Message Schedule List : 9818
S. No. | Message | Language | Created By | Date | Time | Status | Action |
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7501 | জিলা: ওদালগুৰি ( ষ্টেচন: দাৰোগাচুবা_AWS ) বতৰৰ বতৰা আৰু আমাৰ পৰামৰ্শ (বৈধতাৰ সময়সীমা: ১৩ৰ পৰা ১৯ এপ্ৰিললৈ, ২০২৩) VI Smart Agri Project ৰ প্ৰিয় ট্ৰিনিটি ক্ষুদ্ৰ চাহ খেতিয়ক । স্মাৰ্ট কৃষি পৰামৰ্শলৈ স্বাগতম। আপোনাক আৰু আপোনাৰ পৰিয়াললৈ বহাগ বিহুৰ আন্তৰিক শুভেচ্ছা জ্ঞাপন কৰিলো। ওদালগুৰি জিলাৰ দাৰোগাচুবাত অৱস্থিত Automatic Weather Station (AWS)ৰ পৰা পোৱা বতৰৰ পূৰ্বানুমান অনুসৰি ওচৰৰ অঞ্চলবোৰত, ১৩ৰ পৰা ১৯ এপ্ৰিললৈ, ২০২৩ বতৰ ফৰকালৰ পৰা আংশিকভাৱে ডাৱৰীয়া হৈ থাকিব। ১৭, ১৮ আৰু ১৯ এপ্ৰিলত অতি পাতলীয়াৰ পৰা পাতলীয়া বৰষুণৰ সম্ভাৱনা আছে। সপ্তাহটোত সর্বোচ্চ তাপমাত্ৰা ৩৬-৪০ ডিগ্ৰী চেলচিয়াছ আৰু সর্বনির্বম্ন তাপমাত্ৰা প্ৰায় ২২-২৫ ডিগ্ৰী চেলচিয়াছ থাকিব বুলি ধাৰনা কৰা হয়। ৰাতিপুৱা আৰু আবেলিৰ আপেক্ষিক আৰ্দ্ৰতা ক্ৰমান্বয়ে প্ৰায় ৭০% আৰু ২০ % আশে-পাশে থাকিব। বতাহ প্ৰতি ঘন্টাত ৬-১৬ কি: মি: বেগেৰে ঘাইকৈ উত্তৰ-পূব দিশৰ পৰা বলিব। বিগত মাৰ্চ মাহত মুঠ ১০৫ মি.মি বৰষুণৰ পৰিমাণ লাভ কৰা হৈছে। চাহ খেতিৰ বাবে: • এই সময়ত বহুত UP , LOS ,LS আৰু MS বাগান বোৰত বান্জী (Banjhi) পাত দেখা গৈছে। এই বাঞ্জী পাতবোৰ যিমান পাৰি সোনকালে আঁতৰাই পেলোৱাটো প্ৰয়োজনীয় যাতে সিমানেই সোনকালে চাহৰ ২য় ফ্লাছৰ (Flush) নতুনকৈ বৃদ্ধি হয় ৷ বান্জী পাত বোৰ টৈবুলৰ সমানে আঁতৰাই পেলাব চেষ্টা কৰিব লাগে যাতে পাততোলা টেবুল খন সমান হৈ থাকে । • চাহ বাগান বোৰত অপতৃণৰ বৃদ্ধিৰ বাবে বতৰ অনুকূল হৈ পৰিছে। নিয়ন্ত্ৰণ কৰিবলৈ ১০০০ মি.লি Glyphosate ২০০ লিটাৰ পানীত মিহলাই ৮-১০ চে.মি. ওখ হাবিৰ ওপৰত স্প্ৰে কৰিব লাগে। • চাহ বাগান বোৰত পানী জমা হোৱা এলেকাবোৰ চিহ্নিত কৰিব আৰু বাৰিষা আৰম্ভ হোৱাৰ আগতে নলা বোৰ পৰিস্কাৰ কৰি জমা হৈ থকা মাটি বা জাবৰ জোথৰবোৰ আতৰাই পেলাব। নলাবিলাক প্ৰয়োজন সাপেক্ষে দ কৰিব লাগে আৰু পানী বৈ যাব পৰাকৈ হেলনীয়া কৰি দিব লাগেI অন্যান্য শস্যৰ বাবে: • ৰঙা লাওৰ বীজ সিঁচা কার্য্য এপ্ৰিল মাহলৈ অনুকূল বতৰ চাই অব্যাহত ৰাখিব পাৰে । এক বিঘা মাটিৰ বাবে ২৫০ গ্ৰাম বীজৰ প্ৰয়োজন হয় । কৃষক সকলে ৰঙা লাওৰ কিছুমান জাত যেনে- আৰ্কা চন্দন (Arka Chandan), আৰ্কা সূৰ্য্যমুখী ( Arka Suryamukhi) আদি বীজ সিঁচা কার্য্যৰ বাবে সংগ্ৰহ কৰিব পাৰে। • গ্রীম্মকা্লিন শাক পাচলীৰ বাৰীখনত যাতে অতিৰিক্ত পানীভাগ জমা হৈ থাকিব নোৱাৰে তাৰ বাবে সৰু নলা খান্দি দিয়াৰ ব্যৱস্থা কৰিব লাগে। • শাক পাচলী খেতিত প্রয়োজন অনুসৰিহে কীটনাশক ঔষধ ব্যৱহাৰ কৰিব লাগেI বতৰ আৰু কৃষি সম্পৰ্কীয় তথ্যৰ বিষয়ে জানিবলৈ কৃষকসকলে ৭০৬৫-০০-৫০৫৪ নম্বৰত মিছড কল দিব পাৰে। ধন্যবাদ। | Assamese | Assam | 13-04-2023 | 08:00:00 | SCHEDULED |
