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| S.No | Message Title | Message | State | Created By | Creation Date | Status | Action |
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| 621 | বতৰৰ বতৰা আৰু আমাৰ পৰামৰ্শ (Udal_Amjuli, 26/7/25) | জিলা: ওদালগুৰি ( ষ্টেচন: আমজুলি_AWS ) বতৰৰ বতৰা আৰু আমাৰ পৰামৰ্শ (বৈধতাৰ সময়সীমা: ২৬ জুলাইৰ পৰা ৫ আগষ্টলৈ, ২০২৫) চলিদাৰীডেড ৰ প্রিয় ক্ষুদ্ৰ চাহ খেতিয়ক সকল । ভি আই স্মাৰ্ট কৃষি ( VI Smart Agri) পৰামৰ্শলৈ স্বাগতম। ওদালগুৰি জিলাৰ আমজুলিত অৱস্থিত স্বয়ংক্ৰিয় বতৰ বিজ্ঞান কেন্দ্ৰৰ (Automatic Weather Station) পৰা পোৱা বতৰৰ পূৰ্বানুমান অনুসৰি ওচৰৰ অঞ্চলবোৰত, ২৬ জুলাইৰ পৰা ৫ আগষ্টলৈ, ২০২৫ বতৰ সাধাৰণতে ডাৱৰীয়াৰ পৰা আংশিকভাৱে ডাৱৰীয়া হৈ থাকিব আৰু লগতে মজলীয়া বৰষুণৰ সম্ভাৱনা আছে। সপ্তাহটোত সর্বোচ্চ তাপমাত্ৰা ২৯-৩৪ ডিগ্ৰী চেলচিয়াছ আৰু সর্বনির্বম্ন তাপমাত্ৰা প্ৰায় ২৬-২৭ ডিগ্ৰী চেলচিয়াছ হৈ থাকিব বুলি ধাৰনা কৰা হয়। ৰাতিপুৱা আৰু আবেলিৰ আপেক্ষিক আৰ্দ্ৰতা ক্ৰমান্বয়ে প্ৰায ৯৫ % আৰু ৭০ % আশে-পাশে থাকিব। বতাহ প্ৰতি ঘন্টাত ৩-১১ কি: মি: বেগেৰে ঘাইকৈ উত্তৰ-পূব দিশৰ পৰা বলিব। চাহ খেতিৰ বাবে: • যিহেতু বাৰিষা আৰম্ভ হৈছে, চাহ বাগানত পানী জমা হোৱাৰ পৰিস্থিতিত শিপা বোৰ মুখ্যতঃ প্ৰভাৱিত হয় কিয়নো পানী জমা হোৱা মাটিয়ে H2S গেছ উৎপাদন কৰে যি চাহ গছৰ বাবে ক্ষতিকাৰক। অতিৰিক্ত পানীভাগ উলিয়াবলৈ সৰু নলাৰ ব্যৱস্থা কৰিব আৰু লগতে ঠেক নলাবোৰ পৰিষ্কাৰ কৰি ৰাখিব । পানী ওলাই যোৱাৰ ঠিক পাছত মাটি ডৰাত জমা হোৱা পলস সোনকালে আতৰাব লাগে । • এই সময়ত তোলা পাতবোৰ অতি কোমল হয় গতিকে পাতবোৰ বেগত সযত্নে ভৰাব লাগে যাতে নষ্ট হৈ ৰঙা পৰি নাযায়। সকলো ধৰণৰ যত্ন লব লাগে যাতে গুণমান সম্পন্ন চাহ তৈয়াৰ কৰিব পাৰে । • অনুকুল বতৰৰ বাবে Helopeltis ৰ আক্ৰমন খুব বেছি দেখা যাব পাৰে। সংক্ৰমিত এলেকাবোৰ চিহ্নিত কৰি ২০০L পানীত থাইওমেথোক্সাম @ ৪৫ গ্ৰা. ষ্টিকাৰৰ সৈতে বা ১০০মি. লি. ডেচিছ ২০০ লি. পানীৰ লগত মিহলাই ফৰকাল বতৰ চাই স্প্ৰে কৰিব লাগে। অন্যান্য শস্যৰ বাবে: • জিকা, ভাত কেৰেলাৰ দৰে পাচলি শস্যত Fruit fly, Epilachna beetle, Aphid আদি পোক-পৰুৱাৰ আক্ৰমণ দেখা পোৱা যায়, বৰষুণমুক্ত দিনবোৰত লেম্বডা চাইহেলোথ্ৰিন (Lambda Cyhelothrin) ৫ ইচি (@ প্ৰতি ১০ লিটাৰ পানীত ৩-৫ মিলি) বা এমামেক্টিন বেনজোয়েট (Emmamectin Benzoate) ৫% এছজি (@ ৫ গ্ৰাম প্ৰতি ১০ লিটাৰ পানীত মিহলাই) স্প্ৰে কৰিব লাগিব। • বৰষুণৰ ফলত লতা জাতীয় পাচলি আৰু পুলিবোৰ মাটিৰ ওপৰৰ অংশবোৰ বেঁকা হোৱাৰ পৰা সুৰক্ষিত কৰিবলৈ লাঠি বা ৰছীৰ সমৰ্থন প্ৰদান কৰিব। বতৰ আৰু কৃষি সম্পৰ্কীয় তথ্যৰ বিষয়ে জানিবলৈ কৃষকসকলে ৭০৬৫-০০-৫০৫৪ নম্বৰত মিছড কল দিব পাৰে। ধন্যবাদ । | Assam | Assam | 24-07-2025 | Enable |
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| 622 | धान की फसल पर सलाह Raisen | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Raisen ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार: 23 July से 2 August के दौरान दिन में 28 और रात में 24 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। आगामी सप्ताह मे 70-95% बारिश होने की संभावना हे। धान की फसल इस समय मे पोषक तत्व प्रबंधन पर विशेष ध्यान देना चाहिए धान की फसल में 100 कि.ग्रा.नाइट्रोजन, 60 कि.ग्रा. फास्फोरस,40 कि.ग्रा.पोटास और 25 कि.ग्रा. जिंक सल्फेट की आवश्यकता होती है। फास्फोरस, पोटास और जिंक सल्फेट की संपूर्ण मात्रा पडलिंग के समय ही डालना चाहिए। नाइट्रोजन को तीन भागों में बांट लें। नाइट्रोजन की पहली खुराक रोपाई के 6-8 दिन बाद, दूसरी खुराक रोपाई के 25-30 दिन बाद और तीसरी खुराक रोपाई के 50-60 दिन बाद देनी चाहिए। जिंक की कमी से धान की फसल में खैरा रोग होता है, जिसके नियंत्रण के लिये 1 किलोग्राम जिंक सल्फेट एवं 5 कि.