Message Schedule List : 9019
S. No. | Message | Language | Created By | Date | Time | Status | Action |
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8041 | सोयाबीन के अधिक उत्पादन हेतु बुवाई से पहले खेत की तैयारी अच्छी तरह से करना अतिआवश्यक है I खेतो में 3-4 वर्ष अंतराल पर एक बार खेतों में मिट्टी पलटने वाले हल से ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई करें I एवं खेत को धूप लगने के लिए खुला छोड़ दें | ऐसा करने से भूमि में उपस्थित कीटों, रोगों एवं खरपतवार के बीज नष्ट हो जाते हैं I एवं मृदा में भुरभुरापन आता है एवं जल धारण शक्ति बढ़ती है साथ ही भूमि संरचना में सुधार भी होता है | इससे मृदा में पोषक तत्वों की सुलभता बढ़ती है और नमी का संरक्षण भी होता है I सोलिडरिडाड, स्मार्ट एग्री कार्यक्रम सम्पर्क: मो. न. 8251071818 | Marathi | MP | 10-05-2022 | 09:30:00 | SCHEDULED |
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8042 | सोयाबीन के अधिक उत्पादन हेतु बुवाई से पहले खेत की तैयारी अच्छी तरह से करना अतिआवश्यक है I खेतो में 3-4 वर्ष अंतराल पर एक बार खेतों में मिट्टी पलटने वाले हल से ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई करें I एवं खेत को धूप लगने के लिए खुला छोड़ दें | ऐसा करने से भूमि में उपस्थित कीटों, रोगों एवं खरपतवार के बीज नष्ट हो जाते हैं I एवं मृदा में भुरभुरापन आता है एवं जल धारण शक्ति बढ़ती है साथ ही भूमि संरचना में सुधार भी होता है | इससे मृदा में पोषक तत्वों की सुलभता बढ़ती है और नमी का संरक्षण भी होता है I सोलिडरिडाड, स्मार्ट एग्री कार्यक्रम सम्पर्क: मो. न. 8251071818 | Marathi | MP | 10-05-2022 | 09:00:00 | SCHEDULED |
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8043 | सोयाबीन के अधिक उत्पादन हेतु बुवाई से पहले खेत की तैयारी अच्छी तरह से करना अतिआवश्यक है I खेतो में 3-4 वर्ष अंतराल पर एक बार खेतों में मिट्टी पलटने वाले हल से ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई करें I एवं खेत को धूप लगने के लिए खुला छोड़ दें | ऐसा करने से भूमि में उपस्थित कीटों, रोगों एवं खरपतवार के बीज नष्ट हो जाते हैं I एवं मृदा में भुरभुरापन आता है एवं जल धारण शक्ति बढ़ती है साथ ही भूमि संरचना में सुधार भी होता है | इससे मृदा में पोषक तत्वों की सुलभता बढ़ती है और नमी का संरक्षण भी होता है I सोलिडरिडाड, स्मार्ट एग्री कार्यक्रम सम्पर्क: मो. न. 8251071818 | Marathi | MP | 10-05-2022 | 08:30:00 | SCHEDULED |
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8044 | सोयाबीन के अधिक उत्पादन हेतु बुवाई से पहले खेत की तैयारी अच्छी तरह से करना अतिआवश्यक है I खेतो में 3-4 वर्ष अंतराल पर एक बार खेतों में मिट्टी पलटने वाले हल से ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई करें I एवं खेत को धूप लगने के लिए खुला छोड़ दें | ऐसा करने से भूमि में उपस्थित कीटों, रोगों एवं खरपतवार के बीज नष्ट हो जाते हैं I एवं मृदा में भुरभुरापन आता है एवं जल धारण शक्ति बढ़ती है साथ ही भूमि संरचना में सुधार भी होता है | इससे मृदा में पोषक तत्वों की सुलभता बढ़ती है और नमी का संरक्षण भी होता है I सोलिडरिडाड, स्मार्ट एग्री कार्यक्रम सम्पर्क: मो. न. 8251071818 | Marathi | MP | 10-05-2022 | 08:00:00 | SCHEDULED |
