Message Schedule List : 9627
S. No. | Message | Language | Created By | Date | Time | Status | Action |
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911 | प्रिय किसान साथियों, 31 अगस्त से 6 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान शाहजहांपुर जिले के मदनपुर क्षेत्र के दिन तथा रात के तापमान में कमी आएगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 30 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 25 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान पूर्व तथा पूर्व दक्षिण दिशा से 1 से 5 किलोमीटर की गति से तथा कभी कभी 10 से 16 किलोमीटर की तेज हवाओ के झोके आयेंगेI इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा 50 से 90% वर्षा की संभावना है जिसकी वजह से वायुमंडल में आर्द्रता 55 से 90% तक रहेगी | वर्षा के सीजन में गन्ने की फसल में जलभराव के कारण गन्ने की पैदावार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है|इससे कीट तथा बीमारी का प्रकोप बढ़ता है, अतः सभी किसान भाई अपने अपने खेतो से जल निकासी की उचित व्यवस्था करें, और ध्यान रखे रेड रॉट वाले गन्ने के खेत का पानी अन्य खेतो में न जाये| बरसात के दिनों में वर्षा के साथ साथ तेज हवा चलने से गन्ना गिर जाता है जिससे किसान को गन्ने की पैदावार में भारी नुकसान होता है ऐसे में गन्ने की ऊंचाई को देखते हुए जड़ो पर मिट्टी चढ़ाये एवं 3 बंधाई अवस्य करे| गन्ने की अधिक पैदावार लेने हेतु 2 kg श्रीराम साथी को प्रति एकड़ 400 ली० पानी में घोलकर छिडकाव करे|इस सप्ताह का मौसम pyrilla, रूट बोरर, रेड रॉट, ग्रास हैपर, तथा पोक्का बोईंग के लिए अनुकूल है, अतः अपने खेतो का निरीक्षण रोजना करते रहे । रूट बोरर, किसान साथियों इस कीट का प्रकोप जमीन की सतह से शुरू होता है, और गन्ने की पत्तियां पीली पड़नी शुरु हो गयी है तो ऐसे गन्ने की पत्ती को निकाल देने से इस कीट का प्रकोप कम होता हैं तथा गन्ने की पैदावार बढाई जा सकती है, गन्ने की सूखी पत्ती को तीन बार अवश्य निकाले, लाइट ट्रैप/फेरोमेन ट्रैप लगाये अधिक प्रकोप पाए जाने पर Quinalphose 2 ली. / एकड़ की दर से 250-300 ली. पानी में घोलकर गन्ने के तनों के पास उपयोग करें.|ग्रास हैपर- यह कीट गन्ने की पत्ती को खाता है यह फुदक फुदक कर चलता है इस कीट का प्रकोप पहले खेतो के मेंढो पर दिखायी देता है प्रकोप दिखायी देने पर फोलीडाल डस्ट का 8 से 10 kg/एकड़ की दर से सुबह नमी पर पत्तियों पर छिडकाव करें| पोक्का बोईंग अधिक आद्रता लम्बे समय तक रहने से इस बीमारी का प्रकोप बढ़ता है इस प्रकोप के पाए जाने पर 500 ग्राम/ एकड़ की दर से को 250 ली० कॉपरओक्सिक्लोरिड पानी में घोलकर 15 दिन के अन्तराल पर दो छिडकाव करें| Pyrilla कीट के प्रकोप लिए भी मौसम अनुकूल रहेगा इस कीट को पाए जाने पर किसी भी प्रकार का कीटनाशी का प्रयोग न करें| गन्ने की खेती में खासकर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4-6 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 1-2 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिलाकर नमी में खेतो में डालें वर्षा के दिनों में बिजली के खम्बो से दूर रहे नदी नालो को पार करते समय सावधानी रखे| स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 30-08-2024 | 10:36:00 | SCHEDULED |
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912 | प्रिय किसान साथियों, 31 अगस्त से 6 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान शाहजहांपुर जिले के बावल खेडा क्षेत्र के दिन तथा रात के तापमान में कमी आएगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 30 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 25 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान पूर्व तथा पूर्व दक्षिण दिशा से 1 से 5 किलोमीटर की गति से तथा कभी कभी 10 से 16 किलोमीटर की तेज हवाओ के झोके आयेंगेI इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा 50 से 90% वर्षा की संभावना है जिसकी वजह से वायुमंडल में आर्द्रता 