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| S.No | Message Title | Message | State | Created By | Creation Date | Status | Action |
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| 1231 | वैस्ट डीकम्पोज़र पर सलाह Shajapur | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं सोलीडरीडाड द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Shajapur ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 13 अप्रैल से 22 अप्रैल के दौरान दिन में 39 और रात में 26 डिग्री सेल्सियस तापक्रम रहने का अनुमान है। खरीफ के फसल में जैविक खाद उपलब्धता के लिए वेस्ट डीकम्पोज़र के उपयोग की सलाह दी जाती है वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल बनाने के लिए सर्व प्रथम 200 लीटर का एक ड्रम या टंकी में ले कर उसमे 2 किलो गुड पानी में डाल कर अच्छी तरह से मिला ले। इसके बाद वेस्ट डीकम्पोज़र को पानी के टंकी में डाल दे। ध्यान रखे की इसे लकड़ी की सहायता से मिलाए और हाथो के संपर्क में न लाये। किसी समतल स्थान पर 1 टन फसल अवशेष या घर से प्रति दिन निकलने वाले जैविक कचरे (सब्जी के छिलके, खराब खाना, पशुओं का गोबर) आदि को एक तह के रूप में बिछा ले। तैयार घोल से इसे भिगो दे, इसके ऊपर अपशिष्ट कचरे की पुनः एक तह बिछा दे और पुनः इस पर घोल डाल कर पूरी तरह भिगों दे। पूरी ढ़ेर की आद्रता (नमी) 60 प्रतिशत बनाए रखे। सात-सात दिनों के अंतराल पर इस समस्त कम्पोस्ट को उलटते-पलटते रहे और ज़रूरत हो तो पुनः घोल से भिगो दे । किसान साथी ध्यान दे इस वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल का उपयोग गेंहू की पराली (फसल अवशेष) के प्रबंधन मे भी किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ फ़ोन:7-6-6-9-0-4-7-7-4-7) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Madhya Pradesh | MP | 14-04-2025 | Enable |
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| 1232 | वैस्ट डीकम्पोज़र पर सलाह Jhabua | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं सोलीडरीडाड द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Jabua ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 13 अप्रैल से 22 अप्रैल के दौरान दिन में 40 और रात में 27 डिग्री सेल्सियस तापक्रम रहने का अनुमान है। खरीफ के फसल में जैविक खाद उपलब्धता के लिए वेस्ट डीकम्पोज़र के उपयोग की सलाह दी जाती है वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल बनाने के लिए सर्व प्रथम 200 लीटर का एक ड्रम या टंकी में ले कर उसमे 2 किलो गुड पानी में डाल कर अच्छी तरह से मिला ले। इसके बाद वेस्ट डीकम्पोज़र को पानी के टंकी में डाल दे। ध्यान रखे की इसे लकड़ी की सहायता से मिलाए और हाथो के संपर्क में न लाये। किसी समतल स्थान पर 1 टन फसल अवशेष या घर से प्रति दिन निकलने वाले जैविक कचरे (सब्जी के छिलके, खराब खाना, पशुओं का गोबर) आदि को एक तह के रूप में बिछा ले। तैयार घोल से इसे भिगो दे, इसके ऊपर अपशिष्ट कचरे की पुनः एक तह बिछा दे और पुनः इस पर घोल डाल कर पूरी तरह भिगों दे। पूरी ढ़ेर की आद्रता (नमी) 60 प्रतिशत बनाए रखे। सात-सात दिनों के अंतराल पर इस समस्त कम्पोस्ट को उलटते-पलटते रहे और ज़रूरत हो तो पुनः घोल से भिगो दे । किसान साथी ध्यान दे इस वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल का उपयोग गेंहू की पराली (फसल अवशेष) के प्रबंधन मे भी किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ फ़ोन:7-6-6-9-0-4-7-7-4-7) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Madhya Pradesh | MP | 14-04-2025 | Enable |
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| 1233 | वैस्ट डीकम्पोज़र पर सलाह Dhar | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं सोलीडरीडाड द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Dhar ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 13 अप्रैल से 22 अप्रैल के दौरान दिन में 39 और रात में 27 डिग्री सेल्सियस तापक्रम रहने का अनुमान है। खरीफ के फसल में जैविक खाद उपलब्धता के लिए वेस्ट डीकम्पोज़र के उपयोग की सलाह दी जाती है वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल बनाने के लिए सर्व प्रथम 200 लीटर का एक ड्रम या टंकी में ले कर उसमे 2 किलो गुड पानी में डाल कर अच्छी तरह से मिला ले। इसके बाद वेस्ट