Message Schedule List : 9815
S. No. | Message | Language | Created By | Date | Time | Status | Action |
---|---|---|---|---|---|---|---|
7291 | प्रिय किसान साथियों, आगामी 1 मई से 7 मई के दौरान हरदोई जिले के महोली क्षेत्र में गर्मी से राहत मिलेगीI इस दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 38 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 22 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI सप्ताह के दौरान पूर्व और उत्तर दिशा से 2 से 15 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना है और इसके कारण सप्ताह के दौरान कभी- कभी बादल छायेगे, कहीं-कहीं तेज गरज – चमक के साथ वर्षा की भी सम्भावना हैI वायुमंडल में आर्द्रता 40 से 80% तक रहेगीI वायुमंडल में बढ़ी आर्द्रता, वर्षा और इससे तापमान में बदलाव से गन्ने के खेतों में पायरिल्ला, शूट बोरर और टॉप बोरर जैसे कीड़ों और बिमारियों को पनपने में मदद मिलती हैI ऐसे में किसान साथी अपने खेतों का नियमित निरिक्षण करते रहें और जरूरी होने पर कीट नियंत्रण का काम करेंI पायरिल्ला के कीट मिलने पर इसके रोकथाम के लिए किसी दवा के छिडकाव की जरुरत नहीं है यदि खेत में इसके परजीवी आ गए हैं तो वह पायरिल्ला के कीटों को खुद नियंत्रित कर लेंगेI टॉप बोरर से प्रभावित गन्नों को जड़ से उखाड कर खेत से दूर ले जाकर नष्ट कर देंI ऐसे खेतों में ट्राईकोकार्ड या अन्य ट्रैप का उपयोग किया जा सकता हैI शूट बोरर का प्रकोप बढ़ने की स्थिति में 150 मिली प्रति एकड़ की दर से कोराजेन को 400 लीटर पानी में घोल कर गन्ने के तनों को ड्रेंच करें और इसके तुरंत बाद पानी लगायेंI आने वाले समय में बढती गर्मी और पानी की जरूरत को देखते हुए खेत के किनारे छोटे- छोटे 2 फिट गुना 5 फिट के गड्ढे बनायें जिससे बारिश के पानी को रोकने की तैयारी अभी से की जा सकेI गाँव के स्तर पर तालाबों की साफ-सफाई और गहरीकरण की योजना बनाकर पानी का संचय अवश्य करेंI पानी की कमी को ध्यान में रखते हुए खेतों की सिंचाई करने से पहले साइल मोइस्चर इंडिकेटर की सहयता से खेत में नमी की जाँच करेI खेत में फरो विधि के माध्यम से एक खुंड या नाली में सिंचाई करेंI खाली हो रहे खेतों में मूंग, ढैंचा, सनई की बुवाई करेंI फसलों को काटने के बाद उनके बचे अवशेष को खेत में मिलाने से अच्छी हरी खाद खेत को मिलेगीI बारिश के बाद इन खेतों में गन्ने की बोवाई की जा सकती हैI शरद काल में बोये गए गन्ने में हल्की मिट्टी चढ़ाएं इससे अवांछित कल्लों को रोकने में मदद मिलेगी और अच्छे गन्ने तैयार होंगेI इन खेतों में घुलनशील एन.पी.के. का छिडकाव किया जा सकता हैI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 28-04-2023 | 09:25:00 | SCHEDULED |
|
7292 | प्रिय किसान साथियों, आगामी 1 मई से 7 मई के दौरान हरदोई जिले के अहिरौरी क्षेत्र में गर्मी से राहत मिलेगीI इस दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 38 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 22 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI सप्ताह के दौरान पूर्व और उत्तर दिशा से 2 से 15 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना है और इसके कारण सप्ताह के दौरान कभी- कभी बादल