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10451 VIF-1-Wardha-07-09 कापूस आणि इतर पिकांवर किडींचा प्रादूर्भाव दिसून येतो. यावर कमी खर्चाचे उपाय म्हणून शेतकऱ्यांनी   पिकांमधे पक्षी थांबे जास्तीत जास्त लावावे . त्यामुळे पक्ष्यांद्वारे विविध अळ्यांचे पतंग आणि इतर किटक यांचे नियंत्रण होते. कापूस पिकामधे बोंडअळीचा प्रादुर्भाव कमी करण्यास प्रकाश सांपळ्यांचा वापर त्वरीत करावा. त्यामुळे रात्री सर्व प्रकारच्या अळ्यांचे पतंग आकर्षीत होऊन नष्ट होतात. रसशोषक किडी उदा.मावा, तुडतुडे यांना आकर्षित करण्यास एकरी दहा पिवळे चिकट सांपळे तसेच फुलकीडींना नियंत्रीत करण्यास निळे चिकट सापळे लावावे . या उपायांमुळे पिकाचे नुकसान कमी होण्यास मदत होईल. सोयाबीन पिकांवरील किडींचे  रासायनिक पद्धतीने नियंत्रण करण्यास इमिडाक्लोप्रीड 48 एफएस 125ml. प्रती हेक्टर वापर रसशोषक किडींचे नियंत्रण करण्यास करावा. तसेच खोड माशी आणि हिरवी अळीचे नियंत्रणा करिता टेट्रानिलीप्रोल 18.18 एस सी 230मिली. प्रती हेक्टर मात्रा किंवा लॅमडासायलोहेथ्रीन 04.90 ए सी 300मिली. प्रती हेक्टर मात्रा घेऊन या किडनाशकाचा वापर उपयुक्त होईल.   सॉलिडरीडॅड स्मार्ट ऍग्री प्रोग्राममध्ये आपले शंकासमाधान करण्यास कृपया संपर्क साधावा. मोबा. क्र. 9158261922. धन्यवाद! Maharashtra MH 06-09-2022 Disable
10452 VIF-1-Nanded-07-09 कापूस आणि इतर पिकांवर किडींचा प्रादूर्भाव दिसून येतो. यावर कमी खर्चाचे उपाय म्हणून शेतकऱ्यांनी   पिकांमधे पक्षी थांबे जास्तीत जास्त लावावे . त्यामुळे पक्ष्यांद्वारे विविध अळ्यांचे पतंग आणि इतर किटक यांचे नियंत्रण होते. कापूस पिकामधे बोंडअळीचा प्रादुर्भाव कमी करण्यास प्रकाश सांपळ्यांचा वापर त्वरीत करावा. त्यामुळे रात्री सर्व प्रकारच्या अळ्यांचे पतंग आकर्षीत होऊन नष्ट होतात. रसशोषक किडी उदा.मावा, तुडतुडे यांना आकर्षित करण्यास एकरी दहा पिवळे चिकट सांपळे तसेच फुलकीडींना नियंत्रीत करण्यास निळे चिकट सापळे लावावे . या उपायांमुळे पिकाचे नुकसान कमी होण्यास मदत होईल. सोयाबीन पिकांवरील किडींचे  रासायनिक पद्धतीने नियंत्रण करण्यास इमिडाक्लोप्रीड 48 एफएस 125ml. प्रती हेक्टर वापर रसशोषक किडींचे नियंत्रण करण्यास करावा. तसेच खोड माशी आणि हिरवी अळीचे नियंत्रणा करिता टेट्रानिलीप्रोल 18.18 एस सी 230मिली. प्रती हेक्टर मात्रा किंवा लॅमडासायलोहेथ्रीन 04.90 ए सी 300मिली. प्रती हेक्टर मात्रा घेऊन या किडनाशकाचा वापर उपयुक्त होईल.   सॉलिडरीडॅड स्मार्ट ऍग्री प्रोग्राममध्ये आपले शंकासमाधान करण्यास कृपया संपर्क साधावा. मोबा. क्र. 9158261922. धन्यवाद! Maharashtra MH 06-09-2022 Disable
