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6151 प्रिय किसान साथियों, जुलाई माह की 29 से 4 अगस्त की तारीख वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के बघौली क्षेत्र के तापमान में बदलाव की कोई सम्भावना नहीं है I सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 27 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह दक्षिण पश्चिम दिशा से 2 से 8 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना हैI कभी कभी 15 से 22 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज हवा के झोके भी आ सकते है जिसकी वजह से पूरे सप्ताह आसमान में बादल छाये रहेंगे तथा 29 से 2 तारीख के बीच वर्षा होने की सम्भावना है I इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 65 से 90 प्रतिशत तक रहेगीI हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता रहने की स्थिति में रोगों और बिमारियों के रोगाणुओं के अधिक जमाव की सम्भावना बढती हैI गन्ने की खेती में खास कर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता होने के कारण पोक्का बोईंग रोग के भी लक्षण दिखाई देते है | इसमें नई पत्ती के जड़ की ओर पीले रंग के धब्बे दिखाई देते है तथा पत्ती सिकुड़ने लगती है| ऐसी स्थिति में प्रति एकड की दर से 250 ग्राम कार्बेन्डाजिम या कॉपर ओक्सी क्लोराइड को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे | किसान भाइयो को अगर अपने खेतो में पायरिल्ला कीट के लक्षण दिख रहे है तो ऐसे में किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि वह अपने खेतो में किसी भी प्रकार के कीटनाशक का प्रियोग न करे | इस मौसम में ग्रीन होपर या फुदका नामक कीट भी दिखाई देते है खेतो में इनकी अधिक संख्या पाए जाने पर 125 मिली एमिडा को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड की दर से छिडकाव करे | मिटटी में अधिक समय तक नमी रहने तथा तेज हवा चलने के कारण गन्ना गिरने की सम्भावना अधिक हो जाती है ऐसे में किसान भाइयो को सलाह दी जाती है की वे शरदकाल में लगाये गए गन्नो पर भरपूर मिटटी चढाये व जिन गन्नो की ऊंचाई अगर 5-6 फीट की हो गयी हो उसकी पहली बंधाई जड़ से 3-4 फीट की ऊँचाई पर करेंI ऐसे खेत जो खाली पड़े है जिनमे किसान भाई शरद कालीन गन्ने की बुवाई करना चाहते है उन खेतो में सनई, ढ़ैचा आदि हरी खाद की फसलो को अवश्य बोये | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI Hindi Uttar Pradesh 28-07-2023 08:06:00 SCHEDULED
6152 प्रिय किसान साथियों, जुलाई माह की 29 से 4 अगस्त की तारीख वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के तडीयावा क्षेत्र के तापमान में बदलाव की कोई सम्भावना नहीं है I सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 27 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह दक्षिण पश्चिम दिशा से 2 से 8 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना हैI कभी कभी 15 से 22 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज हवा के झोके भी आ सकते है जिसकी वजह से पूरे सप्ताह आसमान में बादल छाये रहेंगे तथा 29 से 2 तारीख के बीच वर्षा होने की सम्भावना है I इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 65 से 90 प्रतिशत तक रहेगीI हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता रहने की स्थिति में रोगों और बिमारियों के रोगाणुओं के अधिक जमाव की सम्भावना बढती हैI गन्ने की खेती में खास कर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता होने के कारण पोक्का बोईंग रोग के भी लक्षण दिखाई देते है | इसमें नई पत्ती के जड़ की ओर पीले रंग के धब्बे दिखाई देते है तथा पत्ती सिकुड़ने लगती है| ऐसी स्थिति में प्रति एकड की दर से 250 ग्राम कार्बेन्डाजिम या कॉपर ओक्सी क्लोराइड को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे | किसान भाइयो को अगर अपने खेतो में पायरिल्ला कीट के लक्षण दिख रहे है तो ऐसे में किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि वह अपने खेतो में किसी भी प्रकार के कीटनाशक का प्रियोग न करे | इस मौसम में ग्रीन होपर या फुदका नामक कीट