Message Schedule List : 9019
S. No. Message Language Created By Date Time Status Action
8291 कापूस वेचणीची वेळ खूप महत्त्वाची असते. ओलसर किंवा 12% किंवा जास्त ओलावा असणार्‍या कापसाची वेचणी व साठवण करू नये. गहू पिकामध्ये खोडमाशीचा प्रादुर्भाव रोपावस्थेत दिसून येतो. खोडमाशीवर नियंत्रणात्मक उपाय अशाप्रकारे, पिकावर 5% निंबोळी अर्काची प्रतिबंधात्मक फवारणी करावी. प्रादुर्भाव जास्त असल्यास किंवा 10% पोंगेमर असल्यास सायपरमेथ्रिन 10 EC 1 मिलि प्रतिलीटर पाण्यात मिसळून फवारणी करावी. सॉलिडरीडॅड स्मार्ट अॅग्री प्रोग्राम, संपर्क मोबा. क्र. 9158261922. Telugu MH 14-12-2021 10:40:00 COMPLETED
8292 कापूस वेचणीची वेळ खूप महत्त्वाची असते. ओलसर किंवा 12% किंवा जास्त ओलावा असणार्‍या कापसाची वेचणी व साठवण करू नये. गहू पिकामध्ये खोडमाशीचा प्रादुर्भाव रोपावस्थेत दिसून येतो. खोडमाशीवर नियंत्रणात्मक उपाय अशाप्रकारे, पिकावर 5% निंबोळी अर्काची प्रतिबंधात्मक फवारणी करावी. प्रादुर्भाव जास्त असल्यास किंवा 10% पोंगेमर असल्यास सायपरमेथ्रिन 10 EC 1 मिलि प्रतिलीटर पाण्यात मिसळून फवारणी करावी. सॉलिडरीडॅड स्मार्ट अॅग्री प्रोग्राम, संपर्क मोबा. क्र. 9158261922. Telugu MH 14-12-2021 10:40:00 COMPLETED
8293 कापूस वेचणीची वेळ खूप महत्त्वाची असते. ओलसर किंवा 12% किंवा जास्त ओलावा असणार्‍या कापसाची वेचणी व साठवण करू नये. गहू पिकामध्ये खोडमाशीचा प्रादुर्भाव रोपावस्थेत दिसून येतो. खोडमाशीवर नियंत्रणात्मक उपाय अशाप्रकारे, पिकावर 5% निंबोळी अर्काची प्रतिबंधात्मक फवारणी करावी. प्रादुर्भाव जास्त असल्यास किंवा 10% पोंगेमर असल्यास सायपरमेथ्रिन 10 EC 1 मिलि प्रतिलीटर पाण्यात मिसळून फवारणी करावी. सॉलिडरीडॅड स्मार्ट अॅग्री प्रोग्राम, संपर्क मोबा. क्र. 9158261922. Telugu MH 14-12-2021 10:40:00 COMPLETED
8294 कापूस वेचणीची वेळ खूप महत्त्वाची असते. ओलसर किंवा 12% किंवा जास्त ओलावा असणार्‍या कापसाची वेचणी व साठवण करू नये. गहू पिकामध्ये खोडमाशीचा प्रादुर्भाव रोपावस्थेत दिसून येतो. खोडमाशीवर नियंत्रणात्मक उपाय अशाप्रकारे, पिकावर 5% निंबोळी अर्काची प्रतिबंधात्मक फवारणी करावी. प्रादुर्भाव जास्त असल्यास किंवा 10% पोंगेमर असल्यास सायपरमेथ्रिन 10 EC 1 मिलि प्रतिलीटर पाण्यात मिसळून फवारणी करावी. सॉलिडरीडॅड स्मार्ट अॅग्री प्रोग्राम, संपर्क मोबा. क्र. 9158261922. Telugu MH 14-12-2021 10:40:00 COMPLETED