10453 VIF-1-Nagpur-07-09 कापूस आणि इतर पिकांवर किडींचा प्रादूर्भाव दिसून येतो. यावर कमी खर्चाचे उपाय म्हणून शेतकऱ्यांनी   पिकांमधे पक्षी थांबे जास्तीत जास्त लावावे . त्यामुळे पक्ष्यांद्वारे विविध अळ्यांचे पतंग आणि इतर किटक यांचे नियंत्रण होते. कापूस पिकामधे बोंडअळीचा प्रादुर्भाव कमी करण्यास प्रकाश सांपळ्यांचा वापर त्वरीत करावा. त्यामुळे रात्री सर्व प्रकारच्या अळ्यांचे पतंग आकर्षीत होऊन नष्ट होतात. रसशोषक किडी उदा.मावा, तुडतुडे यांना आकर्षित करण्यास एकरी दहा पिवळे चिकट सांपळे तसेच फुलकीडींना नियंत्रीत करण्यास निळे चिकट सापळे लावावे . या उपायांमुळे पिकाचे नुकसान कमी होण्यास मदत होईल. सोयाबीन पिकांवरील किडींचे  रासायनिक पद्धतीने नियंत्रण करण्यास इमिडाक्लोप्रीड 48 एफएस 125ml. प्रती हेक्टर वापर रसशोषक किडींचे नियंत्रण करण्यास करावा. तसेच खोड माशी आणि हिरवी अळीचे नियंत्रणा करिता टेट्रानिलीप्रोल 18.18 एस सी 230मिली. प्रती हेक्टर मात्रा किंवा लॅमडासायलोहेथ्रीन 04.90 ए सी 300मिली. प्रती हेक्टर मात्रा घेऊन या किडनाशकाचा वापर उपयुक्त होईल.   सॉलिडरीडॅड स्मार्ट ऍग्री प्रोग्राममध्ये आपले शंकासमाधान करण्यास कृपया संपर्क साधावा. मोबा. क्र. 9158261922. धन्यवाद! Maharashtra MH 06-09-2022 Disable
10454 VIF-1-Amravati-07-09 कापूस आणि इतर पिकांवर किडींचा प्रादूर्भाव दिसून येतो. यावर कमी खर्चाचे उपाय म्हणून शेतकऱ्यांनी   पिकांमधे पक्षी थांबे जास्तीत जास्त लावावे . त्यामुळे पक्ष्यांद्वारे विविध अळ्यांचे पतंग आणि इतर किटक यांचे नियंत्रण होते. कापूस पिकामधे बोंडअळीचा प्रादुर्भाव कमी करण्यास प्रकाश सांपळ्यांचा वापर त्वरीत करावा. त्यामुळे रात्री सर्व प्रकारच्या अळ्यांचे पतंग आकर्षीत होऊन नष्ट होतात. रसशोषक किडी उदा.