छायेगे, कहीं-कहीं तेज गरज – चमक के साथ वर्षा की भी सम्भावना हैI वायुमंडल में आर्द्रता 40 से 80% तक रहेगीI वायुमंडल में बढ़ी आर्द्रता, वर्षा और इससे तापमान में बदलाव से गन्ने के खेतों में पायरिल्ला, शूट बोरर और टॉप बोरर जैसे कीड़ों और बिमारियों को पनपने में मदद मिलती हैI ऐसे में किसान साथी अपने खेतों का नियमित निरिक्षण करते रहें और जरूरी होने पर कीट नियंत्रण का काम करेंI पायरिल्ला के कीट मिलने पर इसके रोकथाम के लिए किसी दवा के छिडकाव की जरुरत नहीं है यदि खेत में इसके परजीवी आ गए हैं तो वह पायरिल्ला के कीटों को खुद नियंत्रित कर लेंगेI टॉप बोरर से प्रभावित गन्नों को जड़ से उखाड कर खेत से दूर ले जाकर नष्ट कर देंI ऐसे खेतों में ट्राईकोकार्ड या अन्य ट्रैप का उपयोग किया जा सकता हैI शूट बोरर का प्रकोप बढ़ने की स्थिति में 150 मिली प्रति एकड़ की दर से कोराजेन को 400 लीटर पानी में घोल कर गन्ने के तनों को ड्रेंच करें और इसके तुरंत बाद पानी लगायेंI आने वाले समय में बढती गर्मी और पानी की जरूरत को देखते हुए खेत के किनारे छोटे- छोटे 2 फिट गुना 5 फिट के गड्ढे बनायें जिससे बारिश के पानी को रोकने की तैयारी अभी से की जा सकेI गाँव के स्तर पर तालाबों की साफ-सफाई और गहरीकरण की योजना बनाकर पानी का संचय अवश्य करेंI पानी की कमी को ध्यान में रखते हुए खेतों की सिंचाई करने से पहले साइल मोइस्चर इंडिकेटर की सहयता से खेत में नमी की जाँच करेI खेत में फरो विधि के माध्यम से एक खुंड या नाली में सिंचाई करेंI खाली हो रहे खेतों में मूंग, ढैंचा, सनई की बुवाई करेंI फसलों को काटने के बाद उनके बचे अवशेष को खेत में मिलाने से अच्छी हरी खाद खेत को मिलेगीI बारिश के बाद इन खेतों में गन्ने की बोवाई की जा सकती हैI शरद काल में बोये गए गन्ने में हल्की मिट्टी चढ़ाएं इससे अवांछित कल्लों को रोकने में मदद मिलेगी और अच्छे गन्ने तैयार होंगेI इन खेतों में घुलनशील एन.पी.के. का छिडकाव किया जा सकता हैI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 28-04-2023 | 09:00:00 | SCHEDULED |
|
7293 | प्रिय किसान साथियों, आगामी 1 मई से 7 मई के दौरान लखीमपुर जिले के बावन क्षेत्र में गर्मी से राहत मिलेगीI इस दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 38 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 22 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI सप्ताह के दौरान पूर्व और उत्तर दिशा से 2 से 15 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना है और इसके कारण सप्ताह के दौरान कभी- कभी बादल छायेगे, कहीं-कहीं तेज गरज – चमक के साथ वर्षा की भी सम्भावना हैI वायुमंडल में आर्द्रता 40 से 80% तक रहेगीI वायुमंडल में बढ़ी आर्द्रता, वर्षा और इससे तापमान में बदलाव से गन्ने के खेतों में पायरिल्ला, शूट बोरर और टॉप बोरर जैसे कीड़ों और बिमारियों को पनपने में मदद मिलती हैI ऐसे में किसान साथी अपने खेतों का नियमित निरिक्षण करते रहें और जरूरी होने पर कीट नियंत्रण का काम करेंI पायरिल्ला के कीट मिलने पर इसके रोकथाम के लिए किसी दवा के छिडकाव की जरुरत नहीं है यदि खेत में इसके परजीवी आ गए हैं तो वह पायरिल्ला के कीटों को खुद नियंत्रित कर लेंगेI टॉप बोरर से प्रभावित गन्नों