ग्रा. यूरिया को 200 ली.पानी में घोलकर प्रति एकड़ छिड़काव करना चाहिए। आयरन (लोहा) एवं गंधक की कमी की पूर्ति हेतु लोहे की कमी को दूर करने के लिये 1 कि.ग्रा. फेरस सल्फेट को 200 ली. पानी में घोलकर छिड़काव करना चाहिए। स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें I अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें.I इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिये शून्य दबाए I | Madhya Pradesh | MP | 24-07-2025 | Enable |
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| 623 | मूंगफली पर सलाह Mandsaur | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Mandsaur ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार: 23 July से 2 August के दौरान दिन में 29 और रात में 24 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। आगामी सप्ताह मे 40-85% बारिश होने की संभावना हे। मूंगफली की उन्नत खेती हेतु समन्वित कीट प्रबंधन अति महत्वपूर्ण है मूंगफली की खेत में अरंडी एवं सूरजमुखी के पौधे लगाने से यह पौधे ट्रेप फसल के रूप में काम करती है इससे पत्ती का रस चूसने व पत्ती खाने वाले कीड़ों का नियंत्रण होता है I इसी तरह बॉर्डर क्रॉप के रूप में बाजरा या मक्का लगाने से कीट का प्रकोप कम होता हे I मूंगफली की फसल में कम लागत मे प्रभावी कीट प्रबंधन के लिये कीट विशेष फेरोमोन्स ट्रैप्स 6 प्रति एकड़ लगाने से एवं खेत में में बर्ड पर्च ( T आकार की खूंटी ) लगाने से कीट-भक्षी पक्षियों द्वारा भी इल्लियो की संख्या कम करने में सहायता मिलती है I मानसून आने के 20 से 35 दिनों के बाद प्रकाश प्रपंच (लाइट ट्रैप ) लगाने से वयस्क कीट पतंगे फंस जाते है इससे कीटों की संख्या खेत मे नुकसान के सीमा तक नहीं बड़ पाती है स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें I अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें.I इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिये शून्य दबाए I | Madhya Pradesh | MP | 24-07-2025 | Enable |
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| 624 | सोयाबीन मे जल निकास पर सलाह Jhabua | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, Jhabua 23 July से 2 August के दौरान दिन में 28 और रात में 24 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। आगामी सप्ताह मे 45-95% बारिश होने की संभावना हे। सोयाबीन में लगातार अधिक बारिश होने पर उचित जल निकास की व्यवस्था अवश्य करें I सोयाबीन में खरपतवार नियंत्रण करने के लिये पहली निंदाई बुआई के 15-20 दिन बाद डोरा चलाकर तथा दूसरी 35-40 दिन बाद हस्त चलित एवं स्व-चलित निंदाई यंत्रों से करनी चाहिये । रसायनों के उपयोग से भी खरपतवारों का नियंत्रण किया जा सकता है । फ़सल की निगरानी लगातार करते रहें I सोयाबीन के समन्वित कीट प्रबंधन के अंतर्गत जैविक विधियों से कीट नियंत्रण हेतु पत्ती खाने वाली इल्लियॉ (सेमीलूपर, तम्बाखू की इल्ली ) की छोटी अवस्था में रोकथाम हेतु बैसिलस थुरिन्जिएन्सिस अथवा ब्यूवेरिया बेसियाना (1.0 ली./हेक्टे.) का प्रयोग कर सकते हैं I इसी प्रकार तम्बाखू की इल्ली एवां चने की इल्ली के प्रबंधन के लिये कीट विशेष फेरोमोन्स ट्रैप्स एवं वायरस आधारित एन.पी.वी. (250 एल.ई./हेक्टे.) भी असरदार होते हैं.I खेत में में बर्ड पर्च ( T आकार की खूंटी ) लगाने से कीट-भक्षी पक्षियों द्वारा भी इल्लियो की संख्या कम करने में सहायता मिलती हैI स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें I अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें.I इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिये शून्य दबाए I | Madhya Pradesh | MP | 24-07-2025 | Enable |