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7502 | জিলা: ওদালগুৰি ( ষ্টেচন: আমজুলি_AWS ) বতৰৰ বতৰা আৰু আমাৰ পৰামৰ্শ (বৈধতাৰ সময়সীমা: ১৩ৰ পৰা ১৯ এপ্ৰিললৈ, ২০২৩) VI Smart Agri Project ৰ প্ৰিয় ট্ৰিনিটি ক্ষুদ্ৰ চাহ খেতিয়ক । স্মাৰ্ট কৃষি পৰামৰ্শলৈ স্বাগতম। আপোনাক আৰু আপোনাৰ পৰিয়াললৈ বহাগ বিহুৰ আন্তৰিক শুভেচ্ছা জ্ঞাপন কৰিলো। ওদালগুৰি জিলাৰ আমজুলিত অৱস্থিত Automatic Weather Station (AWS) ৰ পৰা পোৱা বতৰৰ পূৰ্বানুমান অনুসৰি ওচৰৰ অঞ্চলবোৰত, ১৩ৰ পৰা ১৯ এপ্ৰিললৈ, ২০২৩ বতৰ আংশিকভাৱে ডাৱৰীয়া হৈ থাকিব। ১৭, ১৮ আৰু ১৯ এপ্ৰিলত অতি পাতলীয়াৰ পৰা পাতলীয়া বৰষুণৰ সম্ভাৱনা আছে। সপ্তাহটোত সর্বোচ্চ তাপমাত্ৰা ৩৪-৩৮ ডিগ্ৰী চেলচিয়াছ আৰু সর্বনির্বম্ন তাপমাত্ৰা প্ৰায় ২১-২৪ ডিগ্ৰী চেলচিয়াছ হৈ থাকিব বুলি ধাৰনা কৰা হয়। ৰাতিপুৱা আৰু আবেলিৰ আপেক্ষিক আৰ্দ্ৰতা ক্ৰমান্বয়ে প্ৰায ৮০% আৰু ৩০ % আশে-পাশে থাকিব। বতাহ প্ৰতি ঘন্টাত ৪-১৫ কি: মি: বেগেৰে ঘাইকৈ উত্তৰ আৰু দক্ষিণ-পূব দিশৰ পৰা বলিব। বিগত মাৰ্চ মাহত মুঠ ৬৩ মি.মি বৰষুণৰ পৰিমাণ লাভ কৰা হৈছে। চাহ খেতিৰ বাবে: • এই সময়ত বহুত UP , LOS ,LS আৰু MS বাগান বোৰত বান্জী (Banjhi) পাত দেখা গৈছে। এই বাঞ্জী পাতবোৰ যিমান পাৰি সোনকালে আঁতৰাই পেলোৱাটো প্ৰয়োজনীয় যাতে সিমানেই সোনকালে চাহৰ ২য় ফ্লাছৰ (Flush) নতুনকৈ বৃদ্ধি হয় ৷ বান্জী পাত বোৰ টৈবুলৰ সমানে আঁতৰাই পেলাব চেষ্টা কৰিব লাগে যাতে পাততোলা টেবুল খন সমান হৈ থাকে । • চাহ বাগান বোৰত অপতৃণৰ বৃদ্ধিৰ বাবে বতৰ অনুকূল হৈ পৰিছে। নিয়ন্ত্ৰণ কৰিবলৈ ১০০০ মি.লি Glyphosate ২০০ লিটাৰ পানীত মিহলাই ৮-১০ চে.মি. ওখ হাবিৰ ওপৰত স্প্ৰে কৰিব লাগে। • চাহ বাগান বোৰত পানী জমা হোৱা এলেকাবোৰ চিহ্নিত কৰিব আৰু বাৰিষা আৰম্ভ হোৱাৰ আগতে নলা বোৰ পৰিস্কাৰ কৰি জমা হৈ থকা মাটি বা জাবৰ জোথৰবোৰ আতৰাই পেলাব। নলাবিলাক প্ৰয়োজন সাপেক্ষে দ কৰিব লাগে আৰু পানী বৈ যাব পৰাকৈ হেলনীয়া কৰি দিব লাগেI অন্যান্য শস্যৰ বাবে: • ৰঙা লাওৰ বীজ সিঁচা কার্য্য এপ্ৰিল মাহলৈ অনুকূল বতৰ চাই অব্যাহত ৰাখিব পাৰে । এক বিঘা মাটিৰ বাবে ২৫০ গ্ৰাম বীজৰ প্ৰয়োজন হয় । কৃষক সকলে ৰঙা লাওৰ কিছুমান জাত যেনে- আৰ্কা চন্দন (Arka Chandan), আৰ্কা সূৰ্য্যমুখী ( Arka Suryamukhi) আদি বীজ সিঁচা কার্য্যৰ বাবে সংগ্ৰহ কৰিব পাৰে। • গ্রীম্মকা্লিন শাক পাচলীৰ বাৰীখনত যাতে অতিৰিক্ত পানীভাগ জমা হৈ থাকিব নোৱাৰে তাৰ বাবে সৰু নলা খান্দি দিয়াৰ ব্যৱস্থা কৰিব লাগে। • শাক পাচলী খেতিত প্রয়োজন অনুসৰিহে কীটনাশক ঔষধ ব্যৱহাৰ কৰিব লাগেI বতৰ আৰু কৃষি সম্পৰ্কীয় তথ্যৰ বিষয়ে জানিবলৈ কৃষকসকলে ৭০৬৫-০০-৫০৫৪ নম্বৰত মিছড কল দিব পাৰে। ধন্যবাদ। | Assamese | Assam | 13-04-2023 | 08:00:00 | SCHEDULED |
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7503 | ବର୍ତ୍ତମାନ ସୂର୍ଯ୍ୟମୁଖୀ ଫସଲ ଫୁଲ ଫୁଟି ସାରି ମଞ୍ଜି ଧାରଣ ଅବସ୍ଥାରେ ଅଛି । ଏହି ଅଦିନିଆ ବର୍ଷା ପୃଷ୍ଟ ମଞ୍ଜି ଗଠନରେ ସହାୟକ ହେବ । ଅଥବା ଜମିର ବତର ଦେଖି ଆବଶ୍ଯକ ମାତ୍ରାରେ ଜଳ ସେଚନ କରନ୍ତୁ । | Odia | Orissa | 12-04-2023 | 18:15:00 | SCHEDULED |