को जड़ से उखाड कर खेत से दूर ले जाकर नष्ट कर देंI ऐसे खेतों में ट्राईकोकार्ड या अन्य ट्रैप का उपयोग किया जा सकता हैI शूट बोरर का प्रकोप बढ़ने की स्थिति में 150 मिली प्रति एकड़ की दर से कोराजेन को 400 लीटर पानी में घोल कर गन्ने के तनों को ड्रेंच करें और इसके तुरंत बाद पानी लगायेंI आने वाले समय में बढती गर्मी और पानी की जरूरत को देखते हुए खेत के किनारे छोटे- छोटे 2 फिट गुना 5 फिट के गड्ढे बनायें जिससे बारिश के पानी को रोकने की तैयारी अभी से की जा सकेI गाँव के स्तर पर तालाबों की साफ-सफाई और गहरीकरण की योजना बनाकर पानी का संचय अवश्य करेंI पानी की कमी को ध्यान में रखते हुए खेतों की सिंचाई करने से पहले साइल मोइस्चर इंडिकेटर की सहयता से खेत में नमी की जाँच करेI खेत में फरो विधि के माध्यम से एक खुंड या नाली में सिंचाई करेंI खाली हो रहे खेतों में मूंग, ढैंचा, सनई की बुवाई करेंI फसलों को काटने के बाद उनके बचे अवशेष को खेत में मिलाने से अच्छी हरी खाद खेत को मिलेगीI बारिश के बाद इन खेतों में गन्ने की बोवाई की जा सकती हैI शरद काल में बोये गए गन्ने में हल्की मिट्टी चढ़ाएं इससे अवांछित कल्लों को रोकने में मदद मिलेगी और अच्छे गन्ने तैयार होंगेI इन खेतों में घुलनशील एन.पी.के. का छिडकाव किया जा सकता हैI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 28-04-2023 | 08:05:00 | SCHEDULED |
|
7294 | प्रिय किसान साथियों, आगामी 1 मई से 7 मई के दौरान हरदोई जिले के जल्लापुर क्षेत्र में गर्मी से राहत मिलेगीI इस दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 38 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 22 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI सप्ताह के दौरान पूर्व और उत्तर दिशा से 2 से 15 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना है और इसके कारण सप्ताह के दौरान कभी- कभी बादल छायेगे, कहीं-कहीं तेज गरज – चमक के साथ वर्षा की भी सम्भावना हैI वायुमंडल में आर्द्रता 40 से 80% तक रहेगीI वायुमंडल में बढ़ी आर्द्रता, वर्षा और इससे तापमान में बदलाव से गन्ने के खेतों में पायरिल्ला, शूट बोरर और टॉप बोरर जैसे कीड़ों और बिमारियों को पनपने में मदद मिलती हैI ऐसे में किसान साथी अपने खेतों का नियमित निरिक्षण करते रहें और जरूरी होने पर कीट नियंत्रण का काम करेंI पायरिल्ला के कीट मिलने पर इसके रोकथाम के लिए किसी दवा के छिडकाव की जरुरत नहीं है यदि खेत में इसके परजीवी आ गए हैं तो वह पायरिल्ला के कीटों को खुद नियंत्रित कर लेंगेI टॉप बोरर से प्रभावित गन्नों को जड़ से उखाड कर खेत से दूर ले जाकर नष्ट कर देंI ऐसे खेतों में ट्राईकोकार्ड या अन्य ट्रैप का उपयोग किया जा सकता हैI शूट बोरर का प्रकोप बढ़ने की स्थिति में 150 मिली प्रति एकड़ की दर से कोराजेन को 400 लीटर पानी में घोल कर गन्ने के तनों को ड्रेंच करें और इसके तुरंत बाद पानी लगायेंI आने वाले समय में बढती गर्मी और पानी की जरूरत को देखते हुए खेत के किनारे छोटे- छोटे 2 फिट गुना 5 फिट के गड्ढे बनायें जिससे बारिश के पानी को रोकने की तैयारी अभी से की जा सकेI गाँव के स्तर पर तालाबों की साफ-सफाई और गहरीकरण की योजना बनाकर पानी का संचय अवश्य करेंI पानी की कमी को ध्यान में