भी दिखाई देते है खेतो में इनकी अधिक संख्या पाए जाने पर 125 मिली एमिडा को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड की दर से छिडकाव करे | मिटटी में अधिक समय तक नमी रहने तथा तेज हवा चलने के कारण गन्ना गिरने की सम्भावना अधिक हो जाती है ऐसे में किसान भाइयो को सलाह दी जाती है की वे शरदकाल में लगाये गए गन्नो पर भरपूर मिटटी चढाये व जिन गन्नो की ऊंचाई अगर 5-6 फीट की हो गयी हो उसकी पहली बंधाई जड़ से 3-4 फीट की ऊँचाई पर करेंI ऐसे खेत जो खाली पड़े है जिनमे किसान भाई शरद कालीन गन्ने की बुवाई करना चाहते है उन खेतो में सनई, ढ़ैचा आदि हरी खाद की फसलो को अवश्य बोये | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI Hindi Uttar Pradesh 28-07-2023 08:05:00 SCHEDULED
6153 प्रिय किसान साथियों, जुलाई माह की 29 से 4 अगस्त की तारीख वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के सुरसा क्षेत्र के तापमान में बदलाव की कोई सम्भावना नहीं है I सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 27 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह दक्षिण पश्चिम दिशा से 2 से 8 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना हैI कभी कभी 15 से 22 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज हवा के झोके भी आ सकते है जिसकी वजह से पूरे सप्ताह आसमान में बादल छाये रहेंगे तथा 29 से 2 तारीख के बीच वर्षा होने की सम्भावना है I इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 65 से 90 प्रतिशत तक रहेगीI हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता रहने की स्थिति में रोगों और बिमारियों के रोगाणुओं के अधिक जमाव की सम्भावना बढती हैI गन्ने की खेती में खास कर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता होने के कारण पोक्का बोईंग रोग के भी लक्षण दिखाई देते है | इसमें नई पत्ती के जड़ की ओर पीले रंग के धब्बे दिखाई देते है तथा पत्ती सिकुड़ने लगती है| ऐसी स्थिति में प्रति एकड की दर से 250 ग्राम कार्बेन्डाजिम या कॉपर ओक्सी क्लोराइड को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे | किसान भाइयो को अगर अपने खेतो में पायरिल्ला कीट के लक्षण दिख रहे है तो ऐसे में किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि वह अपने खेतो में किसी भी प्रकार के कीटनाशक का प्रियोग न करे | इस मौसम में ग्रीन होपर या फुदका नामक कीट भी दिखाई देते है खेतो में इनकी अधिक संख्या पाए जाने पर 125 मिली एमिडा को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड की दर से छिडकाव करे | मिटटी में अधिक समय तक नमी रहने तथा तेज हवा चलने के कारण गन्ना गिरने की सम्भावना अधिक हो जाती है ऐसे में किसान भाइयो को सलाह दी जाती है की वे शरदकाल में लगाये गए गन्नो पर भरपूर मिटटी चढाये व जिन गन्नो की ऊंचाई अगर 5-6 फीट की हो गयी हो उसकी पहली बंधाई जड़ से 3-4 फीट की ऊँचाई पर करेंI ऐसे खेत जो खाली पड़े है जिनमे किसान भाई शरद कालीन गन्ने की बुवाई करना चाहते है उन खेतो में सनई, ढ़ैचा आदि हरी खाद की फसलो को अवश्य बोये | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI Hindi Uttar Pradesh 28-07-2023 08:04:00 SCHEDULED
6154 प्रिय किसान साथियों, जुलाई माह की 29 से 4 अगस्त की तारीख वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के शाहाबाद क्षेत्र के तापमान में बदलाव की कोई सम्भावना नहीं है I सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 27 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह दक्षिण पश्चिम दिशा से 2 से 8 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना हैI कभी कभी 15 से 22 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज हवा के झोके भी आ सकते है जिसकी वजह से पूरे सप्ताह आसमान में बादल छाये रहेंगे तथा 29 से 2 तारीख के बीच वर्षा होने की सम्भावना है I इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 65 से 90 प्रतिशत तक रहेगीI हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता रहने की स्थिति में रोगों और बिमारियों के रोगाणुओं के अधिक जमाव की