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7504 | प्रिय किसान साथियों, आगामी 17 से 23 अप्रैल के दौरान शाहजहांपुर जिले के मोहोली क्षेत्र में गर्मी और बढ़ेगीI इस दौरान दिन का अधिकतम तापमान 38 से 42 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 21 से 25 डिग्री सेंटीग्रेड तक रहेगाI 21 से 23 अप्रैल के दौरान कुछ बादल छाये रहेंगे जिससे गर्मी से कुछ रहत मिलेगी लेकिन वर्षा की सम्भावना नहीं हैंI सप्ताह के दौरान पश्चिम दिशा से 2 से 16 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से सूखी और गर्म हवा चलने की सम्भावना हैI वायुमंडल में आर्द्रता कम होकर 8 से 44% तक रह जाएगीI दिन में गर्म हवा चलने और रात में तापमान कम होने के कारण गन्ने के खेतों में कीड़ों और बिमारियों को पनपने में मदद मिलती हैI शूट बोरर और टॉप बोरर की सम्भावना को ध्यान में रखकर कीट नियंत्रण का काम करेंI इसके लिए ट्राईकोकार्ड या अन्य ट्रैप का उपयोग किया जा सकता हैI प्रकोप बढ़ने की स्थिति में 150 मिली प्रति एकड़ की दर से कोराजेन को 400 लीटर पानी में घोल कर गन्ने के तनों को ड्रेंच करें और इसके 24 घंटे के अंदर खेत में सिंचाई अवश्य करेंI लाल सडन की सम्भावना को ध्यान में रखकर प्रभावित खेतों की नियमित जाँच करते रहेंI रोग से ग्रसित गन्नों को जड़ से उखड कर प्रभावित स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर डालें और उस जगह को मिट्टी से ढक देंI ऐसे खेतों में गन्ने की पैडी न रखें और न ही उसमे गन्ने की दुबारा बुवाई करेंI इस समय काटे जा रहे गन्ने के खेतों गैप फिलिंग का काम जरुर करेंI इसके लिए नर्सरी में तैयार गन्ने के 30 से 40 दिन के पौधों की रोपाई लाइनों में खाली जगह पर करेंI बेहतर पेडी प्रबंधन के लिए गन्ने की सूखी पत्तियों को खेत में बिछाकर उसे रोटावेटर की सहायता से जमीन में मिलायेंI गन्ना काटने के दो सप्ताह के अन्दर 50 किलो यूरिया, 75 किलो डी ए पी और 50 किलो पोटाश के साथ मिलाकर खूडों में डालेंI खाली हो रहे खेतों में मूंग, ढैंचा, सनई की बुवाई करेंI फसलों को काटने के बाद उनके बचे अवशेष को खेत में मिलाने से अच्छी हरी खाद खेत को मिलेगीI बारिश के बाद इन खेतों में गन्ने की बोवाई की जा सकती हैI शरद काल में बोये गए गन्ने में हल्की मिट्टी चढ़ाएं इससे अवांछित कल्लों को रोकने में मदद मिलेगी और अच्छे गन्ने तैयार होंगेI इन खेतों में घुलनशील एन.पी.के. का छिडकाव किया जा सकता हैI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 14-04-2023 | 08:06:00 | SCHEDULED |
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7505 | प्रिय किसान साथियों, आगामी 17 से 23 अप्रैल के दौरान शाहजहांपुर जिले के जलालाबाद में गर्मी और बढ़ेगीI इस दौरान दिन का अधिकतम तापमान 38 से 42 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 21 से 25 डिग्री सेंटीग्रेड तक रहेगाI 21 से 23 अप्रैल के दौरान कुछ बादल छाये रहेंगे जिससे गर्मी से कुछ रहत मिलेगी लेकिन वर्षा की सम्भावना नहीं हैंI सप्ताह के दौरान पश्चिम दिशा