रखते हुए खेतों की सिंचाई करने से पहले साइल मोइस्चर इंडिकेटर की सहयता से खेत में नमी की जाँच करेI खेत में फरो विधि के माध्यम से एक खुंड या नाली में सिंचाई करेंI खाली हो रहे खेतों में मूंग, ढैंचा, सनई की बुवाई करेंI फसलों को काटने के बाद उनके बचे अवशेष को खेत में मिलाने से अच्छी हरी खाद खेत को मिलेगीI बारिश के बाद इन खेतों में गन्ने की बोवाई की जा सकती हैI शरद काल में बोये गए गन्ने में हल्की मिट्टी चढ़ाएं इससे अवांछित कल्लों को रोकने में मदद मिलेगी और अच्छे गन्ने तैयार होंगेI इन खेतों में घुलनशील एन.पी.के. का छिडकाव किया जा सकता हैI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 28-04-2023 | 08:59:00 | SCHEDULED |
|
7295 | प्रिय किसान साथियों, आगामी 1 मई से 7 मई के दौरान लखीमपुर जिले के पसगवा क्षेत्र में गर्मी से राहत मिलेगीI इस दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 38 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 22 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI सप्ताह के दौरान पूर्व और उत्तर दिशा से 2 से 15 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना है और इसके कारण सप्ताह के दौरान कभी- कभी बादल छायेगे, कहीं-कहीं तेज गरज – चमक के साथ वर्षा की भी सम्भावना हैI वायुमंडल में आर्द्रता 40 से 80% तक रहेगीI वायुमंडल में बढ़ी आर्द्रता, वर्षा और इससे तापमान में बदलाव से गन्ने के खेतों में पायरिल्ला, शूट बोरर और टॉप बोरर जैसे कीड़ों और बिमारियों को पनपने में मदद मिलती हैI ऐसे में किसान साथी अपने खेतों का नियमित निरिक्षण करते रहें और जरूरी होने पर कीट नियंत्रण का काम करेंI पायरिल्ला के कीट मिलने पर इसके रोकथाम के लिए किसी दवा के छिडकाव की जरुरत नहीं है यदि खेत में इसके परजीवी आ गए हैं तो वह पायरिल्ला के कीटों को खुद नियंत्रित कर लेंगेI टॉप बोरर से प्रभावित गन्नों को जड़ से उखाड कर खेत से दूर ले जाकर नष्ट कर देंI ऐसे खेतों में ट्राईकोकार्ड या अन्य ट्रैप का उपयोग किया जा सकता हैI शूट बोरर का प्रकोप बढ़ने की स्थिति में 150 मिली प्रति एकड़ की दर से कोराजेन को 400 लीटर पानी में घोल कर गन्ने के तनों को ड्रेंच करें और इसके तुरंत बाद पानी लगायेंI आने वाले समय में बढती गर्मी और पानी की जरूरत को देखते हुए खेत के किनारे छोटे- छोटे 2 फिट गुना 5 फिट के गड्ढे बनायें जिससे बारिश के पानी को रोकने की तैयारी अभी से की जा सकेI गाँव के स्तर पर तालाबों की साफ-सफाई और गहरीकरण की योजना बनाकर पानी का संचय अवश्य करेंI पानी की कमी को ध्यान में रखते हुए खेतों की सिंचाई करने से पहले साइल मोइस्चर इंडिकेटर की सहयता से खेत में नमी की जाँच करेI खेत में फरो विधि के माध्यम से एक खुंड या नाली में सिंचाई करेंI खाली हो रहे खेतों में मूंग, ढैंचा, सनई की बुवाई करेंI फसलों को काटने के बाद उनके बचे अवशेष को खेत में मिलाने से अच्छी हरी खाद खेत को मिलेगीI बारिश के बाद इन खेतों में गन्ने की बोवाई की जा सकती हैI शरद काल में बोये गए गन्ने में हल्की मिट्टी चढ़ाएं इससे अवांछित कल्लों को रोकने में मदद मिलेगी और अच्छे गन्ने तैयार होंगेI इन खेतों में घुलनशील एन.पी.के. का छिडकाव किया जा सकता हैI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 28-04-2023 | 08:04:00 | SCHEDULED |