55 से 90% तक रहेगी | वर्षा के सीजन में गन्ने की फसल में जलभराव के कारण गन्ने की पैदावार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है|इससे कीट तथा बीमारी का प्रकोप बढ़ता है, अतः सभी किसान भाई अपने अपने खेतो से जल निकासी की उचित व्यवस्था करें, और ध्यान रखे रेड रॉट वाले गन्ने के खेत का पानी अन्य खेतो में न जाये| बरसात के दिनों में वर्षा के साथ साथ तेज हवा चलने से गन्ना गिर जाता है जिससे किसान को गन्ने की पैदावार में भारी नुकसान होता है ऐसे में गन्ने की ऊंचाई को देखते हुए जड़ो पर मिट्टी चढ़ाये एवं 3 बंधाई अवस्य करे| गन्ने की अधिक पैदावार लेने हेतु 2 kg श्रीराम साथी को प्रति एकड़ 400 ली० पानी में घोलकर छिडकाव करे|इस सप्ताह का मौसम pyrilla, रूट बोरर, रेड रॉट, ग्रास हैपर, तथा पोक्का बोईंग के लिए अनुकूल है, अतः अपने खेतो का निरीक्षण रोजना करते रहे । रूट बोरर, किसान साथियों इस कीट का प्रकोप जमीन की सतह से शुरू होता है, और गन्ने की पत्तियां पीली पड़नी शुरु हो गयी है तो ऐसे गन्ने की पत्ती को निकाल देने से इस कीट का प्रकोप कम होता हैं तथा गन्ने की पैदावार बढाई जा सकती है, गन्ने की सूखी पत्ती को तीन बार अवश्य निकाले, लाइट ट्रैप/फेरोमेन ट्रैप लगाये अधिक प्रकोप पाए जाने पर Quinalphose 2 ली. / एकड़ की दर से 250-300 ली. पानी में घोलकर गन्ने के तनों के पास उपयोग करें.|ग्रास हैपर- यह कीट गन्ने की पत्ती को खाता है यह फुदक फुदक कर चलता है इस कीट का प्रकोप पहले खेतो के मेंढो पर दिखायी देता है प्रकोप दिखायी देने पर फोलीडाल डस्ट का 8 से 10 kg/एकड़ की दर से सुबह नमी पर पत्तियों पर छिडकाव करें| पोक्का बोईंग अधिक आद्रता लम्बे समय तक रहने से इस बीमारी का प्रकोप बढ़ता है इस प्रकोप के पाए जाने पर 500 ग्राम/ एकड़ की दर से को 250 ली० कॉपरओक्सिक्लोरिड पानी में घोलकर 15 दिन के अन्तराल पर दो छिडकाव करें| Pyrilla कीट के प्रकोप लिए भी मौसम अनुकूल रहेगा इस कीट को पाए जाने पर किसी भी प्रकार का कीटनाशी का प्रयोग न करें| गन्ने की खेती में खासकर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4-6 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 1-2 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिलाकर नमी में खेतो में डालें वर्षा के दिनों में बिजली के खम्बो से दूर रहे नदी नालो को पार करते समय सावधानी रखे| स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 30-08-2024 | 10:36:00 | SCHEDULED |
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913 | प्रिय किसान साथियों, 31 अगस्त से 6 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान शाहजहांपुर जिले के मिर्जापुर क्षेत्र के दिन तथा रात के तापमान में कमी आएगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 30 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 25 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान पूर्व तथा पूर्व दक्षिण दिशा से 1 से 5 किलोमीटर की गति से तथा कभी कभी 10 से 16 किलोमीटर की तेज हवाओ के झोके आयेंगेI इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा 50 से 90% वर्षा की संभावना है जिसकी वजह से वायुमंडल में आर्द्रता 55 से 90% तक रहेगी | वर्षा के सीजन में गन्ने की फसल में जलभराव के कारण गन्ने की पैदावार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है|इससे कीट तथा बीमारी का प्रकोप बढ़ता है, अतः सभी किसान भाई अपने अपने खेतो से जल निकासी की उचित व्यवस्था करें, और ध्यान रखे रेड रॉट वाले गन्ने के खेत का पानी अन्य खेतो में न जाये| बरसात के दिनों में वर्षा के साथ साथ तेज हवा चलने से गन्ना गिर जाता है जिससे किसान को गन्ने की पैदावार में भारी नुकसान होता है ऐसे में गन्ने की ऊंचाई को देखते हुए जड़ो पर मिट्टी चढ़ाये एवं 3 बंधाई अवस्य करे| गन्ने की अधिक पैदावार लेने हेतु 2 kg श्रीराम साथी को प्रति एकड़ 400 ली० पानी में घोलकर छिडकाव करे|इस सप्ताह का मौसम pyrilla, रूट बोरर, रेड रॉट, ग्रास हैपर, तथा पोक्का बोईंग के लिए अनुकूल है, अतः अपने खेतो का निरीक्षण रोजना करते रहे । रूट बोरर, किसान साथियों इस कीट का प्रकोप जमीन की सतह से शुरू होता है, और गन्ने की पत्तियां पीली पड़नी शुरु हो गयी है तो ऐसे गन्ने की पत्ती को निकाल देने से इस कीट का प्रकोप कम होता हैं तथा गन्ने की पैदावार बढाई जा सकती है, गन्ने की सूखी पत्ती को तीन बार अवश्य निकाले, लाइट ट्रैप/फेरोमेन ट्रैप लगाये अधिक प्रकोप पाए जाने पर Quinalphose 2 ली. / एकड़ की दर से 250-300 ली. पानी में घोलकर गन्ने के तनों के पास उपयोग करें.