से 2 से 16 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से सूखी और गर्म हवा चलने की सम्भावना हैI वायुमंडल में आर्द्रता कम होकर 8 से 44% तक रह जाएगीI दिन में गर्म हवा चलने और रात में तापमान कम होने के कारण गन्ने के खेतों में कीड़ों और बिमारियों को पनपने में मदद मिलती हैI शूट बोरर और टॉप बोरर की सम्भावना को ध्यान में रखकर कीट नियंत्रण का काम करेंI इसके लिए ट्राईकोकार्ड या अन्य ट्रैप का उपयोग किया जा सकता हैI प्रकोप बढ़ने की स्थिति में 150 मिली प्रति एकड़ की दर से कोराजेन को 400 लीटर पानी में घोल कर गन्ने के तनों को ड्रेंच करें और इसके 24 घंटे के अंदर खेत में सिंचाई अवश्य करेंI लाल सडन की सम्भावना को ध्यान में रखकर प्रभावित खेतों की नियमित जाँच करते रहेंI रोग से ग्रसित गन्नों को जड़ से उखड कर प्रभावित स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर डालें और उस जगह को मिट्टी से ढक देंI ऐसे खेतों में गन्ने की पैडी न रखें और न ही उसमे गन्ने की दुबारा बुवाई करेंI इस समय काटे जा रहे गन्ने के खेतों गैप फिलिंग का काम जरुर करेंI इसके लिए नर्सरी में तैयार गन्ने के 30 से 40 दिन के पौधों की रोपाई लाइनों में खाली जगह पर करेंI बेहतर पेडी प्रबंधन के लिए गन्ने की सूखी पत्तियों को खेत में बिछाकर उसे रोटावेटर की सहायता से जमीन में मिलायेंI गन्ना काटने के दो सप्ताह के अन्दर 50 किलो यूरिया, 75 किलो डी ए पी और 50 किलो पोटाश के साथ मिलाकर खूडों में डालेंI खाली हो रहे खेतों में मूंग, ढैंचा, सनई की बुवाई करेंI फसलों को काटने के बाद उनके बचे अवशेष को खेत में मिलाने से अच्छी हरी खाद खेत को मिलेगीI बारिश के बाद इन खेतों में गन्ने की बोवाई की जा सकती हैI शरद काल में बोये गए गन्ने में हल्की मिट्टी चढ़ाएं इससे अवांछित कल्लों को रोकने में मदद मिलेगी और अच्छे गन्ने तैयार होंगेI इन खेतों में घुलनशील एन.पी.के. का छिडकाव किया जा सकता हैI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 14-04-2023 | 08:09:00 | SCHEDULED |
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7506 | प्रिय किसान साथियों, आगामी 17 से 23 अप्रैल के दौरान शाहजहांपुर जिले के अल्लागंज क्षेत्र में गर्मी और बढ़ेगीI इस दौरान दिन का अधिकतम तापमान 38 से 42 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 21 से 25 डिग्री सेंटीग्रेड तक रहेगाI 21 से 23 अप्रैल के दौरान कुछ बादल छाये रहेंगे जिससे गर्मी से कुछ रहत मिलेगी लेकिन वर्षा की सम्भावना नहीं हैंI सप्ताह के दौरान पश्चिम दिशा से 2 से 16 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से सूखी और गर्म हवा चलने की सम्भावना हैI वायुमंडल में आर्द्रता कम होकर 8 से 44% तक रह जाएगीI दिन में गर्म हवा चलने और रात में तापमान कम होने के कारण गन्ने के खेतों में कीड़ों और बिमारियों को पनपने में मदद मिलती हैI शूट बोरर और टॉप बोरर की सम्भावना को ध्यान में रखकर कीट नियंत्रण का काम करेंI