|
7296 | प्रिय किसान साथियों, आगामी 1 मई से 7 मई के दौरान लखीमपुर जिले के मोहम्मदी क्षेत्र में गर्मी से राहत मिलेगीI इस दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 38 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 22 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI सप्ताह के दौरान पूर्व और उत्तर दिशा से 2 से 15 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना है और इसके कारण सप्ताह के दौरान कभी- कभी बादल छायेगे, कहीं-कहीं तेज गरज – चमक के साथ वर्षा की भी सम्भावना हैI वायुमंडल में आर्द्रता 40 से 80% तक रहेगीI वायुमंडल में बढ़ी आर्द्रता, वर्षा और इससे तापमान में बदलाव से गन्ने के खेतों में पायरिल्ला, शूट बोरर और टॉप बोरर जैसे कीड़ों और बिमारियों को पनपने में मदद मिलती हैI ऐसे में किसान साथी अपने खेतों का नियमित निरिक्षण करते रहें और जरूरी होने पर कीट नियंत्रण का काम करेंI पायरिल्ला के कीट मिलने पर इसके रोकथाम के लिए किसी दवा के छिडकाव की जरुरत नहीं है यदि खेत में इसके परजीवी आ गए हैं तो वह पायरिल्ला के कीटों को खुद नियंत्रित कर लेंगेI टॉप बोरर से प्रभावित गन्नों को जड़ से उखाड कर खेत से दूर ले जाकर नष्ट कर देंI ऐसे खेतों में ट्राईकोकार्ड या अन्य ट्रैप का उपयोग किया जा सकता हैI शूट बोरर का प्रकोप बढ़ने की स्थिति में 150 मिली प्रति एकड़ की दर से कोराजेन को 400 लीटर पानी में घोल कर गन्ने के तनों को ड्रेंच करें और इसके तुरंत बाद पानी लगायेंI आने वाले समय में बढती गर्मी और पानी की जरूरत को देखते हुए खेत के किनारे छोटे- छोटे 2 फिट गुना 5 फिट के गड्ढे बनायें जिससे बारिश के पानी को रोकने की तैयारी अभी से की जा सकेI गाँव के स्तर पर तालाबों की साफ-सफाई और गहरीकरण की योजना बनाकर पानी का संचय अवश्य करेंI पानी की कमी को ध्यान में रखते हुए खेतों की सिंचाई करने से पहले साइल मोइस्चर इंडिकेटर की सहयता से खेत में नमी की जाँच करेI खेत में फरो विधि के माध्यम से एक खुंड या नाली में सिंचाई करेंI खाली हो रहे खेतों में मूंग, ढैंचा, सनई की बुवाई करेंI फसलों को काटने के बाद उनके बचे अवशेष को खेत में मिलाने से अच्छी हरी खाद खेत को मिलेगीI बारिश के बाद इन खेतों में गन्ने की बोवाई की जा सकती हैI शरद काल में बोये गए गन्ने में हल्की मिट्टी चढ़ाएं इससे अवांछित कल्लों को रोकने में मदद मिलेगी और अच्छे गन्ने तैयार होंगेI इन खेतों में घुलनशील एन.पी.के. का छिडकाव किया जा सकता हैI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 28-04-2023 | 08:02:00 | SCHEDULED |
|
7297 | प्रिय किसान साथियों, आगामी 1 मई से 7 मई के दौरान लखीमपुर जिले के मितौली क्षेत्र में गर्मी से राहत मिलेगीI इस दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 38 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 22 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI सप्ताह के दौरान पूर्व और उत्तर दिशा से 2 से 15 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना है और इसके कारण सप्ताह के दौरान कभी- कभी बादल छायेगे, कहीं-कहीं तेज गरज – चमक के साथ वर्षा की भी सम्भावना हैI वायुमंडल