डीकम्पोज़र को पानी के टंकी में डाल दे। ध्यान रखे की इसे लकड़ी की सहायता से मिलाए और हाथो के संपर्क में न लाये। किसी समतल स्थान पर 1 टन फसल अवशेष या घर से प्रति दिन निकलने वाले जैविक कचरे (सब्जी के छिलके, खराब खाना, पशुओं का गोबर) आदि को एक तह के रूप में बिछा ले। तैयार घोल से इसे भिगो दे, इसके ऊपर अपशिष्ट कचरे की पुनः एक तह बिछा दे और पुनः इस पर घोल डाल कर पूरी तरह भिगों दे। पूरी ढ़ेर की आद्रता (नमी) 60 प्रतिशत बनाए रखे। सात-सात दिनों के अंतराल पर इस समस्त कम्पोस्ट को उलटते-पलटते रहे और ज़रूरत हो तो पुनः घोल से भिगो दे । किसान साथी ध्यान दे इस वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल का उपयोग गेंहू की पराली (फसल अवशेष) के प्रबंधन मे भी किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ फ़ोन:7-6-6-9-0-4-7-7-4-7) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Madhya Pradesh | MP | 14-04-2025 | Enable |
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| 1234 | वैस्ट डीकम्पोज़र पर सलाह Mandsaur | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं सोलीडरीडाड द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Mandsaur ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 13 अप्रैल से 22 अप्रैल के दौरान दिन में 40 और रात में 27 डिग्री सेल्सियस तापक्रम रहने का अनुमान है। खरीफ के फसल में जैविक खाद उपलब्धता के लिए वेस्ट डीकम्पोज़र के उपयोग की सलाह दी जाती है वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल बनाने के लिए सर्व प्रथम 200 लीटर का एक ड्रम या टंकी में ले कर उसमे 2 किलो गुड पानी में डाल कर अच्छी तरह से मिला ले। इसके बाद वेस्ट डीकम्पोज़र को पानी के टंकी में डाल दे। ध्यान रखे की इसे लकड़ी की सहायता से मिलाए और हाथो के संपर्क में न लाये। किसी समतल स्थान पर 1 टन फसल अवशेष या घर से प्रति दिन निकलने वाले जैविक कचरे (सब्जी के छिलके, खराब खाना, पशुओं का गोबर) आदि को एक तह के रूप में बिछा ले। तैयार घोल से इसे भिगो दे, इसके ऊपर अपशिष्ट कचरे की पुनः एक तह बिछा दे और पुनः इस पर घोल डाल कर पूरी तरह भिगों दे। पूरी ढ़ेर की आद्रता (नमी) 60 प्रतिशत बनाए रखे। सात-सात दिनों के अंतराल पर इस समस्त कम्पोस्ट को उलटते-पलटते रहे और ज़रूरत हो तो पुनः घोल से भिगो दे । किसान साथी ध्यान दे इस वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल का उपयोग गेंहू की पराली (फसल अवशेष) के प्रबंधन मे भी किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ फ़ोन:7-6-6-9-0-4-7-7-4-7) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Madhya Pradesh | MP | 14-04-2025 | Enable |
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| 1235 | वैस्ट डीकम्पोज़र पर सलाह Ujjain | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं सोलीडरीडाड द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Ujjain ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 13 अप्रैल से 22 अप्रैल के दौरान दिन में 39 और रात में 26 डिग्री सेल्सियस तापक्रम रहने का अनुमान है। खरीफ के फसल में जैविक खाद उपलब्धता के लिए वेस्ट डीकम्पोज़र के उपयोग की सलाह दी जाती है वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल बनाने के लिए सर्व प्रथम 200 लीटर का एक ड्रम या टंकी में ले कर उसमे 2 किलो गुड पानी में डाल कर अच्छी तरह से मिला ले। इसके बाद वेस्ट डीकम्पोज़र को पानी के टंकी में डाल दे। ध्यान रखे की इसे लकड़ी की सहायता से मिलाए और हाथो के संपर्क में न लाये। किसी समतल स्थान पर 1 टन फसल अवशेष या घर से प्रति दिन निकलने वाले जैविक कचरे (सब्जी के छिलके, खराब खाना, पशुओं का गोबर) आदि को एक तह के रूप में बिछा ले। तैयार घोल से इसे भिगो दे, इसके ऊपर अपशिष्ट कचरे की पुनः एक तह बिछा दे और पुनः इस पर घोल डाल कर पूरी तरह भिगों दे। पूरी ढ़ेर की आद्रता (नमी) 60 प्रतिशत बनाए रखे। सात-सात दिनों के अंतराल पर इस समस्त कम्पोस्ट को उलटते-पलटते रहे और ज़रूरत हो तो पुनः घोल से भिगो दे । किसान साथी ध्यान दे इस वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल का उपयोग गेंहू की पराली (फसल अवशेष) के प्रबंधन मे भी किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ फ़ोन:7-6-6-9-0-4-7-7-4-7) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Madhya Pradesh | MP | 14-04-2025 | Enable |