इसके लिए ट्राईकोकार्ड या अन्य ट्रैप का उपयोग किया जा सकता हैI प्रकोप बढ़ने की स्थिति में 150 मिली प्रति एकड़ की दर से कोराजेन को 400 लीटर पानी में घोल कर गन्ने के तनों को ड्रेंच करें और इसके 24 घंटे के अंदर खेत में सिंचाई अवश्य करेंI लाल सडन की सम्भावना को ध्यान में रखकर प्रभावित खेतों की नियमित जाँच करते रहेंI रोग से ग्रसित गन्नों को जड़ से उखड कर प्रभावित स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर डालें और उस जगह को मिट्टी से ढक देंI ऐसे खेतों में गन्ने की पैडी न रखें और न ही उसमे गन्ने की दुबारा बुवाई करेंI इस समय काटे जा रहे गन्ने के खेतों गैप फिलिंग का काम जरुर करेंI इसके लिए नर्सरी में तैयार गन्ने के 30 से 40 दिन के पौधों की रोपाई लाइनों में खाली जगह पर करेंI बेहतर पेडी प्रबंधन के लिए गन्ने की सूखी पत्तियों को खेत में बिछाकर उसे रोटावेटर की सहायता से जमीन में मिलायेंI गन्ना काटने के दो सप्ताह के अन्दर 50 किलो यूरिया, 75 किलो डी ए पी और 50 किलो पोटाश के साथ मिलाकर खूडों में डालेंI खाली हो रहे खेतों में मूंग, ढैंचा, सनई की बुवाई करेंI फसलों को काटने के बाद उनके बचे अवशेष को खेत में मिलाने से अच्छी हरी खाद खेत को मिलेगीI बारिश के बाद इन खेतों में गन्ने की बोवाई की जा सकती हैI शरद काल में बोये गए गन्ने में हल्की मिट्टी चढ़ाएं इससे अवांछित कल्लों को रोकने में मदद मिलेगी और अच्छे गन्ने तैयार होंगेI इन खेतों में घुलनशील एन.पी.के. का छिडकाव किया जा सकता हैI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 14-04-2023 | 08:11:00 | SCHEDULED |
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7507 | प्रिय किसान साथियों, आगामी 17 से 23 अप्रैल के दौरान शाहजहांपुर जिले के पुवाया क्षेत्र में गर्मी और बढ़ेगीI इस दौरान दिन का अधिकतम तापमान 38 से 42 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 21 से 25 डिग्री सेंटीग्रेड तक रहेगाI 21 से 23 अप्रैल के दौरान कुछ बादल छाये रहेंगे जिससे गर्मी से कुछ रहत मिलेगी लेकिन वर्षा की सम्भावना नहीं हैंI सप्ताह के दौरान पश्चिम दिशा से 2 से 16 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से सूखी और गर्म हवा चलने की सम्भावना हैI वायुमंडल में आर्द्रता कम होकर 8 से 44% तक रह जाएगीI दिन में गर्म हवा चलने और रात में तापमान कम होने के कारण गन्ने के खेतों में कीड़ों और बिमारियों को पनपने में मदद मिलती हैI शूट बोरर और टॉप बोरर की सम्भावना को ध्यान में रखकर कीट नियंत्रण का काम करेंI इसके लिए ट्राईकोकार्ड या अन्य ट्रैप का उपयोग किया जा सकता हैI प्रकोप बढ़ने की स्थिति में 150 मिली प्रति एकड़ की दर से कोराजेन को 400 लीटर पानी में घोल कर गन्ने के तनों को ड्रेंच करें और इसके 24 घंटे के अंदर खेत में सिंचाई अवश्य करेंI लाल सडन की सम्भावना को ध्यान में रखकर प्रभावित खेतों की नियमित जाँच करते रहेंI रोग से ग्रसित गन्नों को जड़ से उखड कर प्रभावित