|ग्रास हैपर- यह कीट गन्ने की पत्ती को खाता है यह फुदक फुदक कर चलता है इस कीट का प्रकोप पहले खेतो के मेंढो पर दिखायी देता है प्रकोप दिखायी देने पर फोलीडाल डस्ट का 8 से 10 kg/एकड़ की दर से सुबह नमी पर पत्तियों पर छिडकाव करें| पोक्का बोईंग अधिक आद्रता लम्बे समय तक रहने से इस बीमारी का प्रकोप बढ़ता है इस प्रकोप के पाए जाने पर 500 ग्राम/ एकड़ की दर से को 250 ली० कॉपरओक्सिक्लोरिड पानी में घोलकर 15 दिन के अन्तराल पर दो छिडकाव करें| Pyrilla कीट के प्रकोप लिए भी मौसम अनुकूल रहेगा इस कीट को पाए जाने पर किसी भी प्रकार का कीटनाशी का प्रयोग न करें| गन्ने की खेती में खासकर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4-6 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 1-2 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिलाकर नमी में खेतो में डालें वर्षा के दिनों में बिजली के खम्बो से दूर रहे नदी नालो को पार करते समय सावधानी रखे| स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 30-08-2024 | 10:34:00 | SCHEDULED |
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914 | प्रिय किसान साथियों, 31 अगस्त से 6 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान लखीमपुर जिले के बावन क्षेत्र के दिन तथा रात के तापमान में कमी आएगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 30 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 25 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान पूर्व तथा पूर्व दक्षिण दिशा से 1 से 5 किलोमीटर की गति से तथा कभी कभी 10 से 16 किलोमीटर की तेज हवाओ के झोके आयेंगेI इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा 50 से 90% वर्षा की संभावना है जिसकी वजह से वायुमंडल में आर्द्रता 55 से 90% तक रहेगी | वर्षा के सीजन में गन्ने की फसल में जलभराव के कारण गन्ने की पैदावार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है|इससे कीट तथा बीमारी का प्रकोप बढ़ता है, अतः सभी किसान भाई अपने अपने खेतो से जल निकासी की उचित व्यवस्था करें, और ध्यान रखे रेड रॉट वाले गन्ने के खेत का पानी अन्य खेतो में न जाये| बरसात के दिनों में वर्षा के साथ साथ तेज हवा चलने से गन्ना गिर जाता है जिससे किसान को गन्ने की पैदावार में भारी नुकसान होता है ऐसे में गन्ने की ऊंचाई को देखते हुए जड़ो पर मिट्टी चढ़ाये एवं 3 बंधाई अवस्य करे| गन्ने की अधिक पैदावार लेने हेतु 2 kg श्रीराम साथी को प्रति एकड़ 400 ली० पानी में घोलकर छिडकाव करे|इस सप्ताह का मौसम pyrilla, रूट बोरर, रेड रॉट, ग्रास हैपर, तथा पोक्का बोईंग के लिए अनुकूल है, अतः अपने खेतो का निरीक्षण रोजना करते रहे । रूट बोरर, किसान साथियों इस कीट का प्रकोप जमीन की सतह से शुरू होता है, और गन्ने की पत्तियां पीली पड़नी शुरु हो गयी है तो ऐसे गन्ने की पत्ती को निकाल देने से इस कीट का प्रकोप कम होता हैं तथा गन्ने की पैदावार बढाई जा सकती है, गन्ने की सूखी पत्ती को तीन बार अवश्य निकाले, लाइट ट्रैप/फेरोमेन ट्रैप लगाये अधिक प्रकोप पाए जाने पर Quinalphose 2 ली. / एकड़ की दर से 250-300 ली. पानी में घोलकर गन्ने के तनों के पास उपयोग करें.