में आर्द्रता 40 से 80% तक रहेगीI वायुमंडल में बढ़ी आर्द्रता, वर्षा और इससे तापमान में बदलाव से गन्ने के खेतों में पायरिल्ला, शूट बोरर और टॉप बोरर जैसे कीड़ों और बिमारियों को पनपने में मदद मिलती हैI ऐसे में किसान साथी अपने खेतों का नियमित निरिक्षण करते रहें और जरूरी होने पर कीट नियंत्रण का काम करेंI पायरिल्ला के कीट मिलने पर इसके रोकथाम के लिए किसी दवा के छिडकाव की जरुरत नहीं है यदि खेत में इसके परजीवी आ गए हैं तो वह पायरिल्ला के कीटों को खुद नियंत्रित कर लेंगेI टॉप बोरर से प्रभावित गन्नों को जड़ से उखाड कर खेत से दूर ले जाकर नष्ट कर देंI ऐसे खेतों में ट्राईकोकार्ड या अन्य ट्रैप का उपयोग किया जा सकता हैI शूट बोरर का प्रकोप बढ़ने की स्थिति में 150 मिली प्रति एकड़ की दर से कोराजेन को 400 लीटर पानी में घोल कर गन्ने के तनों को ड्रेंच करें और इसके तुरंत बाद पानी लगायेंI आने वाले समय में बढती गर्मी और पानी की जरूरत को देखते हुए खेत के किनारे छोटे- छोटे 2 फिट गुना 5 फिट के गड्ढे बनायें जिससे बारिश के पानी को रोकने की तैयारी अभी से की जा सकेI गाँव के स्तर पर तालाबों की साफ-सफाई और गहरीकरण की योजना बनाकर पानी का संचय अवश्य करेंI पानी की कमी को ध्यान में रखते हुए खेतों की सिंचाई करने से पहले साइल मोइस्चर इंडिकेटर की सहयता से खेत में नमी की जाँच करेI खेत में फरो विधि के माध्यम से एक खुंड या नाली में सिंचाई करेंI खाली हो रहे खेतों में मूंग, ढैंचा, सनई की बुवाई करेंI फसलों को काटने के बाद उनके बचे अवशेष को खेत में मिलाने से अच्छी हरी खाद खेत को मिलेगीI बारिश के बाद इन खेतों में गन्ने की बोवाई की जा सकती हैI शरद काल में बोये गए गन्ने में हल्की मिट्टी चढ़ाएं इससे अवांछित कल्लों को रोकने में मदद मिलेगी और अच्छे गन्ने तैयार होंगेI इन खेतों में घुलनशील एन.पी.के. का छिडकाव किया जा सकता हैI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 28-04-2023 | 08:01:00 | SCHEDULED |
|
7298 | प्रिय किसान साथियों, आगामी 1 मई से 7 मई के दौरान हरदोई जिले के बघौली क्षेत्र में गर्मी से राहत मिलेगीI इस दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 38 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 22 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI सप्ताह के दौरान पूर्व और उत्तर दिशा से 2 से 15 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना है और इसके कारण सप्ताह के दौरान कभी- कभी बादल छायेगे, कहीं-कहीं तेज गरज – चमक के साथ वर्षा की भी सम्भावना हैI वायुमंडल में आर्द्रता 40 से 80% तक रहेगीI वायुमंडल में बढ़ी आर्द्रता, वर्षा और इससे तापमान में बदलाव से गन्ने के खेतों में पायरिल्ला, शूट बोरर और टॉप बोरर जैसे कीड़ों और बिमारियों को पनपने में मदद मिलती हैI ऐसे में किसान साथी अपने खेतों का नियमित निरिक्षण करते रहें और जरूरी होने पर कीट नियंत्रण का काम करेंI पायरिल्ला के कीट मिलने पर इसके रोकथाम के लिए किसी दवा के छिडकाव की जरुरत नहीं है यदि खेत में इसके परजीवी आ गए हैं तो वह पायरिल्ला के कीटों को खुद नियंत्रित कर लेंगेI टॉप बोरर से प्रभावित गन्नों को जड़ से उखाड कर खेत से दूर ले जाकर नष्ट कर देंI ऐसे खेतों में ट्राईकोकार्ड