स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर डालें और उस जगह को मिट्टी से ढक देंI ऐसे खेतों में गन्ने की पैडी न रखें और न ही उसमे गन्ने की दुबारा बुवाई करेंI इस समय काटे जा रहे गन्ने के खेतों गैप फिलिंग का काम जरुर करेंI इसके लिए नर्सरी में तैयार गन्ने के 30 से 40 दिन के पौधों की रोपाई लाइनों में खाली जगह पर करेंI बेहतर पेडी प्रबंधन के लिए गन्ने की सूखी पत्तियों को खेत में बिछाकर उसे रोटावेटर की सहायता से जमीन में मिलायेंI गन्ना काटने के दो सप्ताह के अन्दर 50 किलो यूरिया, 75 किलो डी ए पी और 50 किलो पोटाश के साथ मिलाकर खूडों में डालेंI खाली हो रहे खेतों में मूंग, ढैंचा, सनई की बुवाई करेंI फसलों को काटने के बाद उनके बचे अवशेष को खेत में मिलाने से अच्छी हरी खाद खेत को मिलेगीI बारिश के बाद इन खेतों में गन्ने की बोवाई की जा सकती हैI शरद काल में बोये गए गन्ने में हल्की मिट्टी चढ़ाएं इससे अवांछित कल्लों को रोकने में मदद मिलेगी और अच्छे गन्ने तैयार होंगेI इन खेतों में घुलनशील एन.पी.के. का छिडकाव किया जा सकता हैI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 14-04-2023 | 08:09:00 | SCHEDULED |
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7508 | प्रिय किसान साथियों, आगामी 17 से 23 अप्रैल के दौरान शाहजहांपुर जिले के मदनपुर क्षेत्र में गर्मी और बढ़ेगीI इस दौरान दिन का अधिकतम तापमान 38 से 42 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 21 से 25 डिग्री सेंटीग्रेड तक रहेगाI 21 से 23 अप्रैल के दौरान कुछ बादल छाये रहेंगे जिससे गर्मी से कुछ रहत मिलेगी लेकिन वर्षा की सम्भावना नहीं हैंI सप्ताह के दौरान पश्चिम दिशा से 2 से 16 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से सूखी और गर्म हवा चलने की सम्भावना हैI वायुमंडल में आर्द्रता कम होकर 8 से 44% तक रह जाएगीI दिन में गर्म हवा चलने और रात में तापमान कम होने के कारण गन्ने के खेतों में कीड़ों और बिमारियों को पनपने में मदद मिलती हैI शूट बोरर और टॉप बोरर की सम्भावना को ध्यान में रखकर कीट नियंत्रण का काम करेंI इसके लिए ट्राईकोकार्ड या अन्य ट्रैप का उपयोग किया जा सकता हैI प्रकोप बढ़ने की स्थिति में 150 मिली प्रति एकड़ की दर से कोराजेन को 400 लीटर पानी में घोल कर गन्ने के तनों को ड्रेंच करें और इसके 24 घंटे के अंदर खेत में सिंचाई अवश्य करेंI लाल सडन की सम्भावना को ध्यान में रखकर प्रभावित खेतों की नियमित जाँच करते रहेंI रोग से ग्रसित गन्नों को जड़ से उखड कर प्रभावित स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर डालें और उस जगह को मिट्टी से ढक देंI ऐसे खेतों में गन्ने की पैडी न रखें और न ही उसमे गन्ने की दुबारा बुवाई करेंI इस समय काटे जा रहे गन्ने के खेतों गैप फिलिंग का काम जरुर करेंI इसके लिए नर्सरी में तैयार गन्ने के 30 से 40 दिन के पौधों की रोपाई लाइनों में खाली जगह पर करेंI बेहतर पेडी प्रबंधन के लिए गन्ने