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8045 | प्रिय किसान साथियों, मई माह के दूसरे सप्ताह में ८ से १५ तारीख के दौरान तापमान न्यूनतम २८ से अधिकतम ४५ डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI सुबह के समय वातावरण में नमी होगी और दोपहर के समय गर्म हवा और लू चलेगीI कभी-कभी हलके बादल या तेज हवा के चलने की सम्भावना हैI गन्ने के खेतों में टॉप बोरर के नर और मादा तितलियों को दिन में आसानी से पकड़ कर नष्ट किया जा सकता हैI इनकी रोकथाम के लिए ट्राईकोग्रामा परजीवी के कार्ड खतों में लगाये I डेल्टा फेरोमोन ट्रैप का भी इस्तेमाल किया जा सकता है I गन्ने की पत्तियों के पीछे इनके अण्डों को भी समाप्त करना जरुरी है I प्रभावित खेतो में १५० मिली प्रति एकड़ की दर से कोराजेन को ४०० लीटर पानी में घोल कर गन्ने के तनो को ड्रेंच करे और २४ घंटे के बाद खेत में पानी लगायें I लाल सडन की बीमारी में गन्ने की ऊपर से तीसरी या चौथी पत्ती के मध्य शिरा पर रुद्राक्ष की माला दिखायी देती है और पत्ती पीली पड़ कर सूख जाती हैI ऐसे गन्नो को तुरंत जड़ से निकाल कर खेत से दूर ३ फीट गहरा गड्ढा खोद कर दबा देंI लाल सडन की बीमारी से प्रभावित खेत का पानी दूसरे खेतों में न जाने दे I बुवारी गन्ने और शरद कालीन गन्ने की फसल में गैप फिलिंग अवश्य करेI पैडी गन्ना यदि ६० दिन का हो गया हो तो ५० किलो यूरिया और २५ किलो माइक्रो न्यूट्रीएंट प्रति एकड़ की दर से लगायेंI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Marathi | Uttar Pradesh | 06-05-2022 | 08:05:00 | SCHEDULED |
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8046 | চাহ খেতিত সংহত কীট পতংগ নিয়ন্ত্ৰণ ব্যৱস্থাপনা যিহেতু মে’ মাহত উৎপাদন হোৱা দ্বিতীয় ফ্লাচৰ চাহৰ মূল্য অধিক সেইবাবে ৰাসায়নিক কীট নাশক যিমান পাৰি কমকৈ ব্যৱহাৰ কৰিব লাগে I প্ৰয়োজন সাপেক্ষে জৈৱিক কীট নাশক ব্যৱহাৰ কৰিব লাগে আৰু সংহত কীট পতংগ ব্যৱস্থাপনাৰ (Integrated Pest Management) সহায় লব লাগে I তাকে কৰিবলৈ হ’লে বাগিচাখনত ৰোগৰ সংক্ৰমণ আৰু কীট পতংগৰ অৱস্থিতিৰ প্ৰতি চকু দি থাকি প্ৰথম অৱস্থাতে Spot Control কৰাৰ ব্যৱস্থা কৰিব লাগে I এনে কৰিলে কীট পতংগৰ জনসংখ্যা কমে আৰু ৰোগ সংক্ৰমণ হ্ৰাস পায় I হেল’পেল্টিচ, থ্ৰিপ্চ, গ্ৰীন ফ্লাই আদি পোকৰ ক্ষেত্ৰত আক্ৰান্ত পাতবোৰ চিঙি পেলাব লাগে I বেমাৰ হোৱা চাহডৰাত বায়ু চলাচলৰ বাবে ওলমি থকা ডালবোৰ কাটি পেলাব লাগে I ঘন চাঁ থাকিলে পাতলাই দিব লাগে I উপযুক্ত নলা ব্যৱস্থাই ৰঙা চাহী নিয়ন্ত্ৰণত সহায় কৰে I লুপাৰৰ ক্ষেত্ৰত Light Traping Device আৰু হাতেৰে পলু সংগ্ৰহ কৰিলে ইয়াৰ সংক্ৰমণ কম হয় I জৈৱিক, ৰাসায়নিক আৰু কৃষিকৰ্ম - এই আতাইবোৰৰ সুসমন্বিত ব্যৱহাৰে ৰাসায়নিক দৰবৰ প্ৰয়োজন বহূ পৰিমানে হ্ৰাস কৰে, কীট নাশকৰ MRL কমায় আৰু গছৰ শ্ৰীবৃদ্ধিত সহায় কৰে I | Marathi | Assam | 05-05-2022 | 10:00:00 | SCHEDULED |