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| 625 | सोयाबीन मे जल निकास पर सलाह Dhar | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, Dhar 23 July से 2 August के दौरान दिन में 27 और रात में 23 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। आगामी सप्ताह मे 35-90% बारिश होने की संभावना हे। सोयाबीन में लगातार अधिक बारिश होने पर उचित जल निकास की व्यवस्था अवश्य करें I सोयाबीन में खरपतवार नियंत्रण करने के लिये पहली निंदाई बुआई के 15-20 दिन बाद डोरा चलाकर तथा दूसरी 35-40 दिन बाद हस्त चलित एवं स्व-चलित निंदाई यंत्रों से करनी चाहिये । रसायनों के उपयोग से भी खरपतवारों का नियंत्रण किया जा सकता है । फ़सल की निगरानी लगातार करते रहें I सोयाबीन के समन्वित कीट प्रबंधन के अंतर्गत जैविक विधियों से कीट नियंत्रण हेतु पत्ती खाने वाली इल्लियॉ (सेमीलूपर, तम्बाखू की इल्ली ) की छोटी अवस्था में रोकथाम हेतु बैसिलस थुरिन्जिएन्सिस अथवा ब्यूवेरिया बेसियाना (1.0 ली./हेक्टे.) का प्रयोग कर सकते हैं I इसी प्रकार तम्बाखू की इल्ली एवां चने की इल्ली के प्रबंधन के लिये कीट विशेष फेरोमोन्स ट्रैप्स एवं वायरस आधारित एन.पी.वी. (250 एल.ई./हेक्टे.) भी असरदार होते हैं.I खेत में में बर्ड पर्च ( T आकार की खूंटी ) लगाने से कीट-भक्षी पक्षियों द्वारा भी इल्लियो की संख्या कम करने में सहायता मिलती हैI स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें I अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें.I इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिये शून्य दबाए I | Madhya Pradesh | MP | 24-07-2025 | Enable |
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| 626 | सोयाबीन मे जल निकास पर सलाह Vidisha | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Vidisha ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार: 23 July से 2 August के दौरान दिन में 28 और रात में 25 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। आगामी सप्ताह मे 70-85% बारिश होने की संभावना हे। सोयाबीन में लगातार अधिक बारिश होने पर उचित जल निकास की व्यवस्था अवश्य करें I सोयाबीन में खरपतवार नियंत्रण करने के लिये पहली निंदाई बुआई के 15-20 दिन बाद डोरा चलाकर तथा दूसरी 35-40 दिन बाद हस्त चलित एवं स्व-चलित निंदाई यंत्रों से करनी चाहिये । रसायनों के उपयोग से भी खरपतवारों का नियंत्रण किया जा सकता है । फ़सल की निगरानी लगातार करते रहें I सोयाबीन के समन्वित कीट प्रबंधन के अंतर्गत जैविक विधियों से कीट नियंत्रण हेतु पत्ती खाने वाली इल्लियॉ (सेमीलूपर, तम्बाखू की इल्ली ) की छोटी अवस्था में रोकथाम हेतु बैसिलस थुरिन्जिएन्सिस अथवा ब्यूवेरिया बेसियाना (1.0 ली./हेक्टे.) का प्रयोग कर सकते हैं I इसी प्रकार तम्बाखू की इल्ली एवां चने की इल्ली के प्रबंधन के लिये कीट विशेष फेरोमोन्स ट्रैप्स एवं वायरस आधारित एन.पी.वी. (250 एल.ई./हेक्टे.) भी असरदार होते हैं.I खेत में में बर्ड पर्च ( T आकार की खूंटी ) लगाने से कीट-भक्षी पक्षियों द्वारा भी इल्लियो की संख्या कम करने में सहायता मिलती हैI स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें I अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें.I इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिये शून्य दबाए I | Madhya Pradesh | MP | 24-07-2025 | Enable |