8295 लहसुन की फसल में रोपण के बाद 45 दिनों तक थ्रिप्स का प्रकोप संभावित है, जिसमें पत्तियों पर चांदी जैसे सफ़ेद धब्बे बनाते है और अधिक प्रकोप होने पर पुरे पौधे विकृत और सफ़ेद दिखने लगते है I इसके नियंत्रण के लिये प्रोफेनोफॉस 0.1%, कार्बोसल्फान 0.2% और फिप्रोनील 0.2 % का प्रयोग करें I सोलिडरिडाड, स्मार्ट एग्री कार्यक्रम सम्पर्क: मो. न. 8251071818 Marathi MP 14-12-2021 10:30:00 COMPLETED
8296 लहसुन की फसल में रोपण के बाद 45 दिनों तक थ्रिप्स का प्रकोप संभावित है, जिसमें पत्तियों पर चांदी जैसे सफ़ेद धब्बे बनाते है और अधिक प्रकोप होने पर पुरे पौधे विकृत और सफ़ेद दिखने लगते है I इसके नियंत्रण के लिये प्रोफेनोफॉस 0.1%, कार्बोसल्फान 0.2% और फिप्रोनील 0.2 % का प्रयोग करें I सोलिडरिडाड, स्मार्ट एग्री कार्यक्रम सम्पर्क: मो. न. 8251071818 Marathi MP 14-12-2021 09:30:00 COMPLETED
8297 लहसुन की फसल में रोपण के बाद 45 दिनों तक थ्रिप्स का प्रकोप संभावित है, जिसमें पत्तियों पर चांदी जैसे सफ़ेद धब्बे बनाते है और अधिक प्रकोप होने पर पुरे पौधे विकृत और सफ़ेद दिखने लगते है I इसके नियंत्रण के लिये प्रोफेनोफॉस 0.1%, कार्बोसल्फान 0.2% और फिप्रोनील 0.2 % का प्रयोग करें I सोलिडरिडाड, स्मार्ट एग्री कार्यक्रम सम्पर्क: मो. न. 8251071818 Marathi MP 14-12-2021 10:00:00 COMPLETED
8298 चने की बुवाई के 30 से 40 दिनों के बाद शीर्ष कलिका की तुढ़ाई से अधिक शाखाएं बनती है एवं अधिक उत्पादन प्राप्त होता है I चने की फसल में कीटो को शुरुआती अवस्था में नियंत्रित करने हेतु खेत में T आकर की खूटियां लगाए जिस पर पक्षी बैठकर इल्लियों को खा सके एवं चने की इल्ली के प्रबंधन के लिए फेरोमेन ट्रैप 6 प्रति एकड़ के हिसाब से उपयोग करें I सोलिडरिडाड, स्मार्ट एग्री कार्यक्रम सम्पर्क: मो. न. 8251071818 Marathi MP 14-12-2021 09:00:00 COMPLETED
8299 चने की बुवाई के 30 से 40 दिनों के बाद शीर्ष कलिका की तुढ़ाई से अधिक शाखाएं बनती है एवं अधिक उत्पादन प्राप्त होता है I चने की फसल में कीटो को शुरुआती अवस्था में नियंत्रित करने हेतु खेत में T आकर की खूटियां लगाए जिस पर पक्षी बैठकर इल्लियों को खा सके एवं चने की इल्ली के प्रबंधन के लिए फेरोमेन ट्रैप 6 प्रति एकड़ के हिसाब से उपयोग करें I सोलिडरिडाड, स्मार्ट एग्री कार्यक्रम सम्पर्क: मो. न. 8251071818 Marathi MP 14-12-2021 08:30:00 COMPLETED
8300 सरसों की फसल में एफिड के प्रकोप से नुकसान होने की संभावनाएं बनी रहती है, अतः खेत में 5 से 6 पीले चिपचिपे कार्ड (जाल) अवश्य लगायें. एफिड का प्रकोप दिखने पर नीम सीड करनल एक्सट्रेक्ट (5%) या नीम तेल (2 %) या डाईमेथिओएट (1 मिली /लीटर) का छिडकाव कर प्रभावी प्रबंधन कर सकते हैI सोलिडरिडाड, स्मार्ट एग्री कार्यक्रम सम्पर्क: मो. न. 8251071818 Marathi Rajasthan User 14-12-2021 08:00:00 COMPLETED