Message Schedule List : 9705
S. No. | Message | Language | Created By | Date | Time | Status | Action |
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4131 | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन, इंडस टावर, जेआर agro एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, ग्राम Mahawan जिला Ayodhya ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 16 December - 22 December के दौरान दिन में 24 और रात में 9 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। सरसों में आरा मक्खी एक प्रमुख कीट है, इसका प्रकोप देखा जा रहा है । इस कीट का वयस्क नारंगी रंग की मक्खी होती है। छोटी इल्लियाँ प्रारंभ में पत्तियों में छोटे-छोटे छेद करती हैएवं बड़ी इल्लियाँ पत्तियों को पूरा नष्ट कर देती है। इससे सरसों की उपज में 20 से 35% तक की कमी हो जाती है। आरा मक्खी कीट के जैविक नियंत्रण के लिए अंकुर अवस्था में सिंचाई करें क्योंकि अधिकांश लार्वा डूबने के प्रभाव के कारण मर जाते है। समय पर बुवाई करने से भी इस कीट का प्रकोप कम होता है। आरा मक्खी कीट के रासायनिक नियंत्रण के लिए डाइमेथोएट 30% ईसी 264 मिली 200-400 लीटर पानी प्रति एकड़ में या क्लोरपाइरीफॉस 1.5 मिली या मैलाथियान 1 मिली या प्रोफेनोफॉस 1.5 मिली प्रति लीटर उपयोग कर नियंत्रण किया जा सकता है। स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 76690 47747) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Hindi | Uttar Pradesh | 16-12-2023 | 10:50:00 | SCHEDULED |
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4132 | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन, इंडस टावर एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, ग्राम Bankat जिला Varanasi ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 16 December - 22 December के दौरान दिन में 24 और रात में 11 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। सरसों में आरा मक्खी एक प्रमुख कीट है, इसका प्रकोप देखा जा रहा है । इस कीट का वयस्क नारंगी रंग की मक्खी होती है। छोटी इल्लियाँ प्रारंभ में पत्तियों में छोटे-छोटे छेद करती हैएवं बड़ी इल्लियाँ पत्तियों को पूरा नष्ट कर देती है। इससे सरसों की उपज में 20 से 35% तक की कमी हो जाती है। आरा मक्खी कीट के जैविक नियंत्रण के लिए अंकुर अवस्था में सिंचाई करें क्योंकि अधिकांश लार्वा डूबने के प्रभाव के कारण मर जाते है। समय पर बुवाई करने से भी इस कीट का प्रकोप कम होता है। आरा मक्खी कीट के रासायनिक नियंत्रण के लिए डाइमेथोएट 30% ईसी 264 मिली 200-400 लीटर पानी प्रति एकड़ में या क्लोरपाइरीफॉस 1.5 मिली या मैलाथियान 1 मिली या प्रोफेनोफॉस 1.5 मिली प्रति लीटर उपयोग कर नियंत्रण किया जा सकता है। स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 76690 47747) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Hindi | Uttar Pradesh | 16-12-2023 | 10:45:00 | SCHEDULED |
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4133 | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन, इंडस टावर एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, ग्राम Kalipur जिला Varanasi ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 16 December - 22 December के दौरान दिन में 24 और रात में 10 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। सरसों में आरा मक्खी एक प्रमुख कीट है, इसका प्रकोप देखा जा रहा है । इस कीट का वयस्क नारंगी रंग की मक्खी होती है। छोटी इल्लियाँ प्रारंभ में पत्तियों में छोटे-छोटे छेद करती हैएवं बड़ी इल्लियाँ पत्तियों को पूरा नष्ट कर देती है। इससे सरसों की उपज में 20 से 35% तक की कमी हो जाती है। आरा मक्खी कीट के जैविक नियंत्रण के लिए अंकुर अवस्था में सिंचाई करें क्योंकि अधिकांश लार्वा डूबने के प्रभाव के कारण मर जाते है। समय पर बुवाई करने से भी इस कीट का प्रकोप कम होता है। आरा मक्खी कीट के रासायनिक नियंत्रण के लिए डाइमेथोएट 30% ईसी 264 मिली 200-400 लीटर पानी प्रति एकड़ में या क्लोरपाइरीफॉस 1.5 मिली या मैलाथियान 1 मिली या प्रोफेनोफॉस 1.5 मिली प्रति लीटर उपयोग कर नियंत्रण किया जा सकता है। स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 76690 47747) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Hindi | Uttar Pradesh | 16-12-2023 | 10:40:00 | SCHEDULED |