|ग्रास हैपर- यह कीट गन्ने की पत्ती को खाता है यह फुदक फुदक कर चलता है इस कीट का प्रकोप पहले खेतो के मेंढो पर दिखायी देता है प्रकोप दिखायी देने पर फोलीडाल डस्ट का 8 से 10 kg/एकड़ की दर से सुबह नमी पर पत्तियों पर छिडकाव करें| पोक्का बोईंग अधिक आद्रता लम्बे समय तक रहने से इस बीमारी का प्रकोप बढ़ता है इस प्रकोप के पाए जाने पर 500 ग्राम/ एकड़ की दर से को 250 ली० कॉपरओक्सिक्लोरिड पानी में घोलकर 15 दिन के अन्तराल पर दो छिडकाव करें| Pyrilla कीट के प्रकोप लिए भी मौसम अनुकूल रहेगा इस कीट को पाए जाने पर किसी भी प्रकार का कीटनाशी का प्रयोग न करें| गन्ने की खेती में खासकर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4-6 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 1-2 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिलाकर नमी में खेतो में डालें वर्षा के दिनों में बिजली के खम्बो से दूर रहे नदी नालो को पार करते समय सावधानी रखे| स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 30-08-2024 | 10:32:00 | SCHEDULED |
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915 | प्रिय किसान साथियों, 31 अगस्त से 6 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान लखीमपुर जिले के पसगवा क्षेत्र के दिन तथा रात के तापमान में कमी आएगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 30 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 25 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान पूर्व तथा पूर्व दक्षिण दिशा से 1 से 5 किलोमीटर की गति से तथा कभी कभी 10 से 16 किलोमीटर की तेज हवाओ के झोके आयेंगेI इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा 50 से 90% वर्षा की संभावना है जिसकी वजह से वायुमंडल में आर्द्रता 55 से 90% तक रहेगी | वर्षा के सीजन में गन्ने की फसल में जलभराव के कारण गन्ने की पैदावार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है|इससे कीट तथा बीमारी का प्रकोप बढ़ता है, अतः सभी किसान भाई अपने अपने खेतो से जल निकासी की उचित व्यवस्था करें, और ध्यान रखे रेड रॉट वाले गन्ने के खेत का पानी अन्य खेतो में न जाये| बरसात के दिनों में वर्षा के साथ साथ तेज हवा चलने से गन्ना गिर जाता है जिससे किसान को गन्ने की पैदावार में भारी नुकसान होता है ऐसे में गन्ने की ऊंचाई को देखते हुए जड़ो पर मिट्टी चढ़ाये एवं 3 बंधाई अवस्य करे| गन्ने की अधिक पैदावार लेने हेतु 2 kg श्रीराम साथी को प्रति एकड़ 400 ली० पानी में घोलकर छिडकाव करे|इस सप्ताह का मौसम pyrilla, रूट बोरर, रेड रॉट, ग्रास हैपर, तथा पोक्का बोईंग के लिए अनुकूल है, अतः अपने खेतो का निरीक्षण रोजना करते रहे । रूट बोरर, किसान साथियों इस कीट का प्रकोप जमीन की सतह से शुरू होता है, और गन्ने की पत्तियां पीली पड़नी शुरु हो गयी है तो ऐसे गन्ने की पत्ती को निकाल देने से इस कीट का प्रकोप कम होता हैं तथा गन्ने की पैदावार बढाई जा सकती है, गन्ने की सूखी पत्ती को तीन बार अवश्य निकाले, लाइट ट्रैप/फेरोमेन ट्रैप लगाये अधिक प्रकोप पाए जाने पर Quinalphose 2 ली. / एकड़ की दर से 250-300 ली. पानी में घोलकर गन्ने के तनों के पास उपयोग करें.|ग्रास हैपर- यह कीट गन्ने की पत्ती को खाता है यह फुदक फुदक कर चलता है इस कीट का प्रकोप पहले खेतो के मेंढो पर दिखायी देता है प्रकोप दिखायी देने पर फोलीडाल डस्ट का 8 से 10 kg/एकड़ की दर से सुबह नमी पर पत्तियों पर छिडकाव करें| पोक्का बोईंग अधिक आद्रता लम्बे समय तक रहने से इस बीमारी का प्रकोप बढ़ता है इस प्रकोप के पाए जाने पर 500 ग्राम/ एकड़ की दर से को 250 ली० कॉपरओक्सिक्लोरिड पानी में घोलकर 15 दिन के अन्तराल पर दो छिडकाव करें| Pyrilla कीट के प्रकोप लिए भी मौसम अनुकूल रहेगा इस कीट को पाए जाने पर किसी भी प्रकार का कीटनाशी का प्रयोग न करें| गन्ने की खेती में खासकर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4-6 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 1-2 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिलाकर नमी में खेतो में डालें वर्षा के दिनों में बिजली के खम्बो से दूर रहे नदी नालो को पार करते समय सावधानी रखे| स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 30-08-2024 | 10:30:00 | SCHEDULED |