की सूखी पत्तियों को खेत में बिछाकर उसे रोटावेटर की सहायता से जमीन में मिलायेंI गन्ना काटने के दो सप्ताह के अन्दर 50 किलो यूरिया, 75 किलो डी ए पी और 50 किलो पोटाश के साथ मिलाकर खूडों में डालेंI खाली हो रहे खेतों में मूंग, ढैंचा, सनई की बुवाई करेंI फसलों को काटने के बाद उनके बचे अवशेष को खेत में मिलाने से अच्छी हरी खाद खेत को मिलेगीI बारिश के बाद इन खेतों में गन्ने की बोवाई की जा सकती हैI शरद काल में बोये गए गन्ने में हल्की मिट्टी चढ़ाएं इससे अवांछित कल्लों को रोकने में मदद मिलेगी और अच्छे गन्ने तैयार होंगेI इन खेतों में घुलनशील एन.पी.के. का छिडकाव किया जा सकता हैI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 14-04-2023 | 08:02:00 | SCHEDULED |
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7509 | प्रिय किसान साथियों, आगामी 17 से 23 अप्रैल के दौरान शाहजहांपुर जिले के बावन खेडा क्षेत्र में गर्मी और बढ़ेगीI इस दौरान दिन का अधिकतम तापमान 38 से 42 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 21 से 25 डिग्री सेंटीग्रेड तक रहेगाI 21 से 23 अप्रैल के दौरान कुछ बादल छाये रहेंगे जिससे गर्मी से कुछ रहत मिलेगी लेकिन वर्षा की सम्भावना नहीं हैंI सप्ताह के दौरान पश्चिम दिशा से 2 से 16 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से सूखी और गर्म हवा चलने की सम्भावना हैI वायुमंडल में आर्द्रता कम होकर 8 से 44% तक रह जाएगीI दिन में गर्म हवा चलने और रात में तापमान कम होने के कारण गन्ने के खेतों में कीड़ों और बिमारियों को पनपने में मदद मिलती हैI शूट बोरर और टॉप बोरर की सम्भावना को ध्यान में रखकर कीट नियंत्रण का काम करेंI इसके लिए ट्राईकोकार्ड या अन्य ट्रैप का उपयोग किया जा सकता हैI प्रकोप बढ़ने की स्थिति में 150 मिली प्रति एकड़ की दर से कोराजेन को 400 लीटर पानी में घोल कर गन्ने के तनों को ड्रेंच करें और इसके 24 घंटे के अंदर खेत में सिंचाई अवश्य करेंI लाल सडन की सम्भावना को ध्यान में रखकर प्रभावित खेतों की नियमित जाँच करते रहेंI रोग से ग्रसित गन्नों को जड़ से उखड कर प्रभावित स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर डालें और उस जगह को मिट्टी से ढक देंI ऐसे खेतों में गन्ने की पैडी न रखें और न ही उसमे गन्ने की दुबारा बुवाई करेंI इस समय काटे जा रहे गन्ने के खेतों गैप फिलिंग का काम जरुर करेंI इसके लिए नर्सरी में तैयार गन्ने के 30 से 40 दिन के पौधों की रोपाई लाइनों में खाली जगह पर करेंI बेहतर पेडी प्रबंधन के लिए गन्ने की सूखी पत्तियों को खेत में बिछाकर उसे रोटावेटर की सहायता से जमीन में मिलायेंI गन्ना काटने के दो सप्ताह के अन्दर 50 किलो यूरिया, 75 किलो डी ए पी और 50 किलो पोटाश के साथ मिलाकर खूडों में डालेंI खाली हो रहे खेतों में मूंग, ढैंचा, सनई की बुवाई करेंI फसलों को काटने के बाद उनके बचे अवशेष को खेत में मिलाने से अच्छी हरी खाद खेत को मिलेगीI बारिश के बाद इन खेतों में गन्ने की बोवाई की जा सकती हैI शरद काल में बोये गए गन्ने में हल्की मिट्टी चढ़ाएं इससे अवांछित कल्लों को रोकने में मदद मिलेगी और अच्छे गन्ने तैयार होंगेI इन खेतों में घुलनशील एन.पी.के. का छिडकाव किया जा सकता हैI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 14-04-2023 | 08:01:00 | SCHEDULED |