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4134 | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन, इंडस टावर एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, ग्राम Muruee Pindra जिला Varanasi ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 16 December - 22 December के दौरान दिन में 24 और रात में 10 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। सरसों में आरा मक्खी एक प्रमुख कीट है, इसका प्रकोप देखा जा रहा है । इस कीट का वयस्क नारंगी रंग की मक्खी होती है। छोटी इल्लियाँ प्रारंभ में पत्तियों में छोटे-छोटे छेद करती हैएवं बड़ी इल्लियाँ पत्तियों को पूरा नष्ट कर देती है। इससे सरसों की उपज में 20 से 35% तक की कमी हो जाती है। आरा मक्खी कीट के जैविक नियंत्रण के लिए अंकुर अवस्था में सिंचाई करें क्योंकि अधिकांश लार्वा डूबने के प्रभाव के कारण मर जाते है। समय पर बुवाई करने से भी इस कीट का प्रकोप कम होता है। आरा मक्खी कीट के रासायनिक नियंत्रण के लिए डाइमेथोएट 30% ईसी 264 मिली 200-400 लीटर पानी प्रति एकड़ में या क्लोरपाइरीफॉस 1.5 मिली या मैलाथियान 1 मिली या प्रोफेनोफॉस 1.5 मिली प्रति लीटर उपयोग कर नियंत्रण किया जा सकता है। स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 76690 47747) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Hindi | Uttar Pradesh | 16-12-2023 | 10:35:00 | SCHEDULED |
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4135 | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन, इंडस टावर एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, ग्राम Sahenshapur जिला Varanasi ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 16 December - 22 December के दौरान दिन में 24 और रात में 11 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। सरसों में आरा मक्खी एक प्रमुख कीट है, इसका प्रकोप देखा जा रहा है । इस कीट का वयस्क नारंगी रंग की मक्खी होती है। छोटी इल्लियाँ प्रारंभ में पत्तियों में छोटे-छोटे छेद करती हैएवं बड़ी इल्लियाँ पत्तियों को पूरा नष्ट कर देती है। इससे सरसों की उपज में 20 से 35% तक की कमी हो जाती है। आरा मक्खी कीट के जैविक नियंत्रण के लिए अंकुर अवस्था में सिंचाई करें क्योंकि अधिकांश लार्वा डूबने के प्रभाव के कारण मर जाते है। समय पर बुवाई करने से भी इस कीट का प्रकोप कम होता है। आरा मक्खी कीट के रासायनिक नियंत्रण के लिए डाइमेथोएट 30% ईसी 264 मिली 200-400 लीटर पानी प्रति एकड़ में या क्लोरपाइरीफॉस 1.5 मिली या मैलाथियान 1 मिली या प्रोफेनोफॉस 1.5 मिली प्रति लीटर उपयोग कर नियंत्रण किया जा सकता है। स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें । अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 76690 47747) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Hindi | Uttar Pradesh | 16-12-2023 | 10:30:00 | SCHEDULED |
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4136 | प्रिय किसान साथियों, 16 से 22 दिसम्बर वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के बरखनी क्षेत्र के तापमान में कमी आएगी I सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 21 से 24 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 10 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान उत्तर तथा पश्चिम दिशा से 2 से 16 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान असमान में बादल छाए रहेंगे किन्तु वर्षा की कोई सम्भावना नहीं है तथा सुबह के समय गहरी धुंध छाई रहेगी | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 28 से 78 प्रतिशत तक रहेगीI गन्ने की खेती में लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से खेतो में प्रयोग करे | जिन किसान साथियों ने सहफसल के रूप में सरसों की बुवाई की है उनसे यह अनुरोध है कि वे सरसों की पत्तियों की छटाई करे तथा सरसों की फसल में फूल आने पर माहू रोग लगने की सम्भावना अधिक हो जाती है ऐसे में किसान भाई 100 मिली मेटासिस्टोक्स को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड की दर से छिडकाव करे | आलू तथा सरसों की फसल यदि 45 दिन की हो गयी हो तो उसमे 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से जड़ो के पास डाले | यह मौसम खड़े गन्ने की परिपक्वता के लिए अनुकूल है ऐसे में किसान गन्ने के खेतो में उचित नमी अवश्य बनाये रखे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई सतह से अवश्य करे तथा सूखी पत्तियों को खेत में फैलाकर हल्की सिचाई करे | सिचाई के बाद 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर हल के पीछे जड़ो के पास डाले | इस मौसम में सफ़ेद रूईया माहू तथा रूट बोरर के लगने की सम्भावना अधिक होती है ऐसे में किसान भाई अपने खेत का नियमित रूप से निरिक्षण करते रहे | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 15-12-2023 | 11:50:00 | SCHEDULED |