सम्भावना बढती हैI गन्ने की खेती में खास कर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता होने के कारण पोक्का बोईंग रोग के भी लक्षण दिखाई देते है | इसमें नई पत्ती के जड़ की ओर पीले रंग के धब्बे दिखाई देते है तथा पत्ती सिकुड़ने लगती है| ऐसी स्थिति में प्रति एकड की दर से 250 ग्राम कार्बेन्डाजिम या कॉपर ओक्सी क्लोराइड को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे | किसान भाइयो को अगर अपने खेतो में पायरिल्ला कीट के लक्षण दिख रहे है तो ऐसे में किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि वह अपने खेतो में किसी भी प्रकार के कीटनाशक का प्रियोग न करे | इस मौसम में ग्रीन होपर या फुदका नामक कीट भी दिखाई देते है खेतो में इनकी अधिक संख्या पाए जाने पर 125 मिली एमिडा को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड की दर से छिडकाव करे | मिटटी में अधिक समय तक नमी रहने तथा तेज हवा चलने के कारण गन्ना गिरने की सम्भावना अधिक हो जाती है ऐसे में किसान भाइयो को सलाह दी जाती है की वे शरदकाल में लगाये गए गन्नो पर भरपूर मिटटी चढाये व जिन गन्नो की ऊंचाई अगर 5-6 फीट की हो गयी हो उसकी पहली बंधाई जड़ से 3-4 फीट की ऊँचाई पर करेंI ऐसे खेत जो खाली पड़े है जिनमे किसान भाई शरद कालीन गन्ने की बुवाई करना चाहते है उन खेतो में सनई, ढ़ैचा आदि हरी खाद की फसलो को अवश्य बोये | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI Hindi Uttar Pradesh 28-07-2023 08:04:00 SCHEDULED
6155 प्रिय किसान साथियों, जुलाई माह की 29 से 4 अगस्त की तारीख वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के पिहानी क्षेत्र के तापमान में बदलाव की कोई सम्भावना नहीं है I सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 27 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह दक्षिण पश्चिम दिशा से 2 से 8 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना हैI कभी कभी 15 से 22 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज हवा के झोके भी आ सकते है जिसकी वजह से पूरे सप्ताह आसमान में बादल छाये रहेंगे तथा 29 से 2 तारीख के बीच वर्षा होने की सम्भावना है I इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 65 से 90 प्रतिशत तक रहेगीI हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता रहने की स्थिति में रोगों और बिमारियों के रोगाणुओं के अधिक जमाव की सम्भावना बढती हैI गन्ने की खेती में खास कर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता होने के कारण पोक्का बोईंग रोग के भी लक्षण दिखाई देते है | इसमें नई पत्ती के जड़ की ओर पीले रंग के धब्बे दिखाई देते है तथा पत्ती सिकुड़ने लगती है| ऐसी स्थिति में प्रति एकड की दर से 250 ग्राम कार्बेन्डाजिम या कॉपर ओक्सी क्लोराइड को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे | किसान भाइयो को अगर अपने खेतो में पायरिल्ला कीट के लक्षण दिख रहे है तो ऐसे में किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि वह अपने खेतो में किसी भी प्रकार के कीटनाशक का प्रियोग न करे | इस मौसम में ग्रीन होपर या फुदका नामक कीट भी दिखाई देते है खेतो में इनकी अधिक संख्या पाए जाने पर 125 मिली एमिडा को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड की दर से छिडकाव करे | मिटटी में अधिक समय तक नमी रहने तथा तेज हवा चलने के कारण गन्ना गिरने की सम्भावना अधिक हो जाती है ऐसे में किसान भाइयो को सलाह दी जाती है की वे शरदकाल में लगाये गए गन्नो पर भरपूर मिटटी चढाये व जिन गन्नो की ऊंचाई अगर 5-6 फीट की हो गयी हो उसकी पहली बंधाई जड़ से 3-4 फीट की ऊँचाई पर करेंI ऐसे खेत जो खाली पड़े है जिनमे किसान भाई शरद कालीन गन्ने की बुवाई करना चाहते है उन खेतो में सनई, ढ़ैचा आदि हरी खाद की फसलो को अवश्य बोये | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI Hindi Uttar Pradesh 28-07-2023 08:03:00 SCHEDULED