मावा, तुडतुडे यांना आकर्षित करण्यास एकरी दहा पिवळे चिकट सांपळे तसेच फुलकीडींना नियंत्रीत करण्यास निळे चिकट सापळे लावावे . या उपायांमुळे पिकाचे नुकसान कमी होण्यास मदत होईल. सोयाबीन पिकांवरील किडींचे  रासायनिक पद्धतीने नियंत्रण करण्यास इमिडाक्लोप्रीड 48 एफएस 125ml. प्रती हेक्टर वापर रसशोषक किडींचे नियंत्रण करण्यास करावा. तसेच खोड माशी आणि हिरवी अळीचे नियंत्रणा करिता टेट्रानिलीप्रोल 18.18 एस सी 230मिली. प्रती हेक्टर मात्रा किंवा लॅमडासायलोहेथ्रीन 04.90 ए सी 300मिली. प्रती हेक्टर मात्रा घेऊन या किडनाशकाचा वापर उपयुक्त होईल.   सॉलिडरीडॅड स्मार्ट ऍग्री प्रोग्राममध्ये आपले शंकासमाधान करण्यास कृपया संपर्क साधावा. मोबा. क्र. 9158261922. धन्यवाद! Maharashtra MH 06-09-2022 Disable
10455 Advisor_Mustard_Planning खेत में मक्का, बाजरा, मूंग, उड़द, तिल फसलों के कटने से खेत खाली हो गया हो या अधिक वर्षा के फसल ख़राब होने के कारण खेत खाली हो तो सरसों की बुवाई के लिए सितंबर का प्रथम एवं द्वितीय पखवाड़ा उपयुक्त है I सिंचित सरसों के लिए उपयुक्त किस्में हैं – पूसा सरसों 21, पूसा सरसों 22, पूसा तारक, पूसा सरसों 25, पूसा सरसों 28, एनआरसीडीआर – 02, एनआरसीएचबी 506 (संकर किस्म), पूसा जयकिशन (बायो – 902), आर एच – 749, व वसुन्द्रा | . असिंचित फसल लेने के लिए आरबी – 50, आरजीएन – 48 व आर एच – 406 किस्मों में से चयन करें I सोलिडरिडाड, स्मार्ट एग्री कार्यक्रम सम्पर्क: मो. न. 8251071818 Rajasthan Rajasthan User 05-09-2022 Disable
10456 Water Drainage and Insect Management सोयाबीन में फली के विकास के समय उचित नमी बनी रहनी चाहिए I आगामी सप्ताह में बारिश होने की संभावना है I अतः सुनिश्चित करें कि जलभराव से बचने के लिए मिट्टी में पानी की उचित निकासी हो I किसान भाइयों को सलाह दी जाती है कि केवल अनुशंसित कीटनाशकों की अनुशंसित मात्रा को पर्याप्त पानी के साथ मिलाकर छिड़काव करेंI कभी भी एक कीटनाशक का लगातार प्रयोग नहीं करना चाहिये I स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें I सोलिडरिडाड, स्मार्ट एग्री कार्यक्रम सम्पर्क: मो. न. 8251071818 Madhya Pradesh MP 05-09-2022 Disable