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| 627 | सोयाबीन मे जल निकास पर सलाह Ratlam | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Ratlam ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार: 23 July से 2 August के दौरान दिन में 27 और रात में 24 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। आगामी सप्ताह मे 25-90% बारिश होने की संभावना हे। सोयाबीन में लगातार अधिक बारिश होने पर उचित जल निकास की व्यवस्था अवश्य करें I सोयाबीन में खरपतवार नियंत्रण करने के लिये पहली निंदाई बुआई के 15-20 दिन बाद डोरा चलाकर तथा दूसरी 35-40 दिन बाद हस्त चलित एवं स्व-चलित निंदाई यंत्रों से करनी चाहिये । रसायनों के उपयोग से भी खरपतवारों का नियंत्रण किया जा सकता है । फ़सल की निगरानी लगातार करते रहें I सोयाबीन के समन्वित कीट प्रबंधन के अंतर्गत जैविक विधियों से कीट नियंत्रण हेतु पत्ती खाने वाली इल्लियॉ (सेमीलूपर, तम्बाखू की इल्ली ) की छोटी अवस्था में रोकथाम हेतु बैसिलस थुरिन्जिएन्सिस अथवा ब्यूवेरिया बेसियाना (1.0 ली./हेक्टे.) का प्रयोग कर सकते हैं I इसी प्रकार तम्बाखू की इल्ली एवां चने की इल्ली के प्रबंधन के लिये कीट विशेष फेरोमोन्स ट्रैप्स एवं वायरस आधारित एन.पी.वी. (250 एल.ई./हेक्टे.) भी असरदार होते हैं.I खेत में में बर्ड पर्च ( T आकार की खूंटी ) लगाने से कीट-भक्षी पक्षियों द्वारा भी इल्लियो की संख्या कम करने में सहायता मिलती हैI स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें I अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें.I इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिये शून्य दबाए I | Madhya Pradesh | MP | 24-07-2025 | Enable |
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| 628 | सोयाबीन मे जल निकास पर सलाह Shajapur | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Shajapur ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार: 23 July से 2 August के दौरान दिन में 27 और रात में 24 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। आगामी सप्ताह मे 35-75% बारिश होने की संभावना हे। सोयाबीन में लगातार अधिक बारिश होने पर उचित जल निकास की व्यवस्था अवश्य करें I सोयाबीन में खरपतवार नियंत्रण करने के लिये पहली निंदाई बुआई के 15-20 दिन बाद डोरा चलाकर तथा दूसरी 35-40 दिन बाद हस्त चलित एवं स्व-चलित निंदाई यंत्रों से करनी चाहिये । रसायनों के उपयोग से भी खरपतवारों का नियंत्रण किया जा सकता है । फ़सल की निगरानी लगातार करते रहें I सोयाबीन के समन्वित कीट प्रबंधन के अंतर्गत जैविक विधियों से कीट नियंत्रण हेतु पत्ती खाने वाली इल्लियॉ (सेमीलूपर, तम्बाखू की इल्ली ) की छोटी अवस्था में रोकथाम हेतु बैसिलस थुरिन्जिएन्सिस अथवा ब्यूवेरिया बेसियाना (1.0 ली./हेक्टे.) का प्रयोग कर सकते हैं I इसी प्रकार तम्बाखू की इल्ली एवां चने की इल्ली के प्रबंधन के लिये कीट विशेष फेरोमोन्स ट्रैप्स एवं वायरस आधारित एन.पी.वी. (250 एल.ई./हेक्टे.) भी असरदार होते हैं.I खेत में में बर्ड पर्च ( T आकार की खूंटी ) लगाने से कीट-भक्षी पक्षियों द्वारा भी इल्लियो की संख्या कम करने में सहायता मिलती हैI स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें I अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें.I इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिये शून्य दबाए I | Madhya Pradesh | MP | 24-07-2025 | Enable |