6156 प्रिय किसान साथियों, जुलाई माह की 29 से 4 अगस्त की तारीख वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के हरपालपुर क्षेत्र के तापमान में बदलाव की कोई सम्भावना नहीं है I सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 27 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह दक्षिण पश्चिम दिशा से 2 से 8 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना हैI कभी कभी 15 से 22 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज हवा के झोके भी आ सकते है जिसकी वजह से पूरे सप्ताह आसमान में बादल छाये रहेंगे तथा 29 से 2 तारीख के बीच वर्षा होने की सम्भावना है I इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 65 से 90 प्रतिशत तक रहेगीI हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता रहने की स्थिति में रोगों और बिमारियों के रोगाणुओं के अधिक जमाव की सम्भावना बढती हैI गन्ने की खेती में खास कर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता होने के कारण पोक्का बोईंग रोग के भी लक्षण दिखाई देते है | इसमें नई पत्ती के जड़ की ओर पीले रंग के धब्बे दिखाई देते है तथा पत्ती सिकुड़ने लगती है| ऐसी स्थिति में प्रति एकड की दर से 250 ग्राम कार्बेन्डाजिम या कॉपर ओक्सी क्लोराइड को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे | किसान भाइयो को अगर अपने खेतो में पायरिल्ला कीट के लक्षण दिख रहे है तो ऐसे में किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि वह अपने खेतो में किसी भी प्रकार के कीटनाशक का प्रियोग न करे | इस मौसम में ग्रीन होपर या फुदका नामक कीट भी दिखाई देते है खेतो में इनकी अधिक संख्या पाए जाने पर 125 मिली एमिडा को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड की दर से छिडकाव करे | मिटटी में अधिक समय तक नमी रहने तथा तेज हवा चलने के कारण गन्ना गिरने की सम्भावना अधिक हो जाती है ऐसे में किसान भाइयो को सलाह दी जाती है की वे शरदकाल में लगाये गए गन्नो पर भरपूर मिटटी चढाये व जिन गन्नो की ऊंचाई अगर 5-6 फीट की हो गयी हो उसकी पहली बंधाई जड़ से 3-4 फीट की ऊँचाई पर करेंI ऐसे खेत जो खाली पड़े है जिनमे किसान भाई शरद कालीन गन्ने की बुवाई करना चाहते है उन खेतो में सनई, ढ़ैचा आदि हरी खाद की फसलो को अवश्य बोये | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI Hindi Uttar Pradesh 28-07-2023 08:02:00 SCHEDULED
6157 प्रिय किसान साथियों, जुलाई माह की 29 से 4 अगस्त की तारीख वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के हरियावा क्षेत्र के तापमान में बदलाव की कोई सम्भावना नहीं है I सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 27 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह दक्षिण पश्चिम दिशा से 2 से 8 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना हैI कभी कभी 15 से 22 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज हवा के झोके भी आ सकते है जिसकी वजह से पूरे सप्ताह आसमान में बादल छाये रहेंगे तथा 29 से 2 तारीख के बीच वर्षा होने की सम्भावना है I इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 65 से 90 प्रतिशत तक रहेगीI हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता रहने की स्थिति में रोगों और बिमारियों के रोगाणुओं के अधिक जमाव की सम्भावना बढती हैI गन्ने की खेती में खास कर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता होने के कारण पोक्का बोईंग रोग के भी लक्षण दिखाई देते है | इसमें नई पत्ती के जड़ की ओर पीले रंग के धब्बे दिखाई देते है तथा पत्ती सिकुड़ने लगती है| ऐसी स्थिति में प्रति एकड की दर से 250 ग्राम कार्बेन्डाजिम या कॉपर ओक्सी क्लोराइड को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे | किसान भाइयो को अगर अपने खेतो में पायरिल्ला कीट के लक्षण दिख रहे है तो ऐसे में किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि वह अपने खेतो में किसी भी प्रकार के कीटनाशक का प्रियोग न करे | इस मौसम में ग्रीन होपर या फुदका नामक कीट भी दिखाई देते है खेतो में इनकी अधिक संख्या पाए जाने पर 125 मिली एमिडा को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड की दर से छिडकाव करे | मिटटी में अधिक समय तक नमी रहने तथा तेज हवा चलने के कारण गन्ना गिरने की सम्भावना अधिक हो जाती है ऐसे में किसान भाइयो को सलाह दी जाती है की वे शरदकाल में लगाये गए गन्नो पर भरपूर मिटटी चढाये व जिन गन्नो की ऊंचाई अगर 5-6 फीट की हो गयी हो उसकी पहली बंधाई जड़ से 3-4 फीट की ऊँचाई पर करेंI ऐसे खेत जो खाली पड़े है जिनमे किसान भाई शरद कालीन गन्ने की बुवाई करना चाहते है उन खेतो में सनई, ढ़ैचा आदि हरी खाद की फसलो को अवश्य बोये | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI Hindi Uttar Pradesh 28-07-2023 08:01:00 SCHEDULED