10457 September Advisory for Sugarcane प्रिय किसान साथियों, आगामी 4 से 11 सितम्बर के दौरान लखीमपुर और हरदोई जिले में तापमान एक बार फिर बढेगाI इस दौरान न्यूनतम तापमान 27 डिग्री और अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेंटीग्रेड तक रहेगाI सप्ताह के अंत तक हलकी वर्षा की सम्भावना हैI सप्ताह में पूर्वोत्तर दिशा से तेज हवा के झोंके आ सकते हैंI इन परिस्थितियों में किसान साथियों को गन्ने के खेतों में पूरी नमी बनाये रखना चाहिए जिससे गन्ने की बढ़त ठीक से हो सकेI हवा के झोकों से गन्ने के पेड़ों को गिरने से बचाने के लिए गन्ने के पौधों पर मिट्टी चढाने और बंधाई का काम करेंI संभव हो तो कैंची बंधाई करें इससे हवा चलने या बारिश होने की स्थिति में पौधे नहीं गिरेंगेI गन्ने के पौधों की सूखी पत्तियों की छिलाई करें और उसे पौधों की लाइनों में बिछा देंI खेत का नियमित निरीक्षण करें पायरीला, ग्रास होपर, जैसे कीटो के साथ खर पतवार को नियंत्रित करते रहेंI बिमारियों के लक्षण को ध्यान में रख कर किसान साथी सावधानी बरतेंI लाल सडन रोग से ग्रसित गन्नो को जड़ से उखाड़ कर खेत से बाहर जमीन के नीचे ३-४ फीट गड्ढा खोद कर दबा देंI इन खेतों में फसल चक्र अपना कर भविष्य में रोगों को नियंत्रित किया जा सकता हैI पोक्का बोइंग रोग की पहचान के बाद ७५० ग्राम मेन्कोजेब दवा को २५० लीटर पानी में घोल कर एक एकड़ की दर से खेतों में छिडकाव करेंI शरद कालीन गन्ना लेने के लिए खेत की तैयारी शुरू कर देंI यदि जून या जुलाई माह में सनई या ढैंचा की फसल हरी खाद के लिए लगायी थी तो खेत तैयार करते समय उसे मिट्टी में मिला देI गोबर की खाद का जरुरत के अनुसार प्रबंध करेंI बीजों के चयन में सावधानी बरतें और केवल स्वस्थ बीजो को ही खेत में लगायेंI ‘स्मार्ट एग्री कार्यक्रम’ की और अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9205021814 पर संपर्क करेंI इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिए 7065-00-5054 पर संपर्क करेI Uttar Pradesh Uttar Pradesh 01-09-2022 Disable
10458 1 Sep 2022 Amjuli জিলা: ওদালগুৰি বতৰৰ বতৰা আৰু আমাৰ পৰামৰ্শ VI Smart Agri Project ৰ প্ৰিয় ট্ৰিনিটি ক্ষুদ্ৰ চাহ খেতিয়ক । স্মাৰ্ট কৃষি পৰামৰ্শলৈ স্বাগতম। ওদালগুৰি জিলাৰ আমজুলিত অৱস্থিত Automatic Weather Station (AWS) ৰ পৰা পোৱা বতৰৰ পূৰ্বানুমান অনুসৰি ওচৰৰ অঞ্চলবোৰত, ৩১ আগষ্টৰ পৰা ৬ ছেপ্টেম্বৰলৈ বতৰ ডাৱৰীয়া হৈ থকাৰ লগতে পাতলৰ পৰা মধ্যমীয়া বৰষুণ হোৱাৰ সম্ভাৱনা আছে । সৰ্বাধিক তাপমাত্ৰা প্ৰায় ২৭ °চে.