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| 1236 | वैस्ट डीकम्पोज़र पर सलाह Sehore | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं सोलीडरीडाड द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Sehore ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 13 अप्रैल से 22 अप्रैल के दौरान दिन में 39 और रात में 25 डिग्री सेल्सियस तापक्रम रहने का अनुमान है। खरीफ के फसल में जैविक खाद उपलब्धता के लिए वेस्ट डीकम्पोज़र के उपयोग की सलाह दी जाती है वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल बनाने के लिए सर्व प्रथम 200 लीटर का एक ड्रम या टंकी में ले कर उसमे 2 किलो गुड पानी में डाल कर अच्छी तरह से मिला ले। इसके बाद वेस्ट डीकम्पोज़र को पानी के टंकी में डाल दे। ध्यान रखे की इसे लकड़ी की सहायता से मिलाए और हाथो के संपर्क में न लाये। किसी समतल स्थान पर 1 टन फसल अवशेष या घर से प्रति दिन निकलने वाले जैविक कचरे (सब्जी के छिलके, खराब खाना, पशुओं का गोबर) आदि को एक तह के रूप में बिछा ले। तैयार घोल से इसे भिगो दे, इसके ऊपर अपशिष्ट कचरे की पुनः एक तह बिछा दे और पुनः इस पर घोल डाल कर पूरी तरह भिगों दे। पूरी ढ़ेर की आद्रता (नमी) 60 प्रतिशत बनाए रखे। सात-सात दिनों के अंतराल पर इस समस्त कम्पोस्ट को उलटते-पलटते रहे और ज़रूरत हो तो पुनः घोल से भिगो दे । किसान साथी ध्यान दे इस वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल का उपयोग गेंहू की पराली (फसल अवशेष) के प्रबंधन मे भी किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ फ़ोन:7-6-6-9-0-4-7-7-4-7) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Madhya Pradesh | MP | 14-04-2025 | Enable |
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| 1237 | वैस्ट डीकम्पोज़र पर सलाह Raisen | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं सोलीडरीडाड द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Raisen ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 13 अप्रैल से 22 अप्रैल के दौरान दिन में 40 और रात में 26 डिग्री सेल्सियस तापक्रम रहने का अनुमान है। खरीफ के फसल में जैविक खाद उपलब्धता के लिए वेस्ट डीकम्पोज़र के उपयोग की सलाह दी जाती है वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल बनाने के लिए सर्व प्रथम 200 लीटर का एक ड्रम या टंकी में ले कर उसमे 2 किलो गुड पानी में डाल कर अच्छी तरह से मिला ले। इसके बाद वेस्ट डीकम्पोज़र को पानी के टंकी में डाल दे। ध्यान रखे की इसे लकड़ी की सहायता से मिलाए और हाथो के संपर्क में न लाये। किसी समतल स्थान पर 1 टन फसल अवशेष या घर से प्रति दिन निकलने वाले जैविक कचरे (सब्जी के छिलके, खराब खाना, पशुओं का गोबर) आदि को एक तह के रूप में बिछा ले। तैयार घोल से इसे भिगो दे, इसके ऊपर अपशिष्ट कचरे की पुनः एक तह बिछा दे और पुनः इस पर घोल डाल कर पूरी तरह भिगों दे। पूरी ढ़ेर की आद्रता (नमी) 60 प्रतिशत बनाए रखे। सात-सात दिनों के अंतराल पर इस समस्त कम्पोस्ट को उलटते-पलटते रहे और ज़रूरत हो तो पुनः घोल से भिगो दे । किसान साथी ध्यान दे इस वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल का उपयोग गेंहू की पराली (फसल अवशेष) के प्रबंधन मे भी किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ फ़ोन:7-6-6-9-0-4-7-7-4-7) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Madhya Pradesh | MP | 14-04-2025 | Enable |
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| 1238 | वैस्ट डीकम्पोज़र पर सलाह Vidisha | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं सोलीडरीडाड द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Vidisha ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 13 अप्रैल से 22 अप्रैल के दौरान दिन में 40 और रात में 27 डिग्री सेल्सियस तापक्रम रहने का अनुमान है। खरीफ के फसल में जैविक खाद उपलब्धता के लिए वेस्ट डीकम्पोज़र के उपयोग की सलाह दी जाती है वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल बनाने के लिए सर्व प्रथम 200 लीटर का एक ड्रम या टंकी में ले कर उसमे 2 किलो गुड पानी में डाल कर अच्छी तरह से मिला ले। इसके बाद वेस्ट डीकम्पोज़र को पानी के टंकी में डाल दे। ध्यान रखे की इसे लकड़ी की सहायता से मिलाए और