6158 प्रिय किसान साथियों, जुलाई माह की 29 से 4 अगस्त की तारीख वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के टोडरपुर क्षेत्र के तापमान में बदलाव की कोई सम्भावना नहीं है I सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 27 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह दक्षिण पश्चिम दिशा से 2 से 8 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना हैI कभी कभी 15 से 22 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज हवा के झोके भी आ सकते है जिसकी वजह से पूरे सप्ताह आसमान में बादल छाये रहेंगे तथा 29 से 2 तारीख के बीच वर्षा होने की सम्भावना है I इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 65 से 90 प्रतिशत तक रहेगीI हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता रहने की स्थिति में रोगों और बिमारियों के रोगाणुओं के अधिक जमाव की सम्भावना बढती हैI गन्ने की खेती में खास कर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता होने के कारण पोक्का बोईंग रोग के भी लक्षण दिखाई देते है | इसमें नई पत्ती के जड़ की ओर पीले रंग के धब्बे दिखाई देते है तथा पत्ती सिकुड़ने लगती है| ऐसी स्थिति में प्रति एकड की दर से 250 ग्राम कार्बेन्डाजिम या कॉपर ओक्सी क्लोराइड को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे | किसान भाइयो को अगर अपने खेतो में पायरिल्ला कीट के लक्षण दिख रहे है तो ऐसे में किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि वह अपने खेतो में किसी भी प्रकार के कीटनाशक का प्रियोग न करे | इस मौसम में ग्रीन होपर या फुदका नामक कीट भी दिखाई देते है खेतो में इनकी अधिक संख्या पाए जाने पर 125 मिली एमिडा को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड की दर से छिडकाव करे | मिटटी में अधिक समय तक नमी रहने तथा तेज हवा चलने के कारण गन्ना गिरने की सम्भावना अधिक हो जाती है ऐसे में किसान भाइयो को सलाह दी जाती है की वे शरदकाल में लगाये गए गन्नो पर भरपूर मिटटी चढाये व जिन गन्नो की ऊंचाई अगर 5-6 फीट की हो गयी हो उसकी पहली बंधाई जड़ से 3-4 फीट की ऊँचाई पर करेंI ऐसे खेत जो खाली पड़े है जिनमे किसान भाई शरद कालीन गन्ने की बुवाई करना चाहते है उन खेतो में सनई, ढ़ैचा आदि हरी खाद की फसलो को अवश्य बोये | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI Hindi Uttar Pradesh 28-07-2023 08:01:00 SCHEDULED
6159 प्रिय किसान साथियों, जुलाई माह की 29 से 4 अगस्त की तारीख वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के बिलग्राम क्षेत्र के तापमान में बदलाव की कोई सम्भावना नहीं है I सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 27 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह दक्षिण पश्चिम दिशा से 2 से 8 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना हैI कभी कभी 15 से 22 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज हवा के झोके भी आ सकते है जिसकी वजह से पूरे सप्ताह आसमान में बादल छाये रहेंगे तथा 29 से 2 तारीख के बीच वर्षा होने की सम्भावना है I इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 65 से 90 प्रतिशत तक रहेगीI हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता रहने की स्थिति में रोगों और बिमारियों के रोगाणुओं के अधिक जमाव की सम्भावना बढती हैI गन्ने की खेती में खास कर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता होने के कारण पोक्का बोईंग रोग के भी लक्षण दिखाई देते है | इसमें नई पत्ती के जड़ की ओर पीले रंग के धब्बे दिखाई देते है तथा