या अन्य ट्रैप का उपयोग किया जा सकता हैI शूट बोरर का प्रकोप बढ़ने की स्थिति में 150 मिली प्रति एकड़ की दर से कोराजेन को 400 लीटर पानी में घोल कर गन्ने के तनों को ड्रेंच करें और इसके तुरंत बाद पानी लगायेंI आने वाले समय में बढती गर्मी और पानी की जरूरत को देखते हुए खेत के किनारे छोटे- छोटे 2 फिट गुना 5 फिट के गड्ढे बनायें जिससे बारिश के पानी को रोकने की तैयारी अभी से की जा सकेI गाँव के स्तर पर तालाबों की साफ-सफाई और गहरीकरण की योजना बनाकर पानी का संचय अवश्य करेंI पानी की कमी को ध्यान में रखते हुए खेतों की सिंचाई करने से पहले साइल मोइस्चर इंडिकेटर की सहयता से खेत में नमी की जाँच करेI खेत में फरो विधि के माध्यम से एक खुंड या नाली में सिंचाई करेंI खाली हो रहे खेतों में मूंग, ढैंचा, सनई की बुवाई करेंI फसलों को काटने के बाद उनके बचे अवशेष को खेत में मिलाने से अच्छी हरी खाद खेत को मिलेगीI बारिश के बाद इन खेतों में गन्ने की बोवाई की जा सकती हैI शरद काल में बोये गए गन्ने में हल्की मिट्टी चढ़ाएं इससे अवांछित कल्लों को रोकने में मदद मिलेगी और अच्छे गन्ने तैयार होंगेI इन खेतों में घुलनशील एन.पी.के. का छिडकाव किया जा सकता हैI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 28-04-2023 | 08:58:00 | SCHEDULED |
|
7299 | प्रिय किसान साथियों, आगामी 1 मई से 7 मई के दौरान शाहजहांपुर जिले के मिर्जापुर क्षेत्र में गर्मी से राहत मिलेगीI इस दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 38 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 22 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI सप्ताह के दौरान पूर्व और उत्तर दिशा से 2 से 15 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना है और इसके कारण सप्ताह के दौरान कभी- कभी बादल छायेगे, कहीं-कहीं तेज गरज – चमक के साथ वर्षा की भी सम्भावना हैI वायुमंडल में आर्द्रता 40 से 80% तक रहेगीI वायुमंडल में बढ़ी आर्द्रता, वर्षा और इससे तापमान में बदलाव से गन्ने के खेतों में पायरिल्ला, शूट बोरर और टॉप बोरर जैसे कीड़ों और बिमारियों को पनपने में मदद मिलती हैI ऐसे में किसान साथी अपने खेतों का नियमित निरिक्षण करते रहें और जरूरी होने पर कीट नियंत्रण का काम करेंI पायरिल्ला के कीट मिलने पर इसके रोकथाम के लिए किसी दवा के छिडकाव की जरुरत नहीं है यदि खेत में इसके परजीवी आ गए हैं तो वह पायरिल्ला के कीटों को खुद नियंत्रित कर लेंगेI टॉप बोरर से प्रभावित गन्नों को जड़ से उखाड कर खेत से दूर ले जाकर नष्ट कर देंI ऐसे खेतों में ट्राईकोकार्ड या अन्य ट्रैप का उपयोग किया जा सकता हैI शूट बोरर का प्रकोप बढ़ने की स्थिति में 150 मिली प्रति एकड़ की दर से कोराजेन को 400 लीटर पानी में घोल कर गन्ने के तनों को ड्रेंच करें और इसके तुरंत बाद पानी लगायेंI आने वाले समय में बढती गर्मी और पानी की जरूरत को देखते हुए खेत के किनारे छोटे- छोटे 2 फिट गुना 5 फिट के गड्ढे बनायें जिससे बारिश के पानी को रोकने की तैयारी अभी से की जा सकेI गाँव के स्तर पर तालाबों की साफ-सफाई और गहरीकरण की योजना बनाकर पानी का संचय अवश्य करेंI पानी की कमी को ध्यान में रखते हुए खेतों की सिंचाई करने से पहले साइल मोइस्चर इंडिकेटर की सहयता से