हाथो के संपर्क में न लाये। किसी समतल स्थान पर 1 टन फसल अवशेष या घर से प्रति दिन निकलने वाले जैविक कचरे (सब्जी के छिलके, खराब खाना, पशुओं का गोबर) आदि को एक तह के रूप में बिछा ले। तैयार घोल से इसे भिगो दे, इसके ऊपर अपशिष्ट कचरे की पुनः एक तह बिछा दे और पुनः इस पर घोल डाल कर पूरी तरह भिगों दे। पूरी ढ़ेर की आद्रता (नमी) 60 प्रतिशत बनाए रखे। सात-सात दिनों के अंतराल पर इस समस्त कम्पोस्ट को उलटते-पलटते रहे और ज़रूरत हो तो पुनः घोल से भिगो दे । किसान साथी ध्यान दे इस वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल का उपयोग गेंहू की पराली (फसल अवशेष) के प्रबंधन मे भी किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ फ़ोन:7-6-6-9-0-4-7-7-4-7) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Madhya Pradesh | MP | 14-04-2025 | Enable |
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| 1239 | वैस्ट डीकम्पोज़र पर सलाह Bhopal | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं सोलीडरीडाड द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Bhopal ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 13 अप्रैल से 22 अप्रैल के दौरान दिन में 38 और रात में 27 डिग्री सेल्सियस तापक्रम रहने का अनुमान है। खरीफ के फसल में जैविक खाद उपलब्धता के लिए वेस्ट डीकम्पोज़र के उपयोग की सलाह दी जाती है वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल बनाने के लिए सर्व प्रथम 200 लीटर का एक ड्रम या टंकी में ले कर उसमे 2 किलो गुड पानी में डाल कर अच्छी तरह से मिला ले। इसके बाद वेस्ट डीकम्पोज़र को पानी के टंकी में डाल दे। ध्यान रखे की इसे लकड़ी की सहायता से मिलाए और हाथो के संपर्क में न लाये। किसी समतल स्थान पर 1 टन फसल अवशेष या घर से प्रति दिन निकलने वाले जैविक कचरे (सब्जी के छिलके, खराब खाना, पशुओं का गोबर) आदि को एक तह के रूप में बिछा ले। तैयार घोल से इसे भिगो दे, इसके ऊपर अपशिष्ट कचरे की पुनः एक तह बिछा दे और पुनः इस पर घोल डाल कर पूरी तरह भिगों दे। पूरी ढ़ेर की आद्रता (नमी) 60 प्रतिशत बनाए रखे। सात-सात दिनों के अंतराल पर इस समस्त कम्पोस्ट को उलटते-पलटते रहे और ज़रूरत हो तो पुनः घोल से भिगो दे । किसान साथी ध्यान दे इस वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल का उपयोग गेंहू की पराली (फसल अवशेष) के प्रबंधन मे भी किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ फ़ोन:7-6-6-9-0-4-7-7-4-7) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Madhya Pradesh | MP | 14-04-2025 | Enable |
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| 1240 | वैस्ट डीकम्पोज़र पर सलाह Dewas | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं सोलीडरीडाड द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Dewas ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार इस सप्ताह: 13 अप्रैल से 22 अप्रैल के दौरान दिन में 39 और रात में 27 डिग्री सेल्सियस तापक्रम रहने का अनुमान है। खरीफ के फसल में जैविक खाद उपलब्धता के लिए वेस्ट डीकम्पोज़र के उपयोग की सलाह दी जाती है वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल बनाने के लिए सर्व प्रथम 200 लीटर का एक ड्रम या टंकी में ले कर उसमे 2 किलो गुड पानी में डाल कर अच्छी तरह से मिला ले। इसके बाद वेस्ट डीकम्पोज़र को पानी के टंकी में डाल दे। ध्यान रखे की इसे लकड़ी की सहायता से मिलाए और हाथो के संपर्क में न लाये। किसी समतल स्थान पर 1 टन फसल अवशेष या घर से प्रति दिन निकलने वाले जैविक कचरे (सब्जी के छिलके, खराब खाना, पशुओं का गोबर) आदि को एक तह के रूप में बिछा ले। तैयार घोल से इसे भिगो दे, इसके ऊपर अपशिष्ट कचरे की पुनः एक तह बिछा दे और पुनः इस पर घोल डाल कर पूरी तरह भिगों दे। पूरी ढ़ेर की आद्रता (नमी) 60 प्रतिशत बनाए रखे। सात-सात दिनों के अंतराल पर इस समस्त कम्पोस्ट को उलटते-पलटते रहे और ज़रूरत हो तो पुनः घोल से भिगो दे । किसान साथी ध्यान दे इस वेस्ट डीकम्पोज़र का घोल का उपयोग गेंहू की पराली (फसल अवशेष) के प्रबंधन मे भी किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ फ़ोन:7-6-6-9-0-4-7-7-4-7) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें । | Madhya Pradesh | MP | 14-04-2025 | Enable |
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