ৰ পৰা ৩০°চে. আৰু নিম্নতম তাপমাত্ৰা প্ৰায় ২৪° চে.ৰ পৰা ২৬ ° চে. হৈ থাকিব বুলি ধাৰণা কৰা হয়। যোৱা সপ্তাহত মুঠ ১৮ মি.মি বৰষুণ হৈছে। ৰাতিপুৱা আৰু আবেলিৰ আপেক্ষিক আৰ্দ্ৰতা ক্ৰমান্বয়ে প্ৰায় ৯৯ % আৰু ৮০% আশে-পাশে থাকিব। বতাহ প্ৰতি ঘন্টাত ৪-১৩ কিলোমিটাৰ বেগেৰে ঘাইকৈ দক্ষিণ-পশ্চিম দিশৰ পৰা বলিব। চাহ খেতিৰ বাবে: • পাততোলা কাৰ্য্য খিনি ৭-৮ দিনৰ ৰাউণ্ডত তুলিব পৰাকৈ চেষ্টা কৰিব যাতে চাহপাতৰ কোৱালিটিত কোনো প্ৰভাৱ নপৰে। • চাহ খেতিত পানী জমা হোৱা এলেকাবোৰ চিহ্নিত কৰিব আৰু নলাৰ বাবে প্ৰয়োজনীয় ব্যৱস্থা লব। ঠেক নলাবোৰ পৰিষ্কাৰ কৰি ৰাখিব। • বাগিচা বোৰত পানী ওলাই নোযোৱা পৰিস্থিতি হলে Black rot , Red rust আদি ৰোগ হব পাৰে । অস্থায়ী ড্ৰেইনৰ সহায়ত পানী নিষ্কাশন কৰিব লাগে। এই ৰোগ নিয়ন্ত্ৰণ কৰিবলৈ অনুমোদিত মাত্ৰাত COC আৰু Hexaconazole স্প্ৰে কৰিব। • নিৰপেক্ষ বতৰৰ পৰিস্থিতিত Foliar spraying কৰিব পাৰে। তাৰ বাবে ১% Urea, Zinc sulphate আৰু DAP, ১০০ লিটাৰ পানীত মিহলাই ৰাতিপুৱা আৰু আবেলিৰ সময়ত স্প্ৰে কৰিব পাৰে। অন্যান্য শস্যৰ বাবে: • যিহেতু অহা সপ্তাহত কোনো প্ৰৱল বৰষুণৰ সম্ভাৱনা নাই সেয়েহে আগতীয়া ফুলকবিৰ প্ৰকাৰৰ বীজ ৰোপণ অব্যাহত ৰাখিব পাৰে। এক বিঘা মাটিত পুলি ৰোপণ কৰিবলৈ বীজতলিত প্ৰায় ৮৫ গ্ৰাম বীজ সিঁচিব লাগে। • মূলা খেতিৰ বাবে বালি চহিয়া মাটি প্ৰয়োজন। মাটি তৈয়াৰ কৰা পিছত পচন সাৰ প্ৰয়োগ কৰিব লাগে। সোনকালে কৰা মূলা খেতিৰ বীজ সিঁচা কার্য্য আগষ্ট মাহৰ পৰা ছেপ্টেম্বৰ মাহৰ ভিতৰত কৰিব লাগে। • আগতীয়াকৈ মূলা খেতিৰ বাবে অনুমোদিত প্ৰকাৰৰ বীজ যেনে Pusa Deshi, Pusa Himani, আদি সংগ্ৰহ কৰক । এক বিঘা মাটিৰ বাবে বীজৰ পৰিমাণ ১.৩ কেজি। প্ৰতি বিঘাত ২.৬ টন FYM, ৭.৩৫ কেজি Urea, ৪২.০ কেজি SSP আৰু ২২.৭ কেজি MOP সাৰ প্ৰয়োগ কৰিব লাগে। বীজ সিঁচাৰ আগতে প্ৰতি কেজি বীজত ২-২.৫ গ্ৰাম Carboxin দি শোধন কৰিব লাগে। বতৰ আৰু কৃষি সম্পৰ্কীয় তথ্যৰ বিষয়ে জানিবলৈ কৃষকসকলে ৭০৬৫-০০-৫০৫৪ নম্বৰত মিছ কল দিব পাৰে । ধন্যবাদ । Assam Assam 31-08-2022 Disable