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4137 | प्रिय किसान साथियों, 16 से 22 दिसम्बर वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के बिलग्राम क्षेत्र के तापमान में कमी आएगी I सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 21 से 24 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 10 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान उत्तर तथा पश्चिम दिशा से 2 से 16 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान असमान में बादल छाए रहेंगे किन्तु वर्षा की कोई सम्भावना नहीं है तथा सुबह के समय गहरी धुंध छाई रहेगी | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 28 से 78 प्रतिशत तक रहेगीI गन्ने की खेती में लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से खेतो में प्रयोग करे | जिन किसान साथियों ने सहफसल के रूप में सरसों की बुवाई की है उनसे यह अनुरोध है कि वे सरसों की पत्तियों की छटाई करे तथा सरसों की फसल में फूल आने पर माहू रोग लगने की सम्भावना अधिक हो जाती है ऐसे में किसान भाई 100 मिली मेटासिस्टोक्स को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड की दर से छिडकाव करे | आलू तथा सरसों की फसल यदि 45 दिन की हो गयी हो तो उसमे 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से जड़ो के पास डाले | यह मौसम खड़े गन्ने की परिपक्वता के लिए अनुकूल है ऐसे में किसान गन्ने के खेतो में उचित नमी अवश्य बनाये रखे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई सतह से अवश्य करे तथा सूखी पत्तियों को खेत में फैलाकर हल्की सिचाई करे | सिचाई के बाद 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर हल के पीछे जड़ो के पास डाले | इस मौसम में सफ़ेद रूईया माहू तथा रूट बोरर के लगने की सम्भावना अधिक होती है ऐसे में किसान भाई अपने खेत का नियमित रूप से निरिक्षण करते रहे | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 15-12-2023 | 11:50:00 | SCHEDULED |
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4138 | प्रिय किसान साथियों, 16 से 22 दिसम्बर वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के टोडरपुर क्षेत्र के तापमान में कमी आएगी I सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 21 से 24 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 10 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान उत्तर तथा पश्चिम दिशा से 2 से 16 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान असमान में बादल छाए रहेंगे किन्तु वर्षा की कोई सम्भावना नहीं है तथा सुबह के समय गहरी धुंध छाई रहेगी | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 28 से 78 प्रतिशत तक रहेगीI गन्ने की खेती में लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से खेतो में प्रयोग करे | जिन किसान साथियों ने सहफसल के रूप में सरसों की बुवाई की है उनसे यह अनुरोध है कि वे सरसों की पत्तियों की छटाई करे तथा सरसों की फसल में फूल आने पर माहू रोग लगने की सम्भावना अधिक हो जाती है ऐसे में किसान भाई 100 मिली मेटासिस्टोक्स को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड की दर से छिडकाव करे | आलू तथा सरसों की फसल यदि 45 दिन की हो गयी हो तो उसमे 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से जड़ो के पास डाले | यह मौसम खड़े गन्ने की परिपक्वता के लिए अनुकूल है ऐसे में किसान गन्ने के खेतो में उचित नमी अवश्य बनाये रखे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई सतह से अवश्य करे तथा सूखी पत्तियों को खेत में फैलाकर हल्की सिचाई करे | सिचाई के बाद 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर हल के पीछे जड़ो के पास डाले | इस मौसम में सफ़ेद रूईया माहू तथा रूट बोरर के लगने की सम्भावना अधिक होती है ऐसे में किसान भाई अपने खेत का नियमित रूप से निरिक्षण करते रहे | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 15-12-2023 | 11:49:00 | SCHEDULED |