पत्ती सिकुड़ने लगती है| ऐसी स्थिति में प्रति एकड की दर से 250 ग्राम कार्बेन्डाजिम या कॉपर ओक्सी क्लोराइड को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे | किसान भाइयो को अगर अपने खेतो में पायरिल्ला कीट के लक्षण दिख रहे है तो ऐसे में किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि वह अपने खेतो में किसी भी प्रकार के कीटनाशक का प्रियोग न करे | इस मौसम में ग्रीन होपर या फुदका नामक कीट भी दिखाई देते है खेतो में इनकी अधिक संख्या पाए जाने पर 125 मिली एमिडा को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड की दर से छिडकाव करे | मिटटी में अधिक समय तक नमी रहने तथा तेज हवा चलने के कारण गन्ना गिरने की सम्भावना अधिक हो जाती है ऐसे में किसान भाइयो को सलाह दी जाती है की वे शरदकाल में लगाये गए गन्नो पर भरपूर मिटटी चढाये व जिन गन्नो की ऊंचाई अगर 5-6 फीट की हो गयी हो उसकी पहली बंधाई जड़ से 3-4 फीट की ऊँचाई पर करेंI ऐसे खेत जो खाली पड़े है जिनमे किसान भाई शरद कालीन गन्ने की बुवाई करना चाहते है उन खेतो में सनई, ढ़ैचा आदि हरी खाद की फसलो को अवश्य बोये | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI Hindi Uttar Pradesh 28-07-2023 08:00:00 SCHEDULED
6160 प्रिय किसान साथियों, जुलाई माह की 29 से 4 अगस्त की तारीख वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के बरखनी क्षेत्र के तापमान में बदलाव की कोई सम्भावना नहीं है I सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 27 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह दक्षिण पश्चिम दिशा से 2 से 8 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना हैI कभी कभी 15 से 22 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज हवा के झोके भी आ सकते है जिसकी वजह से पूरे सप्ताह आसमान में बादल छाये रहेंगे तथा 29 से 2 तारीख के बीच वर्षा होने की सम्भावना है I इस दौरान वायुमंडल में आर्द्रता 65 से 90 प्रतिशत तक रहेगीI हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता रहने की स्थिति में रोगों और बिमारियों के रोगाणुओं के अधिक जमाव की सम्भावना बढती हैI गन्ने की खेती में खास कर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI जिन गन्नो की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती पीली पड़ रही हैं या सूख रही हैं, उन पर विशेष ध्यान देंI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 4-5 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिला कर खेतो में डालें और हल्की सिंचाई करेंI याद रहे कि लाल सडन रोग से प्रभावित गन्ने के खेतों का पानी दूसरे स्वस्थ गन्ने वाले खेतों में न जाने पाये I हवा में अधिक समय तक अधिक आर्द्रता होने के कारण पोक्का बोईंग रोग के भी लक्षण दिखाई देते है | इसमें नई पत्ती के जड़ की ओर पीले रंग के धब्बे दिखाई देते है तथा पत्ती सिकुड़ने लगती है| ऐसी स्थिति में प्रति एकड की दर से 250 ग्राम कार्बेन्डाजिम या कॉपर ओक्सी क्लोराइड को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे | किसान भाइयो को अगर अपने खेतो में पायरिल्ला कीट के लक्षण दिख रहे है तो ऐसे में किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि वह अपने खेतो में किसी भी प्रकार के कीटनाशक का प्रियोग न करे | इस मौसम में ग्रीन होपर या फुदका नामक कीट भी दिखाई देते है खेतो में इनकी अधिक संख्या पाए जाने पर 125 मिली एमिडा को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड की दर से छिडकाव करे | मिटटी में अधिक समय तक नमी रहने तथा तेज हवा चलने के कारण गन्ना गिरने की सम्भावना अधिक हो जाती है ऐसे में किसान भाइयो को सलाह दी जाती है की वे शरदकाल में लगाये गए गन्नो पर भरपूर मिटटी चढाये व जिन गन्नो की ऊंचाई अगर 5-6 फीट की हो गयी हो उसकी पहली बंधाई जड़ से 3-4 फीट की ऊँचाई पर करेंI ऐसे खेत जो खाली पड़े है जिनमे किसान भाई शरद कालीन गन्ने की बुवाई करना चाहते है उन खेतो में सनई, ढ़ैचा आदि हरी खाद की फसलो को अवश्य बोये | ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI Hindi Uttar Pradesh 28-07-2023 08:00:00 SCHEDULED