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916 | प्रिय किसान साथियों, 31 अगस्त से 6 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान लखीमपुर जिले के मोहम्मदी क्षेत्र के दिन तथा रात के तापमान में कमी आएगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 30 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 25 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान पूर्व तथा पूर्व दक्षिण दिशा से 1 से 5 किलोमीटर की गति से तथा कभी कभी 10 से 16 किलोमीटर की तेज हवाओ के झोके आयेंगेI इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा 50 से 90% वर्षा की संभावना है जिसकी वजह से वायुमंडल में आर्द्रता 55 से 90% तक रहेगी | वर्षा के सीजन में गन्ने की फसल में जलभराव के कारण गन्ने की पैदावार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है|इससे कीट तथा बीमारी का प्रकोप बढ़ता है, अतः सभी किसान भाई अपने अपने खेतो से जल निकासी की उचित व्यवस्था करें, और ध्यान रखे रेड रॉट वाले गन्ने के खेत का पानी अन्य खेतो में न जाये| बरसात के दिनों में वर्षा के साथ साथ तेज हवा चलने से गन्ना गिर जाता है जिससे किसान को गन्ने की पैदावार में भारी नुकसान होता है ऐसे में गन्ने की ऊंचाई को देखते हुए जड़ो पर मिट्टी चढ़ाये एवं 3 बंधाई अवस्य करे| गन्ने की अधिक पैदावार लेने हेतु 2 kg श्रीराम साथी को प्रति एकड़ 400 ली० पानी में घोलकर छिडकाव करे|इस सप्ताह का मौसम pyrilla, रूट बोरर, रेड रॉट, ग्रास हैपर, तथा पोक्का बोईंग के लिए अनुकूल है, अतः अपने खेतो का निरीक्षण रोजना करते रहे । रूट बोरर, किसान साथियों इस कीट का प्रकोप जमीन की सतह से शुरू होता है, और गन्ने की पत्तियां पीली पड़नी शुरु हो गयी है तो ऐसे गन्ने की पत्ती को निकाल देने से इस कीट का प्रकोप कम होता हैं तथा गन्ने की पैदावार बढाई जा सकती है, गन्ने की सूखी पत्ती को तीन बार अवश्य निकाले, लाइट ट्रैप/फेरोमेन ट्रैप लगाये अधिक प्रकोप पाए जाने पर Quinalphose 2 ली. / एकड़ की दर से 250-300 ली. पानी में घोलकर गन्ने के तनों के पास उपयोग करें.|ग्रास हैपर- यह कीट गन्ने की पत्ती को खाता है यह फुदक फुदक कर चलता है इस कीट का प्रकोप पहले खेतो के मेंढो पर दिखायी देता है प्रकोप दिखायी देने पर फोलीडाल डस्ट का 8 से 10 kg/एकड़ की दर से सुबह नमी पर पत्तियों पर छिडकाव करें| पोक्का बोईंग अधिक आद्रता लम्बे समय तक रहने से इस बीमारी का प्रकोप बढ़ता है इस प्रकोप के पाए जाने पर 500 ग्राम/ एकड़ की दर से को 250 ली० कॉपरओक्सिक्लोरिड पानी में घोलकर 15 दिन के अन्तराल पर दो छिडकाव करें| Pyrilla कीट के प्रकोप लिए भी मौसम अनुकूल रहेगा इस कीट को पाए जाने पर किसी भी प्रकार का कीटनाशी का प्रयोग न करें| गन्ने की खेती में खासकर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4-6 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 1-2 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिलाकर नमी में खेतो में डालें वर्षा के दिनों में बिजली के खम्बो से दूर रहे नदी नालो को पार करते समय सावधानी रखे| स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 30-08-2024 | 10:28:00 | SCHEDULED |
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917 | प्रिय किसान साथियों, 31 अगस्त से 6 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान लखीमपुर जिले के मितौली क्षेत्र के दिन तथा रात के तापमान में कमी आएगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 30 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 25 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान पूर्व तथा पूर्व दक्षिण दिशा से 1 से 5 किलोमीटर की गति से तथा कभी कभी 10 से 16 किलोमीटर की तेज हवाओ के झोके आयेंगेI इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा 50 से 90% वर्षा की संभावना है जिसकी वजह से वायुमंडल में आर्द्रता 55 से 90% तक रहेगी | वर्षा के सीजन में गन्ने की फसल में जलभराव के कारण गन्ने की पैदावार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है|इससे कीट तथा बीमारी का प्रकोप बढ़ता है, अतः सभी