10459 1 Sep 2022 Darogachuba জিলা: ওদালগুৰি বতৰৰ বতৰা আৰু আমাৰ পৰামৰ্শ VI Smart Agri Project ৰ প্ৰিয় ট্ৰিনিটি ক্ষুদ্ৰ চাহ খেতিয়ক । স্মাৰ্ট কৃষি পৰামৰ্শলৈ স্বাগতম। ওদালগুৰি জিলাৰ দাৰোগাচুবাত অৱস্থিত Automatic Weather Station (AWS) ৰ পৰা পোৱা বতৰৰ পূৰ্বানুমান অনুসৰি ওচৰৰ অঞ্চলবোৰত অহা সপ্তাহত পাতলৰ পৰা মধ্যমীয়া বৰষুণ হোৱাৰ সম্ভাৱনাৰ সৈতে বতৰ ডাৱৰীয়া হৈ থাকিব। সৰ্বাধিক তাপমাত্ৰা প্ৰায় ২৯°চে.ৰ পৰা ৩১°চে. আৰু নিম্নতম তাপমাত্ৰা প্ৰায় ২৫ °চে.ৰ পৰা ২৬°চে. হৈ থাকিব বুলি ধাৰণা কৰা হয়। যোৱা সপ্তাহত মুঠ ৪১ মি.মি বৰষুণ হৈছে। ৰাতিপুৱা আৰু আবেলিৰ আপেক্ষিক আৰ্দ্ৰতা ক্ৰমান্বয়ে প্ৰায় ৯৯% আৰু ৮০% আশে-পাশে থাকিব। বতাহ প্ৰতি ঘন্টাত ৪-১০ কিলোমিটাৰ বেগেৰে ঘাইকৈ দক্ষিণ আৰু দক্ষিণ-পশ্চিম দিশৰ পৰা বলিব। চাহ খেতিৰ বাবে: • পাততোলা কাৰ্য্য খিনি ৭-৮ দিনৰ ৰাউণ্ডত তুলিব পৰাকৈ চেষ্টা কৰিব যাতে চাহপাতৰ কোৱালিটিত কোনো প্ৰভাৱ নপৰে। • চাহ খেতিত পানী জমা হোৱা এলেকাবোৰ চিহ্নিত কৰিব আৰু নলাৰ বাবে প্ৰয়োজনীয় ব্যৱস্থা লব। ঠেক নলাবোৰ পৰিষ্কাৰ কৰি ৰাখিব। • বাগিচা বোৰত পানী ওলাই নোযোৱা পৰিস্থিতি হলে Black rot , Red rust আদি ৰোগ হব পাৰে । অস্থায়ী ড্ৰেইনৰ সহায়ত পানী নিষ্কাশন কৰিব লাগে। এই ৰোগ নিয়ন্ত্ৰণ কৰিবলৈ অনুমোদিত মাত্ৰাত COC আৰু Hexaconazole স্প্ৰে কৰিব। • নিৰপেক্ষ বতৰৰ পৰিস্থিতিত Foliar spraying কৰিব পাৰে। তাৰ বাবে ১% Urea, Zinc sulphate আৰু DAP, ১০০ লিটাৰ পানীত মিহলাই ৰাতিপুৱা আৰু আবেলিৰ সময়ত স্প্ৰে কৰিব পাৰে। অন্যান্য শস্যৰ বাবে: • যিহেতু অহা সপ্তাহত কোনো প্ৰৱল বৰষুণৰ সম্ভাৱনা নাই সেয়েহে আগতীয়া ফুলকবিৰ প্ৰকাৰৰ বীজ ৰোপণ অব্যাহত ৰাখিব পাৰে। এক বিঘা মাটিত পুলি ৰোপণ কৰিবলৈ বীজতলিত প্ৰায় ৮৫ গ্ৰাম বীজ সিঁচিব লাগে। • মূলা খেতিৰ বাবে বালি চহিয়া মাটি প্ৰয়োজন। মাটি তৈয়াৰ কৰা পিছত পচন সাৰ প্ৰয়োগ কৰিব লাগে। সোনকালে কৰা মূলা খেতিৰ বীজ সিঁচা কার্য্য আগষ্ট মাহৰ পৰা ছেপ্টেম্বৰ মাহৰ ভিতৰত কৰিব লাগে। • আগতীয়াকৈ মূলা খেতিৰ বাবে অনুমোদিত প্ৰকাৰৰ বীজ যেনে Pusa Deshi, Pusa Himani, আদি সংগ্ৰহ কৰক । এক বিঘা মাটিৰ বাবে বীজৰ পৰিমাণ ১.৩ কেজি। প্ৰতি বিঘাত ২.৬ টন FYM, ৭.৩৫ কেজি Urea, ৪২.০ কেজি SSP আৰু ২২.৭ কেজি MOP সাৰ প্ৰয়োগ কৰিব লাগে। বীজ সিঁচাৰ আগতে প্ৰতি কেজি বীজত ২-২.৫ গ্ৰাম Carboxin দি শোধন কৰিব লাগে। বতৰ আৰু কৃষি সম্পৰ্কীয় তথ্যৰ বিষয়ে জানিবলৈ কৃষকসকলে ৭০৬৫-০০-৫০৫৪ নম্বৰত মিছ কল দিব পাৰে । ধন্যবাদ । Assam Assam 31-08-2022 Disable