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| 629 | सोयाबीन मे जल निकास पर सलाह Sehore | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Sehore ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार: 23 July से 2 August के दौरान दिन में 27 और रात में 23 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। आगामी सप्ताह मे 80-85% बारिश होने की संभावना हे। सोयाबीन में लगातार अधिक बारिश होने पर उचित जल निकास की व्यवस्था अवश्य करें I सोयाबीन में खरपतवार नियंत्रण करने के लिये पहली निंदाई बुआई के 15-20 दिन बाद डोरा चलाकर तथा दूसरी 35-40 दिन बाद हस्त चलित एवं स्व-चलित निंदाई यंत्रों से करनी चाहिये । रसायनों के उपयोग से भी खरपतवारों का नियंत्रण किया जा सकता है । फ़सल की निगरानी लगातार करते रहें I सोयाबीन के समन्वित कीट प्रबंधन के अंतर्गत जैविक विधियों से कीट नियंत्रण हेतु पत्ती खाने वाली इल्लियॉ (सेमीलूपर, तम्बाखू की इल्ली ) की छोटी अवस्था में रोकथाम हेतु बैसिलस थुरिन्जिएन्सिस अथवा ब्यूवेरिया बेसियाना (1.0 ली./हेक्टे.) का प्रयोग कर सकते हैं I इसी प्रकार तम्बाखू की इल्ली एवां चने की इल्ली के प्रबंधन के लिये कीट विशेष फेरोमोन्स ट्रैप्स एवं वायरस आधारित एन.पी.वी. (250 एल.ई./हेक्टे.) भी असरदार होते हैं.I खेत में में बर्ड पर्च ( T आकार की खूंटी ) लगाने से कीट-भक्षी पक्षियों द्वारा भी इल्लियो की संख्या कम करने में सहायता मिलती हैI स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें I अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें.I इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिये शून्य दबाए I | Madhya Pradesh | MP | 24-07-2025 | Enable |
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| 630 | सोयाबीन मे जल निकास पर सलाह Bhopal | वोडाफोन आईडिया फाउंडेशन एवं Solidaridad द्वारा क्रियान्वित स्मार्ट एग्री कार्यक्रम में आपका स्वागत है। किसानों के लिए सम-सामयिक सलाह, जिला Bhopal ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन के अनुसार: 23 July से 2 August के दौरान दिन में 27 और रात में 23 डिग्री सेल्सियस ताप क्रम रहने का अनुमान है। आगामी सप्ताह मे 75-80% बारिश होने की संभावना हे। सोयाबीन में लगातार अधिक बारिश होने पर उचित जल निकास की व्यवस्था अवश्य करें I सोयाबीन में खरपतवार नियंत्रण करने के लिये पहली निंदाई बुआई के 15-20 दिन बाद डोरा चलाकर तथा दूसरी 35-40 दिन बाद हस्त चलित एवं स्व-चलित निंदाई यंत्रों से करनी चाहिये । रसायनों के उपयोग से भी खरपतवारों का नियंत्रण किया जा सकता है । फ़सल की निगरानी लगातार करते रहें I सोयाबीन के समन्वित कीट प्रबंधन के अंतर्गत जैविक विधियों से कीट नियंत्रण हेतु पत्ती खाने वाली इल्लियॉ (सेमीलूपर, तम्बाखू की इल्ली ) की छोटी अवस्था में रोकथाम हेतु बैसिलस थुरिन्जिएन्सिस अथवा ब्यूवेरिया बेसियाना (1.0 ली./हेक्टे.) का प्रयोग कर सकते हैं I इसी प्रकार तम्बाखू की इल्ली एवां चने की इल्ली के प्रबंधन के लिये कीट विशेष फेरोमोन्स ट्रैप्स एवं वायरस आधारित एन.पी.वी. (250 एल.ई./हेक्टे.) भी असरदार होते हैं.I खेत में में बर्ड पर्च ( T आकार की खूंटी ) लगाने से कीट-भक्षी पक्षियों द्वारा भी इल्लियो की संख्या कम करने में सहायता मिलती हैI स्मार्ट एग्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत खेती संबंधित समसामयिक सलाह के लिए 7065-00-5054 पर मिस कॉल करें एवं उपयोगी सलाह प्राप्त करें I अधिक जानकारी के लिए कृपया आप हमारे कृषि-विशेषज्ञ (फ़ोन: 8251071818) से दिन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच बात करें.I इस सन्देश को दोबारा सुनने के लिये शून्य दबाए I | Madhya Pradesh | MP | 24-07-2025 | Enable |
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