किसान भाई अपने अपने खेतो से जल निकासी की उचित व्यवस्था करें, और ध्यान रखे रेड रॉट वाले गन्ने के खेत का पानी अन्य खेतो में न जाये| बरसात के दिनों में वर्षा के साथ साथ तेज हवा चलने से गन्ना गिर जाता है जिससे किसान को गन्ने की पैदावार में भारी नुकसान होता है ऐसे में गन्ने की ऊंचाई को देखते हुए जड़ो पर मिट्टी चढ़ाये एवं 3 बंधाई अवस्य करे| गन्ने की अधिक पैदावार लेने हेतु 2 kg श्रीराम साथी को प्रति एकड़ 400 ली० पानी में घोलकर छिडकाव करे|इस सप्ताह का मौसम pyrilla, रूट बोरर, रेड रॉट, ग्रास हैपर, तथा पोक्का बोईंग के लिए अनुकूल है, अतः अपने खेतो का निरीक्षण रोजना करते रहे । रूट बोरर, किसान साथियों इस कीट का प्रकोप जमीन की सतह से शुरू होता है, और गन्ने की पत्तियां पीली पड़नी शुरु हो गयी है तो ऐसे गन्ने की पत्ती को निकाल देने से इस कीट का प्रकोप कम होता हैं तथा गन्ने की पैदावार बढाई जा सकती है, गन्ने की सूखी पत्ती को तीन बार अवश्य निकाले, लाइट ट्रैप/फेरोमेन ट्रैप लगाये अधिक प्रकोप पाए जाने पर Quinalphose 2 ली. / एकड़ की दर से 250-300 ली. पानी में घोलकर गन्ने के तनों के पास उपयोग करें.|ग्रास हैपर- यह कीट गन्ने की पत्ती को खाता है यह फुदक फुदक कर चलता है इस कीट का प्रकोप पहले खेतो के मेंढो पर दिखायी देता है प्रकोप दिखायी देने पर फोलीडाल डस्ट का 8 से 10 kg/एकड़ की दर से सुबह नमी पर पत्तियों पर छिडकाव करें| पोक्का बोईंग अधिक आद्रता लम्बे समय तक रहने से इस बीमारी का प्रकोप बढ़ता है इस प्रकोप के पाए जाने पर 500 ग्राम/ एकड़ की दर से को 250 ली० कॉपरओक्सिक्लोरिड पानी में घोलकर 15 दिन के अन्तराल पर दो छिडकाव करें| Pyrilla कीट के प्रकोप लिए भी मौसम अनुकूल रहेगा इस कीट को पाए जाने पर किसी भी प्रकार का कीटनाशी का प्रयोग न करें| गन्ने की खेती में खासकर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4-6 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 1-2 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिलाकर नमी में खेतो में डालें वर्षा के दिनों में बिजली के खम्बो से दूर रहे नदी नालो को पार करते समय सावधानी रखे| स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 30-08-2024 | 10:26:00 | SCHEDULED |
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918 | प्रिय किसान साथियों, 31 अगस्त से 6 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के अहिरौरी क्षेत्र के दिन तथा रात के तापमान में कमी आएगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 30 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 25 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान पूर्व तथा पूर्व दक्षिण दिशा से 1 से 5 किलोमीटर की गति से तथा कभी कभी 10 से 16 किलोमीटर की तेज हवाओ के झोके आयेंगेI इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा 50 से 90% वर्षा की संभावना है जिसकी वजह से वायुमंडल में आर्द्रता 55 से 90% तक रहेगी | वर्षा के सीजन में गन्ने की फसल में जलभराव के कारण गन्ने की पैदावार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है|इससे कीट तथा बीमारी का प्रकोप बढ़ता है, अतः सभी किसान भाई अपने अपने खेतो से जल निकासी की उचित व्यवस्था करें, और ध्यान रखे रेड रॉट वाले गन्ने के खेत का पानी अन्य खेतो में न जाये| बरसात के दिनों में वर्षा के साथ साथ तेज हवा चलने से गन्ना गिर जाता है जिससे किसान को गन्ने की पैदावार में भारी नुकसान होता है ऐसे में गन्ने की ऊंचाई को देखते हुए जड़ो पर मिट्टी चढ़ाये एवं 3 बंधाई अवस्य करे| गन्ने की अधिक पैदावार लेने हेतु 2 kg श्रीराम साथी को प्रति एकड़ 400 ली० पानी में घोलकर छिडकाव करे|इस सप्ताह का मौसम pyrilla, रूट बोरर, रेड रॉट, ग्रास हैपर, तथा पोक्का बोईंग के लिए अनुकूल है, अतः अपने खेतो का निरीक्षण रोजना करते रहे । रूट बोरर, किसान साथियों इस कीट का प्रकोप जमीन की सतह से शुरू होता है, और गन्ने की पत्तियां पीली पड़नी शुरु हो गयी है तो ऐसे गन्ने की पत्ती को निकाल देने से इस कीट का प्रकोप कम होता हैं तथा गन्ने की पैदावार बढाई जा सकती है, गन्ने की सूखी पत्ती को तीन बार अवश्य निकाले, लाइट ट्रैप/फेरोमेन ट्रैप लगाये अधिक प्रकोप पाए जाने पर Quinalphose 2 ली. / एकड़ की दर से 250-300 ली. पानी में घोलकर गन्ने के तनों के पास उपयोग करें.