10460 1 Sep 2022 Tinsukia জিলা: তিনিচুকীয়া বতৰৰ বতৰা আৰু আমাৰ পৰামৰ্শ VI Smart Agri Project ৰ প্ৰিয় ট্ৰিনিটি ক্ষুদ্ৰ চাহ খেতিয়ক । স্মাৰ্ট কৃষি পৰামৰ্শলৈ স্বাগতম। আমাৰ বতৰ বিজ্ঞান কেন্দ্ৰৰ পৰা পোৱা বতৰৰ আগলি বতৰা অনুযায়ী তিনিচুকীয়া জিলাত অহা ৭ দিনত বতৰ ডাৱৰীয়া হৈ থকাৰ লগতে পাতলৰ পৰা মধ্যমীয়া বৰষুণ হোৱাৰ সম্ভাৱনা আছে। দিনৰ উষ্ণতা প্ৰায় ২৭ °চে.ৰ পৰা ৩৩ °চে. আৰু নিশাৰ উষ্ণতা প্ৰায় ২৪ °চে.ৰ পৰা ২৫ °চে. হব বুলি অনুমান কৰা হৈছে । ৰাতিপুৱা আৰু আবেলিৰ আপেক্ষিক আৰ্দ্ৰতা ক্ৰমান্বয়ে প্ৰায় ৯৮% আৰু ৭০ % আশে-পাশে থাকিব । বতাহ প্ৰতি ঘন্টাত ২-৪ কিলোমিটাৰ বেগত উত্তৰ-পূব দিশৰ পৰা প্ৰবাহিত হব। চাহ খেতিৰ বাবে: • পাততোলা কাৰ্য্য খিনি ৭-৮ দিনৰ ৰাউণ্ডত তুলিব পৰাকৈ চেষ্টা কৰিব যাতে চাহপাতৰ কোৱালিটিত কোনো প্ৰভাৱ নপৰে। • চাহ খেতিত পানী জমা হোৱা এলেকাবোৰ চিহ্নিত কৰিব আৰু নলাৰ বাবে প্ৰয়োজনীয় ব্যৱস্থা লব। ঠেক নলাবোৰ পৰিষ্কাৰ কৰি ৰাখিব। • বাগিচা বোৰত পানী ওলাই নোযোৱা পৰিস্থিতি হলে Black rot , Red rust আদি ৰোগ হব পাৰে । অস্থায়ী ড্ৰেইনৰ সহায়ত পানী নিষ্কাশন কৰিব লাগে। এই ৰোগ নিয়ন্ত্ৰণ কৰিবলৈ অনুমোদিত মাত্ৰাত COC আৰু Hexaconazole স্প্ৰে কৰিব। • নিৰপেক্ষ বতৰৰ পৰিস্থিতিত Foliar spraying কৰিব পাৰে। তাৰ বাবে ১% Urea, Zinc sulphate আৰু DAP, ১০০ লিটাৰ পানীত মিহলাই ৰাতিপুৱা আৰু আবেলিৰ সময়ত স্প্ৰে কৰিব পাৰে। অন্যান্য শস্যৰ বাবে: • যিহেতু অহা সপ্তাহত কোনো প্ৰৱল বৰষুণৰ সম্ভাৱনা নাই সেয়েহে আগতীয়া ফুলকবিৰ প্ৰকাৰৰ বীজ ৰোপণ অব্যাহত ৰাখিব পাৰে। এক বিঘা মাটিত পুলি ৰোপণ কৰিবলৈ বীজতলিত প্ৰায় ৮৫ গ্ৰাম বীজ সিঁচিব লাগে। • মূলা খেতিৰ বাবে বালি চহিয়া মাটি প্ৰয়োজন। মাটি তৈয়াৰ কৰা পিছত পচন সাৰ প্ৰয়োগ কৰিব লাগে। সোনকালে কৰা মূলা খেতিৰ বীজ সিঁচা কার্য্য আগষ্ট মাহৰ পৰা ছেপ্টেম্বৰ মাহৰ ভিতৰত কৰিব লাগে। • আগতীয়াকৈ মূলা খেতিৰ বাবে অনুমোদিত প্ৰকাৰৰ বীজ যেনে Pusa Deshi, Pusa Himani, আদি সংগ্ৰহ কৰক । এক বিঘা মাটিৰ বাবে বীজৰ পৰিমাণ ১.৩ কেজি। প্ৰতি বিঘাত ২.৬ টন FYM, ৭.৩৫ কেজি Urea, ৪২.০ কেজি SSP আৰু ২২.৭ কেজি MOP সাৰ প্ৰয়োগ কৰিব লাগে। বীজ সিঁচাৰ আগতে প্ৰতি কেজি বীজত ২-২.৫ গ্ৰাম Carboxin দি শোধন কৰিব লাগে। বতৰ আৰু কৃষি সম্পৰ্কীয় তথ্যৰ বিষয়ে জানিবলৈ কৃষকসকলে ৭০৬৫-০০-৫০৫৪ নম্বৰত মিছ কল দিব পাৰে । ধন্যবাদ । Assam Assam 31-08-2022 Disable