಸ್ಫೇಟ್, 50 ಕೆಜಿ ಪೊಟ್ಯಾಷ್ ಜೊತೆಗೆ 25 ಕೆಜಿ ಸೂಕ್ಷ್ಮ ಪೋಷಕಾಂಶಗಳನ್ನು ಬೆರೆಸಿ ಹೊಲಗಳಲ್ಲಿ ಹಾಕುವುದರಿಂದ ರತುನ್ ಬೆಳೆಗೆ ಉತ್ತಮ ಪೋಷಕಾಂಶ ದೊರೆಯುತ್ತದೆ ಮತ್ತು ಗಿಡಗಳು ಬೇಗ ಬೆಳೆಯುತ್ತವೆ ಹಾಗೂ ಈ ಬೆಳೆಯಲ್ಲಿ ಅಂತರವನ್ನು ಭರ್ತಿ ಮಾಡಬೇಕು. ರತುನ್ ಬೆಳೆ ಹಾಕಿ ಎರಡು ತಿಂಗಳಿಗಿಂತ ಹೆಚ್ಚು ಆಗಿದ್ದರೆ, 75 ಕೆಜಿ ಯೂರಿಯಾವನ್ನು ಬೇರುಗಳ ಸಮೀಪದಲ್ಲಿ ಹಾಕಬೇಕು. ಸ್ಮಾಟ್ ಅಗ್ರಿ ಕಾರ್ಯಕ್ರಮದ ಹೆಚ್ಚಿನ ಮಾಹಿತಿಗಾಗಿ ಮೊಬೈಲ್ ನಂ 9205021814 ಗೆ ಕರೆ ಮಾಡಿ ಮತ್ತು ಈ ಸಂದೇಶವನ್ನು ಮತ್ತೆ ಪುನಃ ಕೇಳಲು 7065-00-5054 ನ್ನು ಸಂಪರ್ಕಿಸಿ | Kannada | Karnataka | 22-12-2023 | 10:00:00 | SCHEDULED |
|
4048 | प्रिय किसान साथियों, 23 से 29 दिसम्बर वाले सप्ताह के दौरान शाहजहांपुर जिले के तापमान में हल्की वृद्धि होगी I सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 23 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 11 से 12 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान दक्षिण तथा पश्चिम दिशा से 2 से 16 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान असमान में बादल छाए रहेंगे किन्तु वर्षा की कोई सम्भावना नहीं है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 34 से 78 प्रतिशत तक रहेगीI गन्ने की खेती में लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | गन्ने की पेड़ी में फुटाव आने के बाद पहले से तैयार की गई नर्सरी से गैप फिलिंग अवश्य करे | मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले | यह मौसम खड़े गन्ने की परिपक्वता के लिए अनुकूल है ऐसे में किसान गन्ने के खेतो में उचित नमी अवश्य बनाये रखे | जिन किसान साथियों ने सहफसल के रूप में सरसों की बुवाई की है उनसे यह अनुरोध है कि वे सरसों की पत्तियों की छटाई करे तथा सरसों की फसल में फूल आने पर माहू रोग लगने की सम्भावना अधिक हो जाती है ऐसे में किसान भाई 100 मिली मेटासिस्टोक्स को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड की दर से छिडकाव करे | आलू तथा सरसों की फसल यदि 45 दिन की हो गयी हो तो उसमे 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से जड़ो के पास डाले | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 22-12-2023 | 08:08:00 | SCHEDULED |
|
4049 | प्रिय किसान साथियों, 23 से 29 दिसम्बर वाले सप्ताह के दौरान लखीमपुर जिले के तापमान में हल्की वृद्धि होगी I सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 23 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 11 से 12 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान दक्षिण तथा पश्चिम दिशा से 2 से 16 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान असमान में बादल छाए रहेंगे किन्तु वर्षा की कोई सम्भावना नहीं है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 34 से 78 प्रतिशत तक रहेगीI गन्ने की खेती में लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | गन्ने की पेड़ी में फुटाव आने के बाद पहले से तैयार की गई नर्सरी से गैप फिलिंग अवश्य करे | मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले | यह मौसम खड़े गन्ने की परिपक्वता के लिए अनुकूल है ऐसे में किसान गन्ने के खेतो में उचित नमी अवश्य बनाये रखे | जिन किसान साथियों ने सहफसल के रूप में सरसों की बुवाई की है उनसे यह अनुरोध है कि वे सरसों की पत्तियों की छटाई करे तथा सरसों की फसल में फूल आने पर माहू रोग लगने की सम्भावना अधिक हो जाती है ऐसे में किसान भाई 100 मिली मेटासिस्टोक्स को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड की दर से छिडकाव करे | आलू तथा सरसों की फसल यदि 45 दिन की हो गयी हो तो उसमे 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से जड़ो के पास डाले | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 22-12-2023 | 08:05:00 | SCHEDULED |
|
4050 | प्रिय किसान साथियों, 23 से 29 दिसम्बर वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के तापमान में हल्की वृद्धि होगी I सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 23 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 11 से 12 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान दक्षिण तथा पश्चिम दिशा से 2 से 16 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान असमान में बादल छाए रहेंगे किन्तु वर्षा की कोई सम्भावना नहीं है | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 34 से 78 प्रतिशत तक रहेगीI गन्ने की खेती में लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह से करे तथा सूखी पत्तियों को खेतो में फैलाकर वेस्ट डीकम्पोजर का प्रयोग कर हल्की सिचाई करे | गन्ना कटाई के 15 दिन के अंदर 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर गन्ने की जड़ो के पास डाले | गन्ने की पेड़ी में फुटाव आने के बाद पहले से तैयार की गई नर्सरी से गैप फिलिंग अवश्य करे | मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | खरपतवार नियंत्रण के लिए नियमित रूप से निराई गुड़ाई अवश्य करते रहे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ो के पास डाले | यह मौसम खड़े गन्ने की परिपक्वता के लिए अनुकूल है ऐसे में किसान गन्ने के खेतो में उचित नमी अवश्य बनाये रखे | जिन किसान साथियों ने सहफसल के रूप में सरसों की बुवाई की है उनसे यह अनुरोध है कि वे सरसों की पत्तियों की छटाई करे तथा सरसों की फसल में फूल आने पर माहू रोग लगने की सम्भावना अधिक हो जाती है ऐसे में किसान भाई 100 मिली मेटासिस्टोक्स को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड की दर से छिडकाव करे | आलू तथा सरसों की फसल यदि 45 दिन की हो गयी हो तो उसमे 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से जड़ो के पास डाले | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 22-12-2023 | 08:02:00 | SCHEDULED |
|