|ग्रास हैपर- यह कीट गन्ने की पत्ती को खाता है यह फुदक फुदक कर चलता है इस कीट का प्रकोप पहले खेतो के मेंढो पर दिखायी देता है प्रकोप दिखायी देने पर फोलीडाल डस्ट का 8 से 10 kg/एकड़ की दर से सुबह नमी पर पत्तियों पर छिडकाव करें| पोक्का बोईंग अधिक आद्रता लम्बे समय तक रहने से इस बीमारी का प्रकोप बढ़ता है इस प्रकोप के पाए जाने पर 500 ग्राम/ एकड़ की दर से को 250 ली० कॉपरओक्सिक्लोरिड पानी में घोलकर 15 दिन के अन्तराल पर दो छिडकाव करें| Pyrilla कीट के प्रकोप लिए भी मौसम अनुकूल रहेगा इस कीट को पाए जाने पर किसी भी प्रकार का कीटनाशी का प्रयोग न करें| गन्ने की खेती में खासकर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4-6 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 1-2 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिलाकर नमी में खेतो में डालें वर्षा के दिनों में बिजली के खम्बो से दूर रहे नदी नालो को पार करते समय सावधानी रखे| स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 30-08-2024 | 10:24:00 | SCHEDULED |
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919 | प्रिय किसान साथियों, 31 अगस्त से 6 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान शाहजहांपुर जिले के महोली क्षेत्र के दिन तथा रात के तापमान में कमी आएगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 30 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 25 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान पूर्व तथा पूर्व दक्षिण दिशा से 1 से 5 किलोमीटर की गति से तथा कभी कभी 10 से 16 किलोमीटर की तेज हवाओ के झोके आयेंगेI इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा 50 से 90% वर्षा की संभावना है जिसकी वजह से वायुमंडल में आर्द्रता 55 से 90% तक रहेगी | वर्षा के सीजन में गन्ने की फसल में जलभराव के कारण गन्ने की पैदावार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है|इससे कीट तथा बीमारी का प्रकोप बढ़ता है, अतः सभी किसान भाई अपने अपने खेतो से जल निकासी की उचित व्यवस्था करें, और ध्यान रखे रेड रॉट वाले गन्ने के खेत का पानी अन्य खेतो में न जाये| बरसात के दिनों में वर्षा के साथ साथ तेज हवा चलने से गन्ना गिर जाता है जिससे किसान को गन्ने की पैदावार में भारी नुकसान होता है ऐसे में गन्ने की ऊंचाई को देखते हुए जड़ो पर मिट्टी चढ़ाये एवं 3 बंधाई अवस्य करे| गन्ने की अधिक पैदावार लेने हेतु 2 kg श्रीराम साथी को प्रति एकड़ 400 ली० पानी में घोलकर छिडकाव करे|इस सप्ताह का मौसम pyrilla, रूट बोरर, रेड रॉट, ग्रास हैपर, तथा पोक्का बोईंग के लिए अनुकूल है, अतः अपने खेतो का निरीक्षण रोजना करते रहे । रूट बोरर, किसान साथियों इस कीट का प्रकोप जमीन की सतह से शुरू होता है, और गन्ने की पत्तियां पीली पड़नी शुरु हो गयी है तो ऐसे गन्ने की पत्ती को निकाल देने से इस कीट का प्रकोप कम होता हैं तथा गन्ने की पैदावार बढाई जा सकती है, गन्ने की सूखी पत्ती को तीन बार अवश्य निकाले, लाइट ट्रैप/फेरोमेन ट्रैप लगाये अधिक प्रकोप पाए जाने पर Quinalphose 2 ली. / एकड़ की दर से 250-300 ली. पानी में घोलकर गन्ने के तनों के पास उपयोग करें.|ग्रास हैपर- यह कीट गन्ने की पत्ती को खाता है यह फुदक फुदक कर चलता है इस कीट का प्रकोप पहले खेतो के मेंढो पर दिखायी देता है प्रकोप दिखायी देने पर फोलीडाल डस्ट का 8 से 10 kg/एकड़ की दर से सुबह नमी पर पत्तियों पर छिडकाव करें| पोक्का बोईंग अधिक आद्रता लम्बे समय तक रहने से इस बीमारी का प्रकोप बढ़ता है इस प्रकोप के पाए जाने पर 500 ग्राम/ एकड़ की दर से को 250 ली० कॉपरओक्सिक्लोरिड पानी में घोलकर 15 दिन के अन्तराल पर दो छिडकाव करें| Pyrilla कीट के प्रकोप लिए भी मौसम अनुकूल रहेगा इस कीट को पाए जाने पर किसी भी प्रकार का कीटनाशी का प्रयोग न करें| गन्ने की खेती में खासकर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4-6 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 1-2 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिलाकर नमी में खेतो में डालें वर्षा के दिनों में बिजली के खम्बो से दूर रहे नदी नालो को पार करते समय सावधानी रखे| स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 30-08-2024 | 10:22:00 | SCHEDULED |