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8047 | চাহ খেতিত সংহত কীট পতংগ নিয়ন্ত্ৰণ ব্যৱস্থাপনা যিহেতু মে’ মাহত উৎপাদন হোৱা দ্বিতীয় ফ্লাচৰ চাহৰ মূল্য অধিক সেইবাবে ৰাসায়নিক কীট নাশক যিমান পাৰি কমকৈ ব্যৱহাৰ কৰিব লাগে I প্ৰয়োজন সাপেক্ষে জৈৱিক কীট নাশক ব্যৱহাৰ কৰিব লাগে আৰু সংহত কীট পতংগ ব্যৱস্থাপনাৰ (Integrated Pest Management) সহায় লব লাগে I তাকে কৰিবলৈ হ’লে বাগিচাখনত ৰোগৰ সংক্ৰমণ আৰু কীট পতংগৰ অৱস্থিতিৰ প্ৰতি চকু দি থাকি প্ৰথম অৱস্থাতে Spot Control কৰাৰ ব্যৱস্থা কৰিব লাগে I এনে কৰিলে কীট পতংগৰ জনসংখ্যা কমে আৰু ৰোগ সংক্ৰমণ হ্ৰাস পায় I হেল’পেল্টিচ, থ্ৰিপ্চ, গ্ৰীন ফ্লাই আদি পোকৰ ক্ষেত্ৰত আক্ৰান্ত পাতবোৰ চিঙি পেলাব লাগে I বেমাৰ হোৱা চাহডৰাত বায়ু চলাচলৰ বাবে ওলমি থকা ডালবোৰ কাটি পেলাব লাগে I ঘন চাঁ থাকিলে পাতলাই দিব লাগে I উপযুক্ত নলা ব্যৱস্থাই ৰঙা চাহী নিয়ন্ত্ৰণত সহায় কৰে I লুপাৰৰ ক্ষেত্ৰত Light Traping Device আৰু হাতেৰে পলু সংগ্ৰহ কৰিলে ইয়াৰ সংক্ৰমণ কম হয় I জৈৱিক, ৰাসায়নিক আৰু কৃষিকৰ্ম - এই আতাইবোৰৰ সুসমন্বিত ব্যৱহাৰে ৰাসায়নিক দৰবৰ প্ৰয়োজন বহূ পৰিমানে হ্ৰাস কৰে, কীট নাশকৰ MRL কমায় আৰু গছৰ শ্ৰীবৃদ্ধিত সহায় কৰে I | Marathi | Assam | 05-05-2022 | 10:00:00 | SCHEDULED |
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8048 | गेहूं के भंडारण के लिए गेहूं में नमी की मात्रा 8 से 10% होनी चाहिए क्योंकि अधिक नमी वाले बीजों में श्वसन प्रक्रिया बढ़ने के कारण कीटों के साथ-साथ फफूंद का आक्रमण भी बढ़ जाता है I गेहूं का सामान्य तापमान और अच्छी तरह सुखा कर भंडारित करें क्योंकि अधिक तापमान का भी बीजों की गुणवत्ता पर विपरीत प्रभाव डालता है भंडारित गेंहूँ को सूंडी ,खपरा बीटल, घुन इत्यादि से सुरक्षित रखना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि यह कीट गेहूं को अधिक हानि पहुंचाते हैं I सोलिडरिडाड, स्मार्ट एग्री कार्यक्रम सम्पर्क: मो. न. 8251071818 | Marathi | Rajasthan User | 03-05-2022 | 10:35:00 | COMPLETED |
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8049 | गेहूं के भंडारण के लिए गेहूं में नमी की मात्रा 8 से 10% होनी चाहिए क्योंकि अधिक नमी वाले बीजों में श्वसन प्रक्रिया बढ़ने के कारण कीटों के साथ-साथ फफूंद का आक्रमण भी बढ़ जाता है I गेहूं का सामान्य तापमान और अच्छी तरह सुखा कर भंडारित करें क्योंकि अधिक तापमान का भी बीजों की गुणवत्ता पर विपरीत प्रभाव डालता है भंडारित गेंहूँ को सूंडी ,खपरा बीटल, घुन इत्यादि से सुरक्षित रखना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि यह कीट गेहूं को अधिक हानि पहुंचाते हैं I सोलिडरिडाड, स्मार्ट एग्री कार्यक्रम सम्पर्क: मो. न. 8251071818 | Marathi | MP | 03-05-2022 | 10:10:00 | COMPLETED |
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8050 | मूंग एवं उड़द में येलो मोजाइक रोग का प्रकोप होता है इस रोग में सर्वप्रथम कोमल पत्तियों पर पीले तथा हरे धब्बे दिखते है जैसे जैसे रोग की अवस्था बढ़ती है वैसे ही पीले क्षेत्र का आकार बढ़ता जाता है अंत में सभी पत्तियां पीली हो जाती है उनका आकार छोटा रह जाता है एवं दानों का आकार भी छोटा रह जाता है खेत में यह रोग सफ़ेद मक्खी द्वारा फैलता है इस समय सफ़ेद मक्खी की रोकथाम के लिए “यलो स्टिकी ट्रैप” लगायें एवं इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एस.एल. 100-125 मिली लीटर प्रति हेक्टेयर का स्प्रे करें I सोलिडरिडाड, स्मार्ट एग्री कार्यक्रम सम्पर्क: मो. न. 8251071818 | Marathi | MP | 03-05-2022 | 09:55:00 | COMPLETED |
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