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4139 | प्रिय किसान साथियों, 16 से 22 दिसम्बर वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के हरियावा क्षेत्र के तापमान में कमी आएगी I सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 21 से 24 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 10 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान उत्तर तथा पश्चिम दिशा से 2 से 16 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान असमान में बादल छाए रहेंगे किन्तु वर्षा की कोई सम्भावना नहीं है तथा सुबह के समय गहरी धुंध छाई रहेगी | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 28 से 78 प्रतिशत तक रहेगीI गन्ने की खेती में लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से खेतो में प्रयोग करे | जिन किसान साथियों ने सहफसल के रूप में सरसों की बुवाई की है उनसे यह अनुरोध है कि वे सरसों की पत्तियों की छटाई करे तथा सरसों की फसल में फूल आने पर माहू रोग लगने की सम्भावना अधिक हो जाती है ऐसे में किसान भाई 100 मिली मेटासिस्टोक्स को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड की दर से छिडकाव करे | आलू तथा सरसों की फसल यदि 45 दिन की हो गयी हो तो उसमे 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से जड़ो के पास डाले | यह मौसम खड़े गन्ने की परिपक्वता के लिए अनुकूल है ऐसे में किसान गन्ने के खेतो में उचित नमी अवश्य बनाये रखे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई सतह से अवश्य करे तथा सूखी पत्तियों को खेत में फैलाकर हल्की सिचाई करे | सिचाई के बाद 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर हल के पीछे जड़ो के पास डाले | इस मौसम में सफ़ेद रूईया माहू तथा रूट बोरर के लगने की सम्भावना अधिक होती है ऐसे में किसान भाई अपने खेत का नियमित रूप से निरिक्षण करते रहे | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 15-12-2023 | 11:48:00 | SCHEDULED |
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4140 | प्रिय किसान साथियों, 16 से 22 दिसम्बर वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के हरपालपुर क्षेत्र के तापमान में कमी आएगी I सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 21 से 24 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 8 से 10 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान उत्तर तथा पश्चिम दिशा से 2 से 16 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान असमान में बादल छाए रहेंगे किन्तु वर्षा की कोई सम्भावना नहीं है तथा सुबह के समय गहरी धुंध छाई रहेगी | इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 28 से 78 प्रतिशत तक रहेगीI गन्ने की खेती में लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I मौसम को ध्यान में रखते हुए शरदकालीन में बोये गए गन्ने की नालियों में हल्की सिचाई करे | गन्ने में फुटाव शुरू होने पर 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से खेतो में प्रयोग करे | जिन किसान साथियों ने सहफसल के रूप में सरसों की बुवाई की है उनसे यह अनुरोध है कि वे सरसों की पत्तियों की छटाई करे तथा सरसों की फसल में फूल आने पर माहू रोग लगने की सम्भावना अधिक हो जाती है ऐसे में किसान भाई 100 मिली मेटासिस्टोक्स को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड की दर से छिडकाव करे | आलू तथा सरसों की फसल यदि 45 दिन की हो गयी हो तो उसमे 50 किलो ग्राम यूरिया प्रति एकड की दर से जड़ो के पास डाले | यह मौसम खड़े गन्ने की परिपक्वता के लिए अनुकूल है ऐसे में किसान गन्ने के खेतो में उचित नमी अवश्य बनाये रखे | जो किसान भाई गन्ने की पेड़ी लेना चाहते है उनसे यह अनुरोध है कि गन्ने की कटाई सतह से अवश्य करे तथा सूखी पत्तियों को खेत में फैलाकर हल्की सिचाई करे | सिचाई के बाद 75 किलो ग्राम डी ए पी, 50 किलो ग्राम यूरिया, 50 किलो ग्राम पोटाश को 25 किलो ग्राम माइक्रो न्यूट्रयंट में मिलाकर हल के पीछे जड़ो के पास डाले | इस मौसम में सफ़ेद रूईया माहू तथा रूट बोरर के लगने की सम्भावना अधिक होती है ऐसे में किसान भाई अपने खेत का नियमित रूप से निरिक्षण करते रहे | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 15-12-2023 | 11:47:00 | SCHEDULED |
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