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7510 | प्रिय किसान साथियों, आगामी 17 से 23 अप्रैल के दौरान शाहजहांपुर जिले के मिर्जापुर क्षेत्र में गर्मी और बढ़ेगीI इस दौरान दिन का अधिकतम तापमान 38 से 42 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 21 से 25 डिग्री सेंटीग्रेड तक रहेगाI 21 से 23 अप्रैल के दौरान कुछ बादल छाये रहेंगे जिससे गर्मी से कुछ रहत मिलेगी लेकिन वर्षा की सम्भावना नहीं हैंI सप्ताह के दौरान पश्चिम दिशा से 2 से 16 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से सूखी और गर्म हवा चलने की सम्भावना हैI वायुमंडल में आर्द्रता कम होकर 8 से 44% तक रह जाएगीI दिन में गर्म हवा चलने और रात में तापमान कम होने के कारण गन्ने के खेतों में कीड़ों और बिमारियों को पनपने में मदद मिलती हैI शूट बोरर और टॉप बोरर की सम्भावना को ध्यान में रखकर कीट नियंत्रण का काम करेंI इसके लिए ट्राईकोकार्ड या अन्य ट्रैप का उपयोग किया जा सकता हैI प्रकोप बढ़ने की स्थिति में 150 मिली प्रति एकड़ की दर से कोराजेन को 400 लीटर पानी में घोल कर गन्ने के तनों को ड्रेंच करें और इसके 24 घंटे के अंदर खेत में सिंचाई अवश्य करेंI लाल सडन की सम्भावना को ध्यान में रखकर प्रभावित खेतों की नियमित जाँच करते रहेंI रोग से ग्रसित गन्नों को जड़ से उखड कर प्रभावित स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर डालें और उस जगह को मिट्टी से ढक देंI ऐसे खेतों में गन्ने की पैडी न रखें और न ही उसमे गन्ने की दुबारा बुवाई करेंI इस समय काटे जा रहे गन्ने के खेतों गैप फिलिंग का काम जरुर करेंI इसके लिए नर्सरी में तैयार गन्ने के 30 से 40 दिन के पौधों की रोपाई लाइनों में खाली जगह पर करेंI बेहतर पेडी प्रबंधन के लिए गन्ने की सूखी पत्तियों को खेत में बिछाकर उसे रोटावेटर की सहायता से जमीन में मिलायेंI गन्ना काटने के दो सप्ताह के अन्दर 50 किलो यूरिया, 75 किलो डी ए पी और 50 किलो पोटाश के साथ मिलाकर खूडों में डालेंI खाली हो रहे खेतों में मूंग, ढैंचा, सनई की बुवाई करेंI फसलों को काटने के बाद उनके बचे अवशेष को खेत में मिलाने से अच्छी हरी खाद खेत को मिलेगीI बारिश के बाद इन खेतों में गन्ने की बोवाई की जा सकती हैI शरद काल में बोये गए गन्ने में हल्की मिट्टी चढ़ाएं इससे अवांछित कल्लों को रोकने में मदद मिलेगी और अच्छे गन्ने तैयार होंगेI इन खेतों में घुलनशील एन.पी.के. का छिडकाव किया जा सकता हैI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 14-04-2023 | 08:01:00 | SCHEDULED |
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