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920 | प्रिय किसान साथियों, 31 अगस्त से 6 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान हरदोई जिले के जल्लापुर क्षेत्र के दिन तथा रात के तापमान में कमी आएगी| सप्ताह के दौरान दिन का अधिकतम तापमान 30 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड तथा रात का न्यूनतम तापमान 25 से 28 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की सम्भावना हैI इस सप्ताह के दौरान पूर्व तथा पूर्व दक्षिण दिशा से 1 से 5 किलोमीटर की गति से तथा कभी कभी 10 से 16 किलोमीटर की तेज हवाओ के झोके आयेंगेI इस सप्ताह के दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे तथा 50 से 90% वर्षा की संभावना है जिसकी वजह से वायुमंडल में आर्द्रता 55 से 90% तक रहेगी | वर्षा के सीजन में गन्ने की फसल में जलभराव के कारण गन्ने की पैदावार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है|इससे कीट तथा बीमारी का प्रकोप बढ़ता है, अतः सभी किसान भाई अपने अपने खेतो से जल निकासी की उचित व्यवस्था करें, और ध्यान रखे रेड रॉट वाले गन्ने के खेत का पानी अन्य खेतो में न जाये| बरसात के दिनों में वर्षा के साथ साथ तेज हवा चलने से गन्ना गिर जाता है जिससे किसान को गन्ने की पैदावार में भारी नुकसान होता है ऐसे में गन्ने की ऊंचाई को देखते हुए जड़ो पर मिट्टी चढ़ाये एवं 3 बंधाई अवस्य करे| गन्ने की अधिक पैदावार लेने हेतु 2 kg श्रीराम साथी को प्रति एकड़ 400 ली० पानी में घोलकर छिडकाव करे|इस सप्ताह का मौसम pyrilla, रूट बोरर, रेड रॉट, ग्रास हैपर, तथा पोक्का बोईंग के लिए अनुकूल है, अतः अपने खेतो का निरीक्षण रोजना करते रहे । रूट बोरर, किसान साथियों इस कीट का प्रकोप जमीन की सतह से शुरू होता है, और गन्ने की पत्तियां पीली पड़नी शुरु हो गयी है तो ऐसे गन्ने की पत्ती को निकाल देने से इस कीट का प्रकोप कम होता हैं तथा गन्ने की पैदावार बढाई जा सकती है, गन्ने की सूखी पत्ती को तीन बार अवश्य निकाले, लाइट ट्रैप/फेरोमेन ट्रैप लगाये अधिक प्रकोप पाए जाने पर Quinalphose 2 ली. / एकड़ की दर से 250-300 ली. पानी में घोलकर गन्ने के तनों के पास उपयोग करें.|ग्रास हैपर- यह कीट गन्ने की पत्ती को खाता है यह फुदक फुदक कर चलता है इस कीट का प्रकोप पहले खेतो के मेंढो पर दिखायी देता है प्रकोप दिखायी देने पर फोलीडाल डस्ट का 8 से 10 kg/एकड़ की दर से सुबह नमी पर पत्तियों पर छिडकाव करें| पोक्का बोईंग अधिक आद्रता लम्बे समय तक रहने से इस बीमारी का प्रकोप बढ़ता है इस प्रकोप के पाए जाने पर 500 ग्राम/ एकड़ की दर से को 250 ली० कॉपरओक्सिक्लोरिड पानी में घोलकर 15 दिन के अन्तराल पर दो छिडकाव करें| Pyrilla कीट के प्रकोप लिए भी मौसम अनुकूल रहेगा इस कीट को पाए जाने पर किसी भी प्रकार का कीटनाशी का प्रयोग न करें| गन्ने की खेती में खासकर लाल सडन रोग के लिए यह मौसम बहुत अनुकूल होता हैI लाल सडन रोग की पुष्टि होने पर ऐसे पौधों को जड़ से निकाल लें और उन्हें खेत से दूर ले जाकर तीन से चार फूट गहरे गड्ढे में दबा देंI उखाड़े गये स्थान पर ब्लीचिंग पाउडर को भरें और मिट्टी से दबा देंI ऐसे खेतों में 4-6 किग्रा ट्राईकोडर्मा को 1-2 कुंटल गोबर की सडी खाद में मिलाकर नमी में खेतो में डालें वर्षा के दिनों में बिजली के खम्बो से दूर रहे नदी नालो को पार करते समय सावधानी रखे| स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI | Hindi | Uttar Pradesh | 30-08-2024 | 10:20:00 | SCHEDULED |
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