खेत में नमी की जाँच करेI खेत में फरो विधि के माध्यम से एक खुंड या नाली में सिंचाई करेंI खाली हो रहे खेतों में मूंग, ढैंचा, सनई की बुवाई करेंI फसलों को काटने के बाद उनके बचे अवशेष को खेत में मिलाने से अच्छी हरी खाद खेत को मिलेगीI बारिश के बाद इन खेतों में गन्ने की बोवाई की जा सकती हैI शरद काल में बोये गए गन्ने में हल्की मिट्टी चढ़ाएं इससे अवांछित कल्लों को रोकने में मदद मिलेगी और अच्छे गन्ने तैयार होंगेI इन खेतों में घुलनशील एन.पी.के. का छिडकाव किया जा सकता हैI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 28-04-2023 | 08:01:00 | SCHEDULED |
|
7300 | प्रिय किसान साथियों, आगामी 1 मई से 7 मई के दौरान शाहजहांपुर जिले के बावल खेडा क्षेत्र में गर्मी से राहत मिलेगीI इस दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31 से 38 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 22 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI सप्ताह के दौरान पूर्व और उत्तर दिशा से 2 से 15 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना है और इसके कारण सप्ताह के दौरान कभी- कभी बादल छायेगे, कहीं-कहीं तेज गरज – चमक के साथ वर्षा की भी सम्भावना हैI वायुमंडल में आर्द्रता 40 से 80% तक रहेगीI वायुमंडल में बढ़ी आर्द्रता, वर्षा और इससे तापमान में बदलाव से गन्ने के खेतों में पायरिल्ला, शूट बोरर और टॉप बोरर जैसे कीड़ों और बिमारियों को पनपने में मदद मिलती हैI ऐसे में किसान साथी अपने खेतों का नियमित निरिक्षण करते रहें और जरूरी होने पर कीट नियंत्रण का काम करेंI पायरिल्ला के कीट मिलने पर इसके रोकथाम के लिए किसी दवा के छिडकाव की जरुरत नहीं है यदि खेत में इसके परजीवी आ गए हैं तो वह पायरिल्ला के कीटों को खुद नियंत्रित कर लेंगेI टॉप बोरर से प्रभावित गन्नों को जड़ से उखाड कर खेत से दूर ले जाकर नष्ट कर देंI ऐसे खेतों में ट्राईकोकार्ड या अन्य ट्रैप का उपयोग किया जा सकता हैI शूट बोरर का प्रकोप बढ़ने की स्थिति में 150 मिली प्रति एकड़ की दर से कोराजेन को 400 लीटर पानी में घोल कर गन्ने के तनों को ड्रेंच करें और इसके तुरंत बाद पानी लगायेंI आने वाले समय में बढती गर्मी और पानी की जरूरत को देखते हुए खेत के किनारे छोटे- छोटे 2 फिट गुना 5 फिट के गड्ढे बनायें जिससे बारिश के पानी को रोकने की तैयारी अभी से की जा सकेI गाँव के स्तर पर तालाबों की साफ-सफाई और गहरीकरण की योजना बनाकर पानी का संचय अवश्य करेंI पानी की कमी को ध्यान में रखते हुए खेतों की सिंचाई करने से पहले साइल मोइस्चर इंडिकेटर की सहयता से खेत में नमी की जाँच करेI खेत में फरो विधि के माध्यम से एक खुंड या नाली में सिंचाई करेंI खाली हो रहे खेतों में मूंग, ढैंचा, सनई की बुवाई करेंI फसलों को काटने के बाद उनके बचे अवशेष को खेत में मिलाने से अच्छी हरी खाद खेत को मिलेगीI बारिश के बाद इन खेतों में गन्ने की बोवाई की जा सकती हैI शरद काल में बोये गए गन्ने में हल्की मिट्टी चढ़ाएं इससे अवांछित कल्लों को रोकने में मदद मिलेगी और अच्छे गन्ने तैयार होंगेI इन खेतों में घुलनशील एन.पी.के. का छिडकाव किया जा सकता हैI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 